HDFC Bank ने सेविंग्स इंटरेस्ट रेट घटाकर 2.75% कर दी

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HDFC Bank ने सेविंग्स इंटरेस्ट रेट घटाकर 2.75% कर दी
14 Apr 2025
8 min read

News Synopsis

भारत में संपत्ति के लिहाज से दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक HDFC Bank ने सेविंग्स एकाउंट्स पर इंटरेस्ट रेट 25 आधार अंकों की कटौती कर 2.75% कर दी है, जो प्राइवेट सेक्टर के अन्य बैंकों के मुकाबले सबसे कम है। बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार।

बैंक ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि इंटरेस्ट रेट में यह कटौती 12 अप्रैल से प्रभावी है। यह कटौती बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इस साल लगातार दूसरी बार बेंचमार्क रेपो रेट में कटौती की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद की गई है।

इस कटौती के कारण एचडीएफसी की सेविंग्स बैंक रेट उसके अन्य बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंकों ICICI Bank और Axis Bank से कम हो गई है, जो वर्तमान में 50 लाख रुपये से कम की शेष राशि पर 3% न्यूनतम इंटरेस्ट रेट की ऑफरिंग कर रहे हैं।

एचडीएफसी बैंक 2023 में अपने होम लोन पैरेंट एचडीएफसी का अधिग्रहण करने के बाद से अधिक टर्म डिपॉजिट्स प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है। कम सेविंग्स रेट भी अधिक डेपोसिटर्स को हाई यील्डिंग टर्म और रेकरिंग डिपॉजिट्स की ओर जाने के लिए मजबूर कर सकती है। हालांकि बैंकिंग सिस्टम आम तौर पर एक चुनौती का सामना कर रही है, क्योंकि डेपोसिटर्स म्यूचुअल फंड और अन्य कैपिटल मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश के माध्यम से अधिक रिटर्न चाहते हैं।

"रेपो रेट में कटौती और बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी उधार दरों में गिरावट के साथ बैंकों को अपने नेट इंटरेस्ट मार्जिन की प्रोटेक्ट के लिए अपनी फंडिंग लागत कम करनी होगी। हालांकि बैंकों के लिए जमा अनुपात में हाई डेब्ट और लिक्विडिटी कवरेज अनुपात में गिरावट को देखते हुए रिटेल डिपॉजिट्स के लिए कम्पटीशन अधिक रहेगी। परिणामस्वरूप रिटेल टर्म डिपॉजिट्स पर रेट्स काफी देरी से कम हो सकती हैं," आईसीआरए के को ग्रुप हेड अनिल गुप्ता Anil Gupta ने कहा।

जुलाई 2023 में एचडीएफसी के अधिग्रहण के बाद बैंक का क्रेडिट डिपॉजिट अनुपात 100% से अधिक हो गया क्योंकि विरासत में मिले विशाल मोर्टगेज लोन जमा की राशि से मेल नहीं खा सके। बैंक का सीडी अनुपात तब से 98% तक सुधर गया है, हालांकि यह मर्जर से पहले 85% से 87% के बीच था।

अनिल गुप्ता ने कहा कि सेविंग्स डिपॉजिट्स में कटौती से आम तौर पर बैंकों के लिए निकासी नहीं होती है, क्योंकि डेपोसिटर्स जरूरी नहीं कि इंटरेस्ट रेट के प्रति सेंसिटिव हों। अनिल गुप्ता ने कहा "सेविंग्स डिपोसिट रेट में कटौती से सेविंग्स डिपॉजिट्स बेस का इमीडियेट रेप्रिसिंग होता है, जबकि टर्म डिपॉजिट्स बेस का रेवलुएशन रेट में कटौती के बाद लॉन्ग पीरियड में होता है।"

एचडीएफसी बैंक के लिए सेविंग्स रेट्स में कटौती से बैंक की कुल फंडिंग कॉस्ट में उल्लेखनीय कमी आएगी, क्योंकि इसकी लगभग 34% जमाराशि CASA के रूप में है, जिसमें से लगभग 69% या 6 लाख करोड़ रुपये सेविंग्स अकाउंट डिपाजिट है। कोविड महामारी के बाद नकदी की अधिकता के बीच बैंक ने पिछली बार जून 2020 में अपनी बचत दर में 25 आधार अंकों की कटौती की थी।

एचडीएफसी की कटौती से इसकी सेविंग्स बैंक रेट पब्लिक सेक्टर के दिग्गज भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के करीब आ गई है, जो 2022 से सेविंग्स अकाउंट डिपाजिट पर न्यूनतम 2.70% की ऑफर कर रहे हैं। एचडीएफसी बैंक की रेट बैंक ऑफ बड़ौदा के बराबर है, जो पिछले साल 27 फरवरी से 50 करोड़ रुपये तक की जमाराशि पर 2.75% की ऑफर कर रहा है।