टिशू पेपर इस्तेमाल करने के क्या हैं फायदे और नुकसान

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टिशू पेपर इस्तेमाल करने के क्या हैं फायदे और नुकसान
20 Dec 2022
7 min read

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यदि आपको पूछा जाये कि आप अपना चेहरा साफ करने या खाना खाने के बाद हाथ पोंछने के लिए कपड़े का उपयोग करेंगे या फिर टिश्यू पेपर का? तो कई लोगों का उत्तर होगा टिश्यू पेपर लेकिन क्या वास्तव में टिश्यू का इस्तेमाल करना अच्छा है? अभी हाल के एक अध्ययन के अनुसार, 63% लोगों ने कहा कि टिश्यू पेपर तौलिये की तुलना में अधिक स्वच्छ हैं और वे कपड़े के तौलिये के बजाय टिश्यू पेपर को प्राथमिकता देंगे। एक औसत अमेरिकी हर साल टिश्यू पेपर के लगभग 21000 रोल का उपयोग करता है। लेकिन हकीकत तो ये है कि इसके जितने फायदे हैं उतने ही नुकसान भी। 

टिशू पेपर जिन्हें पेपर नैपकिन या डिस्पोजेबल नेपकिन भी कहा जाता है आजकल दुनिया भर में यह घर-घर में और अन्य जगहों पर पाया जाने वाला एक जरूरी पदार्थ है। सारी अच्छाइयों के बावजूद भी यह पेपर नैपकिन किस तरह से लोगों को फायदा और नुकसान दोनों पहुंचाता है इसके बारे में हम टिशू पेपर इस्तेमाल करने के क्या हैं फायदे और नुकसान What are the advantages and disadvantages of using tissue paper? और इनसे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डालेगें। 

टिशू पेपर जिन्हें पेपर नैपकिन या डिस्पोजेबल नैपकिन भी कहा जाता है। आजकल दुनिया भर में यह घर-घर में और अन्य जगहों पर पाया जाने वाला एक जरूरी पदार्थ है। सब स्वच्छता के अनुसार देखा जाए तो यह साफ-सफाई के लिए एक उपयोगी विकल्प है यह बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। जिसके व्यापार में जोर-शोर से बढ़ोतरी हो रही है। यह पेपर नैपकिन एक बार इस्तेमाल के बाद खराब हो जाते हैं।

अगर इनके बनाने के प्रकार को देखा जाए तो यह कई तरह से बनाए जाते हैं कुछ टिशू पेपर ऐसे रॉ मटेरियल से बनाए जाते हैं जिसको फिर से रिसाइकल कर दूसरे पदार्थ भी बनाए जा सकते हैं और यह वातावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचाते।

यह व्यवसाय, भारत में काफी तेजी से बढ़ रहा है और भारत के कई इलाकों में इसका व्यवसाय होने लगा है अब तो छोटे-छोटे शहरों में भी कंपनियां बन चुकी हैं, जो इस व्यवसाय को लोगों तक पहुंचाने में काफी मदद कर रही हैं। इन सब अच्छाइयों के बावजूद भी यह पेपर नैपकिन किस तरह से लोगों को फायदा और नुकसान दोनों पहुंचाता है इसके बारे में हम आज बात करने वाले हैं।

क्या हैं टिशू पेपर इस्तेमाल के फायदे What are the benefits of using tissue paper

टिशू पेपर tissue paper स्वच्छता का ख्याल रखने के लिए एक बेहतर विकल्प है। जब आप सफर करते हैं या कहीं बाहर जाते हैं तो आप कई बार भारी सामान ले जाने से कतराते हैं इस मौके पर टिशू पेपर आप की साफ-सफाई और हाथ, पैर पोंछने के लिए या मुंह पोंछने के आपको हल्का विकल्प देता है। यह काफी हल्का होता है और इसका इस्तेमाल करना काफी आसान होता है।

टिशू पेपर के कम वजनी होने के कारण इसे कहीं भी ले जाना आसान है, जिसकी मदद से आप इसे कहीं भी अपने पास रख सकते हैं इसे आप जेब में लेकर भी घूम सकते हैं। अगर आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो आप किसी भी बीमारी को फैलने से बचा सकते हैं जब यह आपके पास होता है तो आप कहीं ना कहीं इसका इस्तेमाल कर बीमारियों से बच सकते हैं।

