Teachers day 2022: जानिए शिक्षक दिवस का महत्व

Share Us

1882
Teachers day 2022: जानिए शिक्षक दिवस का महत्व
05 Sep 2022
7 min read

Blog Post

हमारे जीवन में गुरु का बहुत महत्व है। गुरु के मार्गदर्शन के बिना ज्ञान प्राप्त करना असंभव है। गुरु के आशीर्वाद से ही हम अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर बढ़ सकते हैं। हमारे देश में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। हमारे देश के पहले उपराष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म आज ही के दिन हुआ था; वे एक महान शिक्षक भी थे। उनका व्यक्तित्व श्रेष्ठ था और उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय यह मेरे लिए गर्व की बात होगी कि इस दिन को 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जाए।" शिक्षक दिवस 2022 के लिए इस वर्ष की थीम है – 'शिक्षकः बढ़ते संकट के बीच भविष्य की नई कल्पना'।

#TeachersDay2022
#TeachersDayTheme 2022
#HappyTeachersDayWishes

देशभर में हर 5 सितंबर के दिन (Teachers day Date) शिक्षक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। शिक्षकों के लिए यह विशेष दिन इसलिए मनाया जाता है क्योंकि यह देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Former President Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) का जन्मदिन है। यह दिन सभी शिक्षकों और गुरुओं के लिए विशेष रूप से सार्थक है। इस दौरान देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जहां भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर (Teachers day 5 September) को मनाया जाता है, वहीं अन्य देशों में यह 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। 

भारत में शिक्षक दिवस की शुरुआत Beginning of Teacher's Day in India

5 सितंबर, 1888 को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। वे एक महान विद्वान (Great Scholar) और दार्शनिक थे। डॉ. राधाकृष्णन ने अपने जीवन के 40 वर्ष छात्रों के साथ शिक्षक के रूप में काम करते हुए बिताए। डॉ. राधाकृष्णन ने भारतीय शिक्षा की उन्नति और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आपको याद दिला दें कि उन्होंने देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। हर साल 5 सितंबर को उनके सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

दुनिया में शिक्षक दिवस

यूनेस्को ने शिक्षकों के सम्मान में 5 अक्टूबर 1994 को दुनिया भर में शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा की। हालाँकि, भारत में, हम 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन। भारत के अलावा कई देश 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, चीन, जर्मनी, बांग्लादेश, श्रीलंका, यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान और ईरान (Australia, China, Germany, Bangladesh, Sri Lanka, United Kingdom, Pakistan and Iran) शामिल हैं। इसके अलावा, 11 देश 28 फरवरी को शिक्षक दिवस मनाते हैं।

शिक्षक दिवस पर, सभी छात्र अपने शिक्षकों और गुरुओं के प्रति अपनी प्रशंसा और सम्मान दिखाते हैं। डॉ. राधाकृष्णन को देशभर के स्कूलों, कॉलेजों और उच्च शिक्षण संस्थानों (Higher Educational Institutions) में याद किया जाता है। इस दिन स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन छात्रों द्वारा स्पीच, कोट्स या कविताओं का पाठ (Speeches, Recitations of quotes or Poem) किया जाता है। इस दिन छात्र अपने शिक्षकों को सम्मान जाहिर करते हुये उनको गिफ्ट्स देते (Teachers day Gift) हैं। 

शिक्षक दिवस का महत्व (Teacher’s Day 2022 Importance

शिक्षक दिवस पूरे देश में व्यापक रूप से मनाया जाता है। प्राचीन काल से ही गुरुओं का बच्चों के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। गुरु के ज्ञान और मार्गदर्शन से ही हम सफलता के शिखर पर पहुंच सकते हैं। शिक्षक दिवस सभी शिक्षकों और गुरुओं का सम्मान करता है। इस दिन शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। शिक्षक दिवस भारत में शिक्षकों का सम्मान और धन्यवाद करने का एक उत्सव और अवसर है। वे हमें सिखाते हैं कि जीवन में विपरीत परिस्थितियों से कैसे निपटना है।

शिक्षक दिवस का इतिहास (Teacher’s Day History) 

राधाकृष्णन को व्यापक रूप से भारतीय संस्कृति (Indian Tradition) के एक विद्वान राजनयिक, भारत के उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति (Vice President of India, President) और सबसे महत्वपूर्ण रूप से एक शिक्षक के रूप में माना जाता है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी सीखा जा सकता है उसे अपने जीवन में लागू करना चाहिए। वह पढ़ाने के बजाय बच्चों के बौद्धिक विकास पर ध्यान देने की बात करते थे। पढ़ाई के दौरान वह बेहद खुशनुमा माहौल बनाए रखते थे। 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार (Thoughts of Dr. Sarvepalli Radhakrishnan)

शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें।

केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है। स्वयं के साथ ईमानदारी आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है। 

ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें परिपूर्णता देता है। 

कोई भी आजादी तब तक सच्ची नहीं होती,जब तक उसे विचार की आजादी प्राप्त न हो। किसी भी धार्मिक विश्वास या राजनीतिक सिद्धांत को सत्य की खोज में बाधा नहीं देनी चाहिए।

किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है। पुस्तकें वो साधन हैं, जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं। 

Also Read : आजादी का अमृत महोत्सव- प्रगतिशील भारत की आजादी के 75 साल

शिक्षक दिवस संदेश (Teacher's Day message)

“अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है और सुंदर दिमागों का देश बनना है, तो मुझे मजबूती से लगता है कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं। जो एक अंतर ला सकते हैं। वे - पिता, माता और शिक्षक हैं।” डाक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam)

“सपना एक शिक्षक के साथ शुरू होता है जो आप पर विश्वास करता है, जो आपको धक्का देता है और अगले पठार तक ले जाता है, कभी-कभी आपको ‘सत्य’ नामक एक तेज छड़ी के साथ पोक करता है।” डैन राथर (Dan Rather)

“शिक्षण की कला खोज में सहायता करने की कला है।” मार्क वैन डोरेन (Mark Van Doren)

“जो शिक्षक वास्तव में बुद्धिमान है, वह आपको अपने ज्ञान के घर में प्रवेश नहीं करता है, बल्कि आपको अपने दिमाग की दहलीज तक ले जाता है।” खलील जिब्रान (Khalil Gibran)

"हमें याद रखना चाहिए एक किताब, एक कलम, एक बच्चा और एक शिक्षक दुनिया को बदल सकता है।" मलाला यूसूफ़जई (Malala Yousafzai)

Happy Teachers day Wishes

गुरु केवल वह नहीं जो हमें कक्षा में पढ़ाते हैं,

बल्कि हर वो व्यक्ति जिससे हम सीखते हैं,

वह हमारा गुरु है।

शिक्षक दिवस की बधाई।