Airtel ने Jio को टक्कर देने के लिए होम ब्रॉडबैंड स्ट्रेटेजी में बदलाव किया
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News Synopsis
मार्केट शेयर के लिहाज से देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल Bharti Airtel अब होम ब्रॉडबैंड बिज़नेस में कस्टमर्स को आकर्षित करने के लिए बड़े पैमाने पर रिटेल चैनलों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि एयरटेल फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस और फाइबर-टू-द-होम सर्विस में लगातार कस्टमर्स जोड़ने के बावजूद होम ब्रॉडबैंड सेगमेंट में रिलायंस जियो से पीछे रह गई है।
भारती एयरटेल के वाईस चेयरमैन और एमडी गोपाल विट्टल Gopal Vittal ने कहा "हम इस बात से असंतुष्ट हैं, कि हम होम ब्रॉडबैंड के मामले में उस मुकाम पर नहीं पहुंच पाए हैं, जहां हमें पहुंचना चाहिए। लेकिन इतना कहना ही काफी है, कि हर महीने हम बेहतर होते जा रहे हैं।"
गोपाल विट्टल के मुताबिक होम ब्रॉडबैंड स्पेस में एयरटेल के जियो से पीछे रहने का कारण कस्टमर अधिग्रहण की रणनीति है। उल्लेखनीय है, कि कंपनी का ध्यान मुख्य रूप से डायरेक्ट-टू-कस्टमर और ऑनलाइन चैनलों के जरिए सेल करने पर रहा है।
होम ब्रॉडबैंड कस्टमर्स को जोड़ने में तेजी लाने के लिए एयरटेल ने 4-5 सर्किलों में बड़े पैमाने पर रिटेल चैनलों को अपनाने का प्रयोग किया है। गोपाल विट्टल ने कहा "पूर्वोत्तर उड़ीसा जैसे क्षेत्रों में जो गंभीर रूप से कम परफॉरमेंस करने वाले थे, हमने पर्याप्त लाभ देखा है, और अब हम कम्पटीशन में बराबरी पर हैं।" उन्होंने कहा कि कंपनी अब पूरे देश में रिटेल चैनलों के माध्यम से कस्टमर्स को आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा "इससे मुझे बहुत विश्वास मिलता है, कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन साथ ही हम सभी को यह सोचकर बहुत बेचैनी होती है, कि कॉम्पिटिटिव परफॉरमेंस के मामले में हम उस स्तर पर नहीं हैं, जहां हमें होना चाहिए।"
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में एयरटेल ने एफडब्ल्यूए और एफटीटीएच पर 674,000 होम ब्रॉडबैंड कस्टमर्स जोड़े, जिससे इसका कुल बेस 9.2 मिलियन हो गया, जो QoQ 8% और YoY 27% की वृद्धि है।
तुलनात्मक रूप से तिमाही के दौरान जियो ने क्रमिक रूप से 2 मिलियन से अधिक यूजर्स जोड़े, जिससे इसका बेस 17 मिलियन हो गया, जिससे एयरटेल के साथ अंतर बढ़ता गया। 17 मिलियन में से जियो के एयरफाइबर पर 4.5 मिलियन यूजर्स हैं।
विशेष रूप से होम ब्रॉडबैंड सेल में सुधार के लिए एयरटेल ने लगभग 100,000 उपस्थिति बिंदु खोलने की योजना बनाई है। गोपाल विट्टल ने कहा "इसके अलावा होम डिलीवरी इंजीनियरों के हमारे 30,000 मजबूत फ्लीट को भी एक्टिवेट किया जाएगा," उन्होंने कहा कि भारत में ब्रॉडबैंड की पहुंच वर्तमान में 45 मिलियन से मध्यम अवधि में 80-90 मिलियन घरों तक पहुंचने की उम्मीद है।
एयरटेल को उम्मीद है, कि कर्रेंट फाइनेंसियल ईयर में उसका कैपिटल एक्सपेंस FY24 के स्तर से नीचे रहेगा और FY26 में मध्यम रहेगा। गोपाल विट्टल ने कहा "रेवेनुए वृद्धि के साथ कैपिटल एक्सपेंस-से-रेवेनुए अनुपात में गिरावट जारी रहेगी, जो अंततः ग्लोबल कॉम्पिटिटर्स के बराबर स्तर पर पहुंच जाएगी।"
भारती एयरटेल का कैपिटल एक्सपेंस मध्यम बना हुआ है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह 2% घटकर 9,100 करोड़ रुपये रह गया। FY24 में एयरटेल का कैपिटल एक्सपेंस 39,482 करोड़ रुपये था।
गोपाल विट्टल ने कहा "हम 4G क्षमता में कोई नया निवेश नहीं कर रहे हैं। इसके बजाय हम विस्तार करते हुए और मार्केट में ज़्यादा डिवाइस आने के साथ ही एडिशनल 5G रेडियो लगा रहे हैं। ये ऐसे क्षेत्र हैं, जहाँ कैपिटल एक्सपेंस का आवंटन जारी है।"
एयरटेल ने हाल ही में इक्विपमेंट मेकर नोकिया और एरिक्सन को नेटवर्क एक्सटेंशन कॉन्ट्रैक्ट प्रदान किए हैं।
गोपाल विट्टल ने कहा कि एयरटेल ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट को सर्विस के रूप में पेश करने में अग्रणी नहीं होगा, जिसमें स्टार्टअप और कंपनियों को AI ट्रेनिंग जैसे हाई कंप्यूटिंग कार्यों के लिए GPU प्रदान करना शामिल है।
गोपाल विट्टल ने कहा "हमने इस क्षेत्र को अच्छी तरह से समझने के लिए कई कार्यशालाएँ की हैं, और हमने तय किया है, कि हम GPU को सर्विस के रूप में पेश करने में अग्रणी नहीं होंगे," उन्होंने कहा कि चिप की क्वालिटी, एफिशिएंसी और GPU-as-a-service से मिलने वाले पैसे की लागत बहुत तेज़ी से बदल रही है।
एयरटेल कम मार्जिन वाले ग्लोबल होलसेल वॉयस और मैसेजिंग बिज़नेस के एक बड़े हिस्से से बाहर निकलने की भी योजना बना रहा है। गोपाल विट्टल ने कहा "हमने इस कम मार्जिन वाले बिज़नेस से बाहर निकलने का फैसला किया है, जिसका असर आने वाली तिमाहियों में कंपनी के मुनाफे पर पड़ेगा। इस बदलाव में करीब छह महीने लगेंगे। हालांकि इस एग्जिट का एबिटा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।"
पोस्टपेड के मामले में एयरटेल का ध्यान 80 मिलियन संभावित कस्टमर्स पर है, जो अपग्रेड करने के लिए उनकी क्रेडिट योग्यता पर आधारित हैं।
गोपाल विट्टल ने कहा "ऐसा कोई कारण नहीं है, कि हम अगले कुछ वर्षों में पोस्टपेड पर 50 मिलियन से अधिक कस्टमर न प्राप्त करें, क्योंकि 80 मिलियन लोग वास्तव में पोस्टपेड पर आने के लिए तैयार हैं।" गोपाल विट्टल के अनुसार पोस्टपेड प्राइसिंग में वृद्धि के लिए बहुत गुंजाइश है, क्योंकि पोस्टपेड प्राइसिंग प्रीपेड से बहुत अलग नहीं है, और प्रीपेड में वृद्धि हो रही है।
दिसंबर तिमाही के अंत में कंपनी का पोस्टपेड बेस 25.2 मिलियन था।
कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान क्रमिक रूप से चार गुना वृद्धि के साथ 14,781 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। कंसोलिडेटेड रेवेनुए क्रमिक रूप से 8.8% बढ़कर 45,129 करोड़ रुपये हो गया।