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सजावट के लिए भी है अच्छा

टिशू पेपर को हम सजावट के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। टिशू पेपर रंग-बिरंगे भी होते हैं, जिसकी मदद से हम सजावट के लिए भी इसको इस्तेमाल कर सकते हैं। टिशू पेपर बनाने की विधि में कई बार रॉ मटेरियल से आप ऐसा पेपर भी बना सकते हैं, जिससे अब गिफ्ट पैक कर सकें और यह डेकोरेशन में काफी काम आता है। कई पार्टीज, या इवेंट्स में भी इसका इस्तेमाल कर सजावट की जाती है।

कई टिश्यू पेपर होते हैं इकोफ्रेंडली

देश और विदेश में कई व्यापारियों द्वारा इको फ्रेंडली टिशू पेपर भी बनाया जाता है और यह डिशू पेपर कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। इस तरह का टिशू पेपर इस्तेमाल करना हमेशा एक फायदे का सौदा है। यह टिशू पेपर इको फ्रेंडली होते हैं और प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाते।

इसके अलावा बाजार में कई तरह के और भी टिशू पेपर मौजूद हैं। इकोफ्रेंडली होने के साथ-साथ वह आपके शरीर पर भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। कई बार कुछ टिशू पेपर आपके शरीर पर किसी तरह के निशान या बीमारी होने के लक्षणों को पैदा कर सकते हैं। लेकिन नई तकनीक से बने टिशू पेपर बिना साइड इफेक्ट के होते हैं। जिनका शरीर पर कोई असर नहीं होता।

चेहरे को सुंदर बनाने के लिए, टिशू पेपर के ये फायदे To make the face beautiful, these benefits of tissue paper

टिशू पेपर हर लड़की के बैग में आपको आसानी से मिल जायेगा। वैसे तो टिशू पेपर का इस्‍तेमाल पर्सनल हाईजीन के लिए किया जाता है लेकिन कुछ महिलाएं इसका इस्‍तेमाल ब्‍यूटी के लिए करती हैं। टिशू पेपर के कई ब्‍यूटी हैक्‍स भी हैं। ये साधारण सा पेपर आपकी ब्‍यूटी को बढ़ाने के काम आता है। टिश्यू पेपर का इस्तेमाल, साफ-सफाई के अलावा ब्यूटी के कामों में भी हो सकता है।

इसके लिए आपको रंगीन नहीं सफ़ेद और त्वचा पर उपयोग किए जाने के लिए डिज़ाइन किए गए टिशू पेपर का इस्‍तेमाल करना है। आप ऐसे टिशू पेपर का इस्‍तेमाल करें जो न्यूट्रल पीएच लेवल और एसिडिटी के साथ आते हैं और त्वचा के लिए सही होते हैं। आप प्रीमियम ब्रांड का टिशू पेपर ही खरीदें। चलिए जानते हैं टिशू पेपर से प्रयोग होने वाले कुछ ब्‍यूटी ट्रिक्स के बारे में -

लिपस्टिक को मैट लुक देने के लिए भी टिश्यू पेपर का इस्तेमाल

आप ग्लॉसी लिपस्टिक को मैट लुक देने के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप लिपस्टिक लगाएं और अपने होंठों के बीच में एक टिशू पेपर रखकर दबाएं। अब हल्का पाउडर होंठों पर लगाएं। ये आपको मैट लुक देगा। इससे आपके लिप्स स्मूद नजर आएंगे और आपकी लिपस्टिक भी लम्बे समय तक नहीं छूटेगी।

इसके अलावा आंखों पर आईशैडो लगाते समय कई बार ये फेस पर गिर जाता है और मेकअप खराब हो सकता है। इसके लिए आप जब आप आईशैडो लगाएं तो अपने गालों पर टिशू पेपर रख लें। इससे आपका मेकअप खराब होने से बचेगा। 
चेहरे पर आएगा निखार

टिश्यू पेपर से भी आप पील ऑफ मास्क बना सकते हैं। फेस पर ग्लो लाने के लिए अक्सर कई लोग पील ऑफ मास्क यूज़ करते हैं। इसके लिए एक बाउल में 1 अंडे का सफेद भाग लें, इसमें 5 बूंदें नींबू का रस और 5 बूंद बादाम का तेल मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। अब एक टिशू पेपर लें, इसे अपने चेहरे पर लगाकर हल्‍के हाथों से दबाएं।

