PepsiCo ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के साथ साझेदारी की

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PepsiCo ने टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के साथ साझेदारी की
20 Jan 2025
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News Synopsis

पेप्सिको और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने पैकेज्ड स्नैक्स विकसित करने और बेचने के लिए साझेदारी की है। यह साझेदारी NourishCo नाम से बेवरेजेस के लिए उनके जॉइंट वेंचर के समाप्त होने के चार साल बाद की गई है।

स्नैक्स साझेदारी में पेप्सिको के कुरकुरे स्नैक ब्रांड को टाटा कंज्यूमर Tata Consumer के अधिग्रहीत ब्रांड चिंग्स सीक्रेट के साथ जोड़ा जाएगा और यह ऐसे समय में हुआ है, जब पैकेज्ड स्नैक्स में नेशनल प्लेयर को दर्जनों क्षेत्रीय ब्रांडों से कड़ी कम्पटीशन का सामना करना पड़ रहा है। नॉरिशको बेवरेजेस जॉइंट वेंचर के विपरीत दोनों के बीच मौजूदा साझेदारी एक जॉइंट वेंचर नहीं बल्कि एक सहयोग है। पेप्सिको और टाटा कंज्यूमर ने 2010 में नॉरिशको बेवरेजेस नाम से 50:50 जॉइंट वेंचर बनाया था। एक दशक बाद टाटा कंज्यूमर ने नॉरिशको में पेप्सिको की हिस्सेदारी हासिल कर ली।

पेप्सिको इंडिया के कुरकुरे और डोरिटोस की मार्केटिंग डायरेक्टर आस्था भसीन Aastha Bhasin ने कहा कि "फ्यूजन फ्लेवर तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं।"

एक्सेक्यूटिव ने कहा कि कंस्यूमर रिस्पांस के आधार पर कंपनियों के पोर्टफोलियो के भीतर अन्य प्रोडक्ट्स के लिए साझेदारी को बढ़ाया जा सकता है। ₹1,000 करोड़ के कुरकुरे के अलावा पेप्सिको के स्नैक्स पोर्टफोलियो में लेज़ चिप्स और डोरिटोस नाचोस शामिल हैं। नमक से लेकर स्टेपल तक की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने पिछले साल जनवरी में ₹5,100 करोड़ में चिंग्स सीक्रेट और स्मिथ एंड जोन्स नूडल्स और मसालों की निर्माता कैपिटल फूड्स का अधिग्रहण किया था।

यह डेवलपमेंट ऐसे समय में हुआ है, जब जातीय पैकेज्ड स्नैक्स मार्केट क्षेत्रीय और डी2सी प्लेयर के प्रसार के साथ 20% से ऊपर बढ़ रहा है, जिससे ₹42,695 करोड़ के इंडियन स्नैक्स मार्केट में कम्पटीशन तेज हो गई है। पेप्सिको के अलावा आईटीसी, पारले प्रोडक्ट्स, कॉर्निटोस, क्रैक्स निर्माता डीएफएम फूड्स, हल्दीराम, बीकानेरवाला, बालाजी स्नैक्स, बीकाजी फूड्स और प्रताप स्नैक्स पैकेज्ड स्नैक्स में बड़े प्लेयर में से हैं।

इस कैटेगरी में कई क्षेत्रीय और सीधे कंस्यूमर ब्रांड भी उभरे हैं। क्षेत्रीय ब्रांड कम कीमतों पर प्रतिस्पर्धा करते हैं, और हाई रिटेलर मार्जिन पर सीधे बिज़नेस को वितरित करते हैं।

इंडियन स्नैक्स मार्केट की सेल 2032 तक ₹95,521.8 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2023 से दोगुना है।

फिर भी नए वेंचर के सफल होने की गारंटी नहीं है, और इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव ने कहा कि इस क्षेत्र में कंस्यूमर के स्वाद का अनुमान लगाना "हमेशा मुश्किल था"। इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव ने कहा "फ़ूड ब्रांड सहयोग की अवधारणा का टेस्ट किया गया है, लेकिन तालमेल बिठाना हमेशा काम नहीं करता है।"

इसके साथ ही पेप्सिको के ग्लोबल मुख्यालय ने भारत की सबसे बड़ी एथनिक स्नैक्स कंपनी हल्दीराम स्नैक्स फूड में अल्पमत हिस्सेदारी के लिए बातचीत शुरू की है। और फॉर्मल ट्रांसक्शन की ओर नहीं बढ़ सकती है, हालांकि न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली स्नैक्स और बेवरेजेस कंपनी अल्पमत हिस्सेदारी अधिग्रहण के लिए उत्सुक है। FY 24 में हल्दीराम स्नैक फूड्स ने ₹12,800 करोड़ का रेवेनुए पोस्ट किया और 500 प्रकार के स्नैक्स, नमकीन, मिठाइयाँ, खाने के लिए तैयार और पहले से मिक्स भोजन बनाती और वितरित करती है।