अगली पीढ़ी के लिए संदेश

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अगली पीढ़ी के लिए संदेश
03 Dec 2021
8 min read

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साल 2020-2021 आजकल के युवाओं के लिए आसान नहीं रहा है। आपकी शिक्षा बाधित हुई, सामाजिक दूरियां बढ़ी और कई तरह की उथल पुथल देखने को मिली। हो सकता है कि आपने अपनी नौकरी खो दी हो, या अनिश्चित आर्थिक समय में काम पाने की उम्मीद खो चुके हैं। लेकिन हम यहां आपको यह बताना चाहेंगे आजकल बड़े बदलाव आ रहे हैं, और आपको उनका हिस्सा बनने की जरूरत है।

COVID नाइनटीन महामारी pandemic के बाद, माना कि अब चीजें सामान्य हो चुकी हैं, परन्तु हम सभी जानते हैं कि हम सबने कितना कुछ खोया है। इसी के साथ-साथ जो परिवर्तन हमारे पर्यावरण व जलवायु Climate change में देखने को मिला है वह भी अलग स्तर से आंका जा सकता है। जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर वैश्विक लक्ष्यों global changes को पूरा करने की दिशा में, अपने भविष्य को चलाने के लिए तथा अपने ज्ञान का उपयोग करने के लिए अब हमारे पास चीजों को अलग तरीके से सोचने का अथवा करने का मौका है। हमारे पास एक ऐसी दुनिया बनाने का मौका है, जिसे आने वाली पीढ़ी को एक नई विरासत के रूप में परोसा जा सकता है। अब यह कितना धनात्मक होगा या कितना ऋणात्मक positive or negative होगा ये तो भविष्य ही बताएगा। हमारा खान-पान, रहन-सहन सब कुछ परिवर्तित हो चुका है। एक महामारी कितना कुछ सिखा सकती है, ये covid के दौर में हमने जाना।   

अगर हम बीते कुछ महीनों की बात करें तो हाल ही में SDG2 एडवोकेसी हब advocacy hub द्वारा आयोजित एक वेबिनार webinar के माध्यम से पता चला कि विश्व भर के तमाम युवाओं या कुछ युवा नेताओं youth leader ने इस दौर को बखूबी संभाला था या सँभालने का प्रयास किया था। कई लेखों में छपी रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने "सभी के लिए अच्छा भोजन" सुनिश्चित करने के लिए मानवीय खाद्य प्रणालियों food system में बदलाव करने के बारे में कुछ उत्कृष्ट विचार सामने रखे। उन विचारों में सामने आया कि बड़े डेटा big data  का उपयोग करना, छोटे किसानों small farmer का समर्थन करना, हमारे दैनिक आहार daily food पर पुनर्विचार करना और निरंतर भोजन करना ये सब कैसे सुनिश्चित किया जाए इस पर दुनिया भर की सरकारों को ख्याल करने की ज़रूरत है। इन युवा नेताओं का मानना है कि हमारी खाद्य प्रणालियों में बदलाव लाने के लिए स्वभाविक है कि आत्मीयता की भावना और समर्पण की भावना का हमारे भीतर होना अति आवश्यक है।

आप एक पल को "खाद्य प्रणाली" या भोजन व्यवस्था जैसे शब्दों पर विचार करें। यह अपेक्षाकृत accordingly कोई नई शब्दावली नहीं है, लेकिन वास्तविकता ये है कि इसके प्रति परिवर्तन वास्तव में उस बदलाव के पैमाने को पकड़ती है जिसे हम हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, साथ ही साथ युवा लोगों के लिए अवसरों को भी खोल रहे हैं। भोजन जीवन की एक अति आवश्यक प्रक्रिया है। भोजन के प्रारूप भी हमारी संस्कृति और परंपरा से जुड़े हुए ही प्रतीत होते हैं। हमारी  "खाद्य प्रणाली" का चक्र हर हिस्से को संदर्भित करता है, जो उत्पादन से लेकर कटाई, भंडारण, परिवहन, वितरण, बाजार विनिमय, बिक्री, खपत, और हमारे खाने के बाद हमारे द्वारा बनाये गए कचरे का सही इस्तेमाल, सब कुछ इसी के अंतर्गत देखा जा सकता है। 

हमारा यह भी मानना है कि हम सभी को सामजिक बने रहना भी अति आवश्यक है, जोकि कोविड के दौरान कम देखने को मिला। बहुत से युवा अपने समाज की समस्याओं के लिए अपनी सरकारों को दोष देते हैं। अपनी सरकारों के कार्य करने की प्रतीक्षा न करें। आपको खुद को संगठित करना भी जरुरी है और बदलाव के लिए अपने आंदोलन का नेतृत्व करना भी जरुरी है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आज की समस्याएं अगली पीढ़ी तक न चलें। आप ठोस, मूर्त विचारों के लिहाज़ से खुद को सक्षम बनाएं और इसी से अपने भीतर और अपने समाज के भीतर बदलाब व अंतर ला सकते हैं। यह विचारधारा आपके जीवन को उज्जवल बनाने में मददगार साबित होगी। दुनिया को बेहतर बनाने का समय है। सुनिश्चित करें कि आपकी आवाज़ दुनिया तक पंहुचा सकें।