Nobel Prize Week 2022: स्वीडन के स्वांते पाबो को मेडिसिन का नोबेल, इन खोजों के लिए मिला पुरस्कार
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Nobel Prize Week 2022: नोबेल प्राइज वीक 2022 Nobel Prize की शुरुआत हो गई है। स्वीडन की राजधानी Capital of Sweden स्टॉकहोम Stockholm में आयोजित हो रहे इस वीक में सबसे पहले फिजियोलॉजी/मेडिसिन कैटिगरी Physiology/Medicine Category में पुरस्कार की घोषणा की गई। इस बार का मेडिसिन का नोबेल स्वीडन के स्वांते पाबो Svante Pääbo को मिला है। ‘विलुप्त होमिनिन और मानव विकास Extinct hominins and human evolution के जीनोम से संबंधित खोजों के लिए' स्वांते पाबो को मेडिसिन के लिए नोबेल दिया गया है। द नोबेल कमिटी The Nobel Committee के सेक्रेटरी थॉमस पर्लमैन ने उनके नाम की घोषणा की।
10 अक्टूबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 4 अक्टूबर यानी आज फिजिक्स कैटिगरी में विजेता की घोषणा होगी। 20 अप्रैल 1955 को स्वीडन के स्टॉकहोम में जन्मे स्वांते पाबो ने उप्साला यूनिवर्सिटी Uppsala University से अपनी पढ़ाई पूरी की। स्वांते एक जेनेटिसिस्ट Geneticists हैं और इवोल्यूशनरी जेनेटिक्स Evolutionary Genetics के क्षेत्र में एक्सपर्ट हैं। DNA को लेकर भी उन्होंने काफी काम किया है। खास बात यह है कि स्वांते के पिता बर्गस्ट्रॉमी को भी 1982 में नोबेल प्राइज मिला था। वह एक बायोकेमिस्ट थे। स्वांते अभी जर्मनी स्थित मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट ऑफ इवोल्यूशन एंथ्रोपोलॉजी Max Planck Institute of Evolution Anthropology में सेवाएं दे रहे हैं।
अपने शोध के जरिए स्वांते पाबो ने विलुप्त होमिनिन से कई अतिरिक्त जीनोम अनुक्रमों genome sequences का विश्लेषण पूरा कर लिया है। पाबो की खोजों का इस्तेमाल वैज्ञानिक समुदाय द्वारा मानव विकास और प्रवास को बेहतर ढंग से समझने के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। जीनोम सिक्वेसिंग के नए तरीकों से संकेत मिलता है कि अफ्रीका में होमो सेपियंस homo sapiens के साथ होमिनिन भी मिश्रित हो सकते हैं।