जर्मनी के इतिहास में 5 सफलतम उद्यमी

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जर्मनी के इतिहास में 5 सफलतम उद्यमी
13 Oct 2021
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आज हम आपको इस लेख के माध्यम से जर्मनी के कुछ ऐसे 5 मशहूर उद्यमियों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट इरादे की बदौलत आज सारी दुनिया पर दबदबा बनाया हुआ है।

साल 2019 में हुए एक सर्वे के मुताबिक जर्मनी को उद्यमियों के लिए जापान के बाद दुनिया का दूसरा सर्वश्रेष्ठ देश माना गया था। यह सर्वे यूएस न्यूज़, व्हार्टन स्कूल ऑफ द यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया और बीएवी (BAV) ग्रुप द्वारा करवाया था। इस सर्वे के मुताबिक जर्मनी ने ना सिर्फ रैंकिंग में साल 2016 से 2018 तक राज किया, बल्कि कई सालों तक उद्यमशीलता की भावना को बरकरार भी रखा। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से जर्मनी के कुछ ऐसे 5 मशहूर उद्यमियों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट इरादे की बदौलत आज सारी दुनिया पर दबदबा बनाया हुआ है। 

कार्ल फ्रेडरिक रैप - बवेरियन मोटर वर्क्स (Karl Friedrich Rapp-Bavarian Motor Works) (BMW)

बीएमडब्ल्यू (BMW) यह नाम ही काफी है, यह कारों की दुनिया में एक ऐसा नाम है जिस कंपनी की कार लेने का सपना हर सफल इंसान देखता है। इस कंपनी को बनाने वाले कार्ल फ्रेडरिक रैप (Karl Friedrich Rapp), जो एक मैकेनिकल इंजीनियर थे, जिनका लक्ष्य और सपना एक ही था कि वह ऐसा सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय करें जिसमें इंजन बनाए और बेचे भी जाते हों। कार्ल फ्रेडरिक रैप एक ऑटोमोबाइल कंपनी में काम किया करते थे, जहां से उन्होंने काफी कुछ सीखा। जिसके बाद उन्होंने रैप मोटरेंवर्के (Rapp Motorenwerke) की शुरूआत की, जो आखिरकर बीएमडब्ल्यू (BMW) का हिस्सा बनी। बीएमडब्ल्यू दुनिया की सर्वश्रेष्ठ कंपनी में से एक है, जो लैंडरोवर, रोल्स रॉयल्स और मिनी जैसी बड़ी कारें बनाती हैं, साथ ही इसके कई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्लांट भी मौजूद हैं। जर्मन इतिहास की यह कंपनी सारी दुनिया पर राज करती है। किसने सोचा था कि एक मेकेनिकल इंजीनियर में इस तरह की काबिलियत होगी, जो मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का हिस्सा होंगे और यह मुकाम हासिल करेंगे।

ह्यूगो फर्डिनेंड - ह्यूगो बॉस ( Hugo Ferdinand-Hugo Boss)

ह्यूगो फर्डिनेंड - ह्यूगो बॉस ( Hugo Ferdinand) जिनका जन्म 1885 में हुआ था। वह घर के सबसे छोटे बच्चे में शुमार थे। उन्होंने बड़े होकर एक बुनाई की मिल में काम किया। कपड़े के व्यापार का अच्छा खासा अनुभव हासिल करने के बाद उन्होंने अपने घर वालों के शर्ट और लेडीज़ इनवेअर का व्यवसाय संभाला। जिसके बाद 1924 में ह्यूगो ने अपने दो साथियों के साथ कपड़े की एक नई कंपनी शुरू की जो ह्यूगो बॉस के नाम से जानी जाती है। यह दुनिया में काफी विख्यात कंपनी है। जो उस समय के दौर में जर्मन मिलिट्री की वर्दी भी बनाया करती थी। आज के दौर में इस कंपनी का नाम ही काफी है, यह स्पोर्ट्स वियर, मेन एंड वूमेन क्लोथिंग, कॉस्मेटिक, घड़ियां, चश्मों का व्यवसाय करती है। यह दुनिया के करीब 127 देशों में कारोबार करने वाली कंपनी है। इसके अलावा ऑनलाइन माध्यम से यूएसए, चाइना और कई यूरोपियन देशों को अपना सामान बेचती है।

कार्ल हेनरिक थियोडोर नॉर - नॉर (Carl Heinrich Theodor Knorr- Knorr)

