स्टील बिजनस बेचने की तैयारी में अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता!, जानें डिटेल
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Vedanta: देश की बड़ी माइनिंग कंपनी Large Mining Companies वेदांता लिमिटेड Vedanta Limited अपना स्टील बिजनेस Steel Business बेचने की तैयारी कर रही है। अनिल अग्रवाल Anil Agarwal की अगुवाई वाली इस कंपनी ने चार साल पहले इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स लिमिटेड Electrosteel Steels Ltd को खरीद लिया था। लेकिन अब उसने अपना स्टील बिजनस बेचने का फैसला किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेदांता ग्रुप Vedanta Group का जोर कर्ज घटाने और अपने मुख्य कारोबार पर फोकस करने पर है। मार्च के अंत तक कंपनी पर 11.7 अरब डॉलर का कर्ज था।
इलेक्ट्रोस्टील को बेचने के लिए वेदांता ने कई स्टील कंपनियों से संपर्क साधा है। वेदांता ने 2018 में टाटा स्टील Tata Steel को पछाड़कर इलेक्ट्रोस्टील को 5,320 करोड़ रुपये में खरीदा था। सूत्रों की मानें तो वेदांता लिमिटेड ने आर्सेलरमित्तल निप्पोन स्टील ArcelorMittal Nippon Steel, टाटा स्टील Tata Steel, जेएसडब्ल्यू JSW और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड Jindal Steel and Power Ltd से संपर्क साधा है। साथ ही फाइनेंशियल इनवेस्टर्स के एक ग्रुप को भी अप्रोच किया गया है। कई कंपनियों के टॉप अधिकारी वेदांता ग्रुप के अधिकारियों के साथ साइट विजिट भी कर चुके हैं। इनमें आर्सेलरमित्तल के सीईओ आदित्य मित्तल ArcelorMittal CEO Aditya Mittal भी शामिल हैं।
वेदांता ग्रुप ने इस बारे में कहा कि वह बाजार की अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता है। आर्सेलरमित्तल और जेएसडब्ल्यू ने भी टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। टाटा स्टील के सीएफओ कौशिक चटर्जी Tata Steel CFO Kaushik Chatterjee ने कहा कि कंपनी के पास अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। वहीं गौर करने वाली बात ये है कि वेदांता ने 2018 में टाटा स्टील को पछाड़कर इलेक्ट्रोस्टील को 5,320 करोड़ रुपए में खरीदा था। क्रेडिटर्स ने इलेक्ट्रोस्टील को इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में घसीटा था। खरीदने के बाद वेदांता ने इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स को डिलिस्ट कर दिया था। वेदांता ग्रुप के पास इलेक्ट्रोस्टील की 95.5% हिस्सेदारी है।