दुनिया के दूसरे सबसे बड़े इस्पात उद्योग के मामले में भारत उभरा: पीएम मोदी

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 दुनिया के दूसरे सबसे बड़े इस्पात उद्योग के मामले में भारत उभरा: पीएम मोदी
29 Oct 2022
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News Synopsis

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi ने अपने बयान में कहा कि पिछले आठ वर्षों में सभी के प्रयासों के दम पर भारत सबसे बड़े इस्पात उद्योग Steel Industry में दूसरे स्थान पर आ गया है। साथ ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उद्योग बन गया है। अब भी इसमें विस्तार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। स्वदेशी क्षमताओं Indigenous Capacity को बढ़ाने के लिए अगले 9-10 वर्षों में कच्चे इस्पात की उत्पादन क्षमता Production Capacity को दोगुना बढ़ाकर सालाना 30 करोड़ टन किया जाएगा। अभी सालाना 15.4 करोड़ टन कच्चे इस्पात का उत्पादन होता है।

गुजरात Gujarat स्थित आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया ArcelorMittal Nippon Steel India के प्रमुख संयंत्र के विस्तार के भूमि पूजन समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंस Video Conference के जरिये संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन Production Based Incentive (पीएलआई) योजना ने उद्योग के लिए विस्तार का रास्ता खोला है। आत्मनिर्भर भारत पहल को ताकत दी है। इस वजह से हम उच्च श्रेणी के इस्पात की उत्पादन Steel Manufacturer क्षमता बढ़ाने और इसका आयात कम करने में सफल हुए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत तेजी से दुनिया का सबसे बड़ा इस्पात विनिर्माता बनने की ओर बढ़ रहा है। सरकार इस क्षेत्र को तेजी से बढ़ाने के लिए आवश्यक नीतियां व अनुकूल माहौल बनाने का काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा, भारत को रक्षा क्षेत्र के लिए उच्च श्रेणी का इस्पात आयात करना पड़ता था। अब हालात बदल गए हैं। घरेलू उद्योग Domestic Industry, की दक्षता के कारण पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत INS Vikrant को घरेलू क्षमता और प्रौद्योगिकी Domestic Capacity and Technology की मदद से बनाया जा सका।

वहीं पीएम मोदी ने कहा कि, हजीरा संयंत्र के विस्तार में 60,000 करोड़ से अधिक का निवेश किया जाएगा। इससे गुजरात और देश के युवाओं के लिए रोजगार Employment के अवसर पैदा होंगे। इस विस्तार के बाद हजीरा संयंत्र Hajira Plant में कच्चे इस्पात की उत्पादन क्षमता 90 लाख टन सालाना से बढ़कर 1.5 करोड़ टन सालाना हो जाएगी।