भारत में बना पहला इको-फ्रेंडली रेलवे स्टेशन
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल Bhopal में भारत का पहला इको-फ्रेंडली रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है। यह देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन है जहां कई वर्ल्ड क्लास सुविधाएं और इको-फ्रेंडली Eco-Friendly निर्माण किया गया है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल Bhopal में भारत का पहला इको-फ्रेंडली रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है। यह देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन है जहां कई वर्ल्ड क्लास सुविधाएं और इको-फ्रेंडली Eco-Friendly निर्माण किया गया है। जिसको देखते हुए इसे इको-फ्रेंडली रेलवे स्टेशन कहा जा रहा है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मौजूद इस स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन रखा गया है। इससे पहले इस रेलवे स्टेशन का नाम हबीबगंज Habibganj था, लेकिन कुछ ही दिन पूर्व राज्य और केंद्र सरकार के निर्णय के बाद इसका नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन Rani Kamlapati Railway Station कर दिया गया। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की इमारत इतनी भव्य है कि इसे देखकर यह किसी बड़े एयरपोर्ट की तरह लगती है। विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस यह रेलवे स्टेशन फिलहाल सबके आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Narendra Modi द्वारा भोपाल में इस भव्य रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया गया है।
पहली बार किसी निजी कंपनी ने बनाया रेलवे स्टेशन
भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट Re-Development का काम किसी निजी संस्था ने किया है। कुछ सालों पहले इसके री-डेवलपमेंट का काम शुरू हुआ था। अब जब यह बन कर तैयार हो चुका है तो इसे देखकर लोग काफी उत्साहित हैं। इस रेलवे स्टेशन का काम पूरी तरह इको-फ्रेंडली तरीके से हुआ है, साथ ही इस स्टेशन में कई ऐसी सुविधाएं मौजूद हैं, जो इसे बेहद खास बनाती हैं।
इको-फ्रेंडली निर्माण
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का इस तरह निर्माण किया गया है कि यहां प्राकृतिक रोशनी Natural Light और ज़्यादा से ज़्यादा वेंटीलेशन Vantelation, रीसाइक्लिंग Re-Cycling योग्य सामग्री का उपयोग, सौर ऊर्जा Solar System, वाटर हार्वेस्टिंग Water Harvesting और पर्यावरण Environment के अनुकूल व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर रखते हुए भी इसमें काफी बड़े इंतजाम किए गए हैं, साथ ही सुरक्षा के लिए हाई रिज़ोलुशन High Resolution कैमरे भी लगाए गए हैं। साफ-सफाई सहित अन्य बेहतरीन व्यवस्थाओं के चलते इसको देश की पहली आईएसओ 9001 सर्टिफाइड स्टेशन की उपलब्धि मिली है। इसके साथ ही केंद्र सरकार की टूरिज़्म मिनिस्ट्री ने स्टेशन को बेस्ट टूरिज़्म फ्रेंडली Best Tourism Friendly स्टेशन घोषित किया है।
भवन को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए यहां ऐसी सामग्री का उपयोग किया गया है, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता। स्टेशन की जमीन की खुदाई को लेकर बताया जाता है कि इसमें यहां से निकलने वाली मिट्टी को किसी और प्रोजेक्ट में इस्तेमाल किया गया है, ताकि डंपिंग से होने वाले नुकसान से बचा जाए।
70 प्रतिशत ऊर्जा सोलर से
विशेषज्ञों के मुताबिक रेलवे स्टेशन में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया गया है। जिससे यहां उपयोग में आने वाली बिजली का 70% हिस्सा सोलर से ही लिया जाएगा। यहां सोलर का 660 किलो वाट ऊर्जा पैदा करने वाला प्लांट लगाया गया है।
पानी का नुकसान ना हो इसके लिए भी सुविधा
भारत में रेलवे स्टेशनों पर काफी पानी का नुकसान होता है, जिसको देखते हुए जल प्रबंधन के अच्छे इंतजाम किए गए हैं। वर्षा से मिलने वाले जल का उपयोग भी किया जाएगा वाटर हार्वेस्टिंग का सिस्टम भी तैयार किया गया है। खराब पानी को फिर से उपयोग में लाने के लिए भी सिस्टम बनाया गया है, जिसमें पाना को इस्तेमाल करने लायक बनाया जाएगा और फिर किसी दूसरे काम में उपयोग में लाया जाएगा।
पार्किंग में ई-चार्जिंग भी मिलेगी
विशेषज्ञों के मुताबिक यहां पर काफी बड़ी पार्किंग दी गई है। जहां दिव्यांगों के लिए भी आरक्षित हिस्सा होगा। इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के लिए ई-चार्जिंग पॉइंट E-Charging Point भी बनाए गए हैं। पार्किंग में ड्रॉप-एंड-गो की व्यवस्था से लेकर काफी बड़ी पार्किंग स्पेस का इंतजाम है।
सिंगल यूज प्लास्टिक रखा गया है बैन
जिस तरह इस रेलवे स्टेशन को इको-फ्रेंडली बनाया गया है, यहां पर सिंगल यूज़ प्लास्टिक वर्जित है। स्टेशन पर पानी की बोतल क्रश करने की भी व्यवस्था होगी।
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