भारतीय मूल की ब्रिटिश मंत्री ही भारतीयों को वीजा पर रियायत देने के खिलाफ, जानें मामला
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भारतीय मूल Indian origin की ब्रिटेन की गृह सचिव UK Home Secretary सुएला ब्रेवरमैन Suella Braverman ने प्रवास के मुद्दे पर भारत India के साथ एक प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते Free Trade Agreements (एफटीए) पर संदेह जताया है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीयों को ब्रिटेन में अपने वीजा से अधिक समय तक रहने वाले लोगों के सबसे बड़े समूह के रूप में चिह्नित किया है। ‘द स्पेक्टेटर’ The Spectator के साथ गुरुवार को एक इंटरव्यू में एक खुली सीमा प्रवास नीति Open Border Migration Policy के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए ब्रिटिश मंत्री ने संकेत दिया कि वह भारत को अधिक वीजा रियायतें प्रदान करने वाले व्यापार सौदे के लिए कैबिनेट का समर्थन नहीं करेंगी।
वहीं इस मामले में माना जा रहा है कि सुएला ब्रेवरमैन का यह रुख ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस British Prime Minister Liz Truss और उनके बीच संभावित टकराव में खड़ा करेगा जो अपने पूर्ववर्ती बोरिस जॉनसन Boris Johnson की ओर से निर्धारित दिवाली की समय सीमा के भारत के साथ एफटीए चाहती हैं। जिसके लिए बातचीत फिलहाल आखिरी दौर में है। ब्रिटिश साप्ताहिक पत्रिका को ब्रेवरमैन ने अपने बयान में कहा है कि मैं भारत के साथ एक खुली सीमा प्रवास नीति के विषय पर चिंतित हूं क्योंकि मुझे नहीं लगता है कि ब्रिग्जिट के लिए वोट करने वाले ऐसा चाहते हैं।
भारत-यूके एफटीए के तहत छात्रों और उद्यमियों के लिए वीजा में रियायत Visa Concessions मिलने के मसले पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा उन्होंने कहा, मुझे इसपर कुछ आपत्तियां हैं। इस ब्रिटेन में प्रवास Migration को देखें तो यहां ओवरस्टे करने वाले लोगों का जो सबसे बड़ा समूह है, वे भारतीय प्रवासी Indian Diaspora हैं।