फिर लगभग 20 मिनट बाद टिश्यू पेपर को पील ऑफ मास्क की तरह खींच कर निकाल दें यानि जब यह त्वचा के चारों ओर टाइट लगने लगे तो पील ऑफ मास्‍क की तरह इसे निकाल दें। इससे आपके फेस की गंदगी बाहर आ जाएगी और अब आपका चेहरा चमकने लगेगा। इस तरह यह आपके चेहरे को ग्‍लोइंग बनाता है।

स्‍ट्रेटनिंग में कर सकते हैं टिशू पेपर का इस्तेमाल

जब आप बालों को स्‍ट्रेटनर से स्‍ट्रेट करते हैं तो बालों को हीट के कारण काफी नुकसान पहुंचता है और इससे बाल रूखे होने लगते हैं। लेकिन अब आप बालों पर हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करते समय भी टिश्यू पेपर की मदद ले सकते हैं।

आप हेयर स्ट्रेटनर या कर्लिंग रॉड में टिश्यू पेपर लपेटने के बाद बालों को सीधा या कर्ली करें। ऐसा करने से बालों को हीट की वजह से होने वाला नुकसान कम हो जाएगा मतलब आपके बालों पर हीटिंग टूल्स के ज्यादा नुकसान नहीं देखने को मिलेंगे और साथ ही आपके बालों को जलने से भी रोकेगा। 

ब्लैकहेड्स से मिलेगा छुटकारा 

ब्‍लैकहेड्स आपके चेहरे की सुंदरता को खराब कर देते हैं। चेहरे के ब्लैकहेड्स से छुटकारा पाने के लिए आप टिशू पेपर का इस्‍तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए चेहरे के पोर्स को खोलने के लिए 2 मिनट तक अपने चेहरे पर गर्म टॉवल को रखें।

अब 1 एग व्हाइट में 5 बूंद टी ट्री ऑयल मिलाकर चेहरे पर लगाएं और फिर टिश्यू पेपर रखकर इस पेस्ट को दोबारा अप्लाई करें। 10-15 मिनट सूखने के बाद इसे बैंडेज की तरह निकाल लें। इससे आपके ब्‍लैकहेड्स भी निकल जाएंगें। 

टिशू पेपर इस्तेमाल के नुकसान Disadvantages of using tissue paper

मांग बढ़ने से नुकसान बढ़ा

आज लोगों की लाइफ स्टाइल बदलने से पेपर नैपकिन यानि टिश्यू पेपर की मांग हर जगह काफी बढ़ गई है। चाहे घर हो, दफ्तर, होटल और रेस्टोरेंट हो हर जगह टिश्यू पेपर ने अपनी जगह बना ली है।

टिश्यू पेपर की डिमांड में तेजी से इजाफा होने का कारण है कि इस बेहद हल्के फुल्के आइटम ने साफ सफाई के मुश्किल काम को काफी आसान कर दिया है। वैसे इसके ढ़ेर सारे फायदे हैं, लेकिन इसके नुकसान भी कोई कम नहीं हैं। जाने अनजाने उसका असर हम सभी पर पड़ता है। यानि जैसे-जैसे इसकी मांग बढ़ी वैसे-वैसे हमारा-आपका नुकसान भी हो रहा है। 

पर्यावरण को पहुँच रहा है नुकसान Damage to the environment

नैपकीन पेपर को बनाने में कागज का इस्तेमाल होता है और पेपर बनाने के लिए पेड़ की जरूरत होती है। यानि पेड़ को काटकर उससे कागज बनाया जाता है। टिश्यू पेपर की मांग बढ़ने से हमारे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुँच रहा है।

टिश्यू पेपर की बढ़ती मांग को देखते हुए पेड़ों की कटाई अधिक हो रही है और इससे पूरे वातावरण को, पेड़ों को काफी मात्रा में नुकसान पहुंच रहा है और इस तरह पेड़ों की कटाई से ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी।

लोगों को सांस लेने में दिक्क्त महसूस होगी इसलिए अब आपको टिश्यू पेपर को कम से कम यूज करना है जिससे पेड़ों की कटाई कम होगी और वातावरण स्वच्छ रहेगा। 

वन टाइम यूज़ बड़ी समस्या One time use big problem

टिश्यू पेपर की सबसे बड़ी कमी इसका वन टाइम यूज़ होना है यानि इसका रि-यूज न हो पाना सबसे बड़ी समस्या है। एक बार पानी में भीगने पर या एक बार यूज़ करने पर टिश्यू पेपर बर्बाद हो जाता है और इसको दोबारा इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

