धरती का संतुलन बिगड़ने से आती हैं आपदाएं

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धरती का संतुलन बिगड़ने से आती हैं आपदाएं
15 Sep 2021
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News Synopsis

पिछले कुछ सालों से हर दिन छोटी या बड़ी त्रासदी की खबर अक्सर सुनने को मिलती है। हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया का ऐसा कोई भी कोना नहीं है, जहां आपदा नहीं आई हो। यह तो जाहिर सी बात है कि जहाँ आपदाएं आती हैं वहाँ के लोगों को काफी आर्थिक नुकसान होता है। लेकिन इससे भी भयंकर बात यह है कि आर्थिक नुकसान के साथ-साथ कई लोगों की जान भी आपदा की वजह से गई है। आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि कहीं-कहीं आपदाओं का शिकार कई गांव और शहर हो चुके हैं।

बाढ़, भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय विस्फोट, भूस्खलन एवं मिट्टी का बहाव, बर्फानी तूफ़ान, सूखा आदि के रूप में आपदाएं आती हैं। इन सभी आपदाओं के आने का कारण बस एक है और वो है धरती का असंतुलित होना। इंसान आए दिन प्रकृति से खिलवाड़ कर रहा है और पृथ्वी इसका प्रतिशोध आपदाओं के रूप में ले रही है। अगर अभी भी इंसान नहीं सुधरा तो इसकी कीमत हम सभी को अपनी जान गवाकर देनी होगी। प्रकृति के प्रतिशोध से बचना है तो अपनी आदतों में बदलाव लाना होगा।