टाटा जल्द ही असम में 27,000 करोड़ का सेमीकंडक्टर प्लांट शुरू करेगा

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टाटा जल्द ही असम में 27,000 करोड़ का सेमीकंडक्टर प्लांट शुरू करेगा
05 Aug 2024
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News Synopsis

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स Tata Electronics ने असम में 27,000 करोड़ की लागत से चिप असेंबली प्लांट का निर्माण शुरू कर दिया है। मोरीगांव जिले के जगीरोड में स्थित इस प्लांट के अगले साल तक चालू होने की उम्मीद है, और इससे शुरुआत में 27,000 नौकरियां पैदा होंगी। शिलान्यास समारोह में असम के चीफ मिनिस्टर हिमंत बिस्वा सरमा और टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन मौजूद थे।

Significant Job Creation:

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन Tata Sons Chairman N Chandrasekaran ने कहा कि इस प्लांट में शुरुआत में असम के 1,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। जैसे-जैसे इस सुविधा का विस्तार होगा, यह 15,000 प्रत्यक्ष रोजगार और 12,000 अतिरिक्त अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी। उन्होंने कहा "हम तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं। हम इस कारखाने के निर्माण में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उम्मीद है, कि 2025 में हम इस फैसिलिटी को पूरा कर लेंगे और जल्दी से ऑपरेशन शुरू कर देंगे।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यूनियन कैबिनेट ने 29 फरवरी 2024 को इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी। यूनियन इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मंजूरी मिलने के पांच महीने के भीतर ही निर्माण कार्य शुरू हो गया। यह प्लांट भारत में डेवलपमेंट टेक्नोलॉजीज का उपयोग करके प्रतिदिन लगभग 4.83 करोड़ चिप का प्रोडक्शन करेगा।

Technological Advancements:

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस फैसिलिटी में उत्पादित चिप का उपयोग व्हीकल्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सहित विभिन्न एप्लीकेशन में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 5G इक्विपमेंट और राउटर बनाने वाली कंपनियां भी इन चिप का उपयोग करेंगी। अश्विनी वैष्णव ने कहा "सेमीकंडक्टर एक फॉउण्डेशनल इंडस्ट्री है। जब भी कोई सेमीकंडक्टर यूनिट आएगी तो बहुत सारे डाउनस्ट्रीम रोजगार सृजित होंगे और बहुत सारे अपस्ट्रीम रोजगार सृजित होंगे।"

मिनिस्टर ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए प्रतिभा विकास के महत्व पर भी जोर दिया। पूर्वोत्तर में नौ संस्थान इस क्षेत्र के लिए प्रतिभा विकसित करने पर काम कर रहे हैं। इनमें असम में एनआईटी सिलचर, एनआईटी मिजोरम, एनआईटी मणिपुर, एनआईटी नागालैंड, एनआईटी त्रिपुरा, एनआईटी अगरतला, एनआईटी सिक्किम, एनआईटी अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में दो संस्थान- नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी और एनआईटी शामिल हैं।

Government Support:

चीफ मिनिस्टर हिमंत बिस्वा सरमा ने असम में यह फैसिलिटी स्थापित करने के लिए टाटा संस के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने चंद्रशेखरन को आश्वासन दिया कि कंपनी को स्थापना प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस प्रोजेक्ट से असम में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

बिस्वा सरमा ने इस प्रोजेक्ट को संभव बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी, निर्मला सीतारमण और अश्विनी वैष्णव को दिया। उन्होंने कहा "उन्होंने हमें आश्वासन दिया था, कि अगर टाटा एक कदम आगे बढ़ने के लिए तैयार है, तो सेन्टर असम में फैसिलिटी की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए दो कदम आगे बढ़ेगा।"

Future Prospects:

असम में सेमीकंडक्टर चिप असेंबली प्लांट के अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स गुजरात के धोलेरा में भारत की पहली वेफर फैब्रिकेशन यूनिट भी स्थापित कर रही है। इस प्लांट की क्षमता 91,000 करोड़ के निवेश से प्रति माह 50,000 वेफर बनाने की होगी। टाटा के धोलेरा प्लांट से पहली चिप दिसंबर 2026 तक तैयार होने की उम्मीद है।

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत एक महत्वपूर्ण कदम है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह असम के लिए एक स्वर्णिम दिन है, क्योंकि इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए भूमि पूजन किया गया।

नई सेमीकंडक्टर यूनिट से अपने काम्प्लेक्स इकोसिस्टम के कारण अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम दोनों तरह के रोजगार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह पहल सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भर बनने