इसका मतलब साफ़ है पेड़ों की कटाई उतनी ही अधिक होती है। वैसे भी आजकल मार्केट में कई महंगे टिश्यू पेपर आ रहे हैं और लोग काफी मात्रा में इन्हें खरीदते हैं। इस बात से आप समझ सकते हैं कि पर्यावरण को हम कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसे हम कहीं भी फेंक देते हैं तो इसके ढेर से नाली भी जाम हो सकती है। साथ ही यूज होने के बाद इसका वजन बढ़ भी जाता है। 

पेपर मिलें क्लोरीन आधारित रसायनों का करते हैं उपयोग Paper mills use chlorine based chemicals

कई पेपर मिलें पेपर को सफ़ेद बनाने के लिए पल्प पर क्लोरीन आधारित रसायनों का उपयोग करती हैं। ये रसायन लकड़ी और अन्य तंतुओं में कार्बनिक अणुओं के साथ प्रतिक्रिया करके डाइऑक्सिन सहित कई जहरीले उत्पाद बनाते हैं। बाद में इन्हीं टिश्यू पेपर को जब चेहरा साफ़ करने के लिए उपयोग में लाया जाता है तो टिश्यू पेपर में ब्लीच की उपस्थिति के कारण कुछ लोगों को जलन होती है।

बेबी वाइप्स बनाने के लिए कठोर पेट्रोकेमिकल्स का किया जाता है उपयोग 

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नन्हे बच्चों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले बेबी वाइप्स भी केमिकल मुक्त नहीं होते हैं। कई कंपनियां बेबी वाइप्स बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में कठोर पेट्रोकेमिकल्स harsh petrochemicals का उपयोग करते हैं।

बच्चे की त्वचा पर कम जलन पैदा करने के लिए वे एथोक्सिलेशन की प्रक्रिया का उपयोग करते हैं जिसमें वे एथिलीन ऑक्साइड ethylene oxide मिलाते हैं। इस प्रक्रिया में कई केमिकल बेबी वाइप्स में डाले जाते हैं जो कि बच्चों की त्वचा के लिए खतरनाक हो सकते हैं। 

टिशू पेपर को बनाने के लिए पेपर का इस्तेमाल होता है और आप यह पूरी तरह जानते हैं कि पेपर को बनाने के लिए पेड़ की जरूरत होती है। पेड़ को काटकर कागज बनाया जाता है। इस कागज के इस्तेमाल से टिशू पेपर को बनाया जाता है।

जब देश में पेड़ों को काटकर कागज बनाया जाएगा और इससे टिशू पेपर बनेंगे तो सोचिए वनों को कितना नुकसान होगा? इस पूरी प्रणाली से वातावरण को भयंकर नुकसान होता है, लेकिन फिर भी हम इसका इस्तेमाल करते हैं।

गीला होने के बाद हो जाता है बर्बाद

टिशू पेपर पर अगर पानी गिर जाए या गीला हो जाए तो यह बर्बाद हो जाता है इसका इस्तेमाल आप नहीं कर सकते, इसी तरह कई बार इसकी बर्बादी भी सामने आती है। इतनी मुश्किल से उगने वाले पेड़ों को काटकर बनने वाला टिशू पेपर अगर बर्बाद होगा तो कितना नुकसान होगा इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।

खर्चों से भी नुकसान

कई खूबसूरत टिशू पेपर काफी महंगे आते हैं, जिसके चलते इस पर काफी खर्चा होता है। अगर आप इन खर्चों को दूसरे किसी काम में लगाएंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा।

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इनके जलने पर निकलती है खतरनाक गैस

टिशू पेपर अगर जल जाए, तो इससे बेहद खतरनाक गैसेस निकलती हैं और यह गैस पर्यावरण के साथ-साथ आसपास मौजूद लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है इसलिए इसका उपयोग और इसे जलाने को लेकर चेतावनी और एहतियात बरतनी चाहिए।

 यहां हमने टिशू पेपर से जुड़ी अच्छाइयों और बुराइयों को लेकर बात की जहां हमने देखा कि यह फायदे और नुकसान दोनों का सौदा है, तो इसे कृपया करके इस तरह इस्तेमाल करें कि यह पर्यावरण और लोगों को नुकसान ना पहुंचाए।