मेथनॉल बन सकता है ईंधन का नया विकल्प
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Latest Updated on 25 January 2023
स्पीकर ने कहा कि मेथनॉल Methanol अन्य समुद्री ईंधनों Marine Fuels का एक सस्ता विकल्प है, और मंगलवार को ब्रह्मपुत्र नदी Brahmaputra River पर परीक्षण के दौरान इसका इस्तेमाल किया गया।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा कि स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल कोयले से मेथनॉल बनाने के लिए संयंत्र लगाने पर काम चल रहा है, इससे समुद्री ईंधन सस्ता हो जाएगा। परियोजना पर काम करने वाली तीन कंपनियां बीएचईएल BHEL, थर्मेक्स Thermex और आईआईटी दिल्ली IIT Delhi हैं।
असम पेट्रोकेमिकल्स वर्तमान में प्रति दिन लगभग 100 टन मेथनॉल का उत्पादन कर रहा है। उन्होंने कहा कि नियमित गैसोलीन में 15% मेथनॉल मिलाने से असम पेट्रोकेमिकल्स गैसोलीन Assam Petrochemicals Gasoline और कच्चे तेल Crude Oil के आयात को कम से कम 15% तक कम कर सकता है।
सरकार कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए एक नया तरीका खोजने की कोशिश कर रही है। वे कोयले से मेथनॉल का उत्पादन करने की योजना बना रहे हैं, जो गन्ने जैसे अन्य स्रोतों से बने इथेनॉल Ethanol की तुलना में काफी सस्ता है। संयुक्त राज्य अमेरिका United States of America में हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले मेथनॉल का नब्बे प्रतिशत आयात किया जाता है।
वित्त वर्ष 2018-19 में देश में 700 मिलियन डॉलर के मेथनॉल का आयात किया गया था। और यह आंकड़ा हर साल सात प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। मेथनॉल का उपयोग वर्तमान में विभिन्न प्रकार के रासायनिक और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में किया जा रहा है, और सरकारी संगठन नीति आयोग की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है, कि भारत में 155 बिलियन टन कोयले का भंडार है। जिसका उपयोग मेथनॉल का उत्पादन करने के लिए किया जा सकता है।
Last Updated on 08 September 2021
दुनिया में पेट्रोल-डीजल Petrol-Diesel के कारण होने वाला प्रदूषण एक चिंता का विषय है। प्रदूषण Pollution कम करने के लिए कई तरह के प्रयोग किये जा रहे हैं। चूँकि मेथनॉल का उत्पादन कोयले के माध्यम से किया जाता है और भारत में कोयले का अच्छा भण्डारण है, तो भारत में कोयले के गैसीफिकेशन से मेथनॉल का उत्पादन किया जा सकता है। वर्तमान समय में मेथेनॉल को बाहरी देशों से आयात किया जाता है। चूंकि यह देश में ही बनाया जायेगा तो इसके पर लगने वाले दूसरे शुल्क माफ़ होंगे और यह सस्ते दाम पर बिकेगा। पेट्रोल और एथनॉल की तुलना में मेथनॉल का उत्पादन आसानी से किया जा सकता है और इसके इस्तेमाल से वातावरण कम प्रदूषित होगा। ईंधन के रूप में प्रयोग में लिये जाने वाले एथनॉल की एक खासियत यह है कि प्राकृतिक गैसों के अलावा यह गन्ने Sugarcane से भी तैयार किया जाता है। हालाँकि ऐसा करने से देश में गन्ने से उत्पादित किये जाने वाले चीनी व्यवसाय पर बुरा असर प्रभाव पड़ता है।