यह भी अपने आप में एक बेहतरीन कंपनी है। कार्ल हेनरिक थियोडोर नॉर अपने समय में कॉफी से जुड़े व्यवसाय के लिए चिकोरी (chicory)  बेचने का काम किया करते थे। जिसके बाद सब्जियों को सुखाने और मसाला बनाने का भी प्रयोग किया। फिर कहीं जाकर उनकी प्रचलित कंपनी नॉर (Knorr) की शुरुआत हुई। 1873 में उन्होंने पहली बार यूरोप में ड्राई सूप इजाद करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। 

आज की तारीख में कई देशों में नॉर (Knorr) के उत्पाद मौजूद है। दुनियाभर के खाना बनाने वाले स्वादिष्ट खाना बनाने के लिए उनके इस ब्रांड का इस्तेमाल करते हैं।

रुडोल्फ डास्लर- प्यूमा (Rudolf Dassler – Puma)

खेल की पोशाक हो या फिर आम जनों को स्टाइल स्टेटमेंट देने की बात हो प्यूमा (PUMA) का नाम कौन नहीं जानता। यह सारी दुनिया में मशहूर ब्रांड है जिसकी शुरुआत जर्मनी में हुई थी। यह रुडोल्फ डास्लर और स्पोर्ट्स की एक और बड़ी कंपनी एडिडास के निर्माता के भाई एडॉल्फ डास्लर ने शुरू की थी। लेकिन यह दोनों कुछ अंदरूनी कलह की वजह से अलग हो गए और उन्होंने अपनी-अपनी अलग कंपनी बनाई।

शुरुआती समय में रूडोल्फ ने इस कंपनी का नाम ‘रुदा’ (RUDA) रखा था लेकिन बाद में इसको प्यूमा कर दिया गया। प्यूमा कंपनी पहले जर्मनी में ही प्रचलित थी। लेकिन जैसे ही रूडोल्फ के बेटे आर्मिन ने इस व्यवसाय में कदम रखा तो प्यूमा पूरी दुनिया में स्पोर्ट्सवेयर के लिए विख्यात हो गयी।

आज के दौर में प्यूमा, फॉर्मूला वन रेस का बड़ा स्पॉन्सर है। इसके अलावा कई खेलों में जैसे कि क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल आदि में भी प्यूमा का बड़े पैमाने पर योगदान रहता है।

कार्ल अल्ब्रेक्ट-एल्डी सुदी (Karl Albrecht- Aldi Süd)

कार्ल अल्ब्रेक्ट ने अपने भाई के साथ मिलकर एक सुपरमार्केट चेन की शुरुआत की जो लोगों को कम कीमत में अच्छे उत्पाद दिलाने के मकसद से शुरू की गई थी। इसका निर्माण 1946 में किया गया लेकिन उस दौर के युद्ध के मद्देनजर इस में भारी गिरावट आई पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी मां के साथ मिलकर फिर से काम शुरू किया। वह कम कीमत में लोगों को अच्छे उत्पादों की सेवाएं देते रहे।

कुछ अंदरूनी कलह के चलते 1961 में दोनों भाई अलग हो गए, फिर कार्ल ने अपनी कंपनी का नाम एल्डी सुदी  (Aldi Süd) रखा लिया। जर्मनी में अच्छा-खासा व्यवसाय करने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्होंने अपनी धाक जमाई। यूएसए, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया में भी उन्होंने अपने व्यवसाय को बढ़ाया। साल 2014 में जब कार्ल अल्ब्रेक्ट की मृत्यु हुई तो वह जर्मनी के सबसे अमीर शख्स थे। आज की तारीख में यह ब्रांड 18 देशों में अपना व्यवसाय चलाता है, जिस के करीब 10,000 से ज्यादा स्टोर मौजूद है।

यहां बताए गए सभी 5 बड़े उद्यमी पूरी दुनिया में वर्चस्व कायम कर चुके हैं और जर्मनी ही क्या, पूरी दुनिया के इतिहास में यह सबसे सफलतम उद्यमी हैं।

कई संपन्न उद्योगों और एक मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ अच्छा समर्थन मिलना जर्मनी की खासियत रही है। आप भी इन उद्यमियों की कौशल क्षमता से सीखते हुए खुद एक बड़े उद्यमी बनने की यात्रा पर निकल सकते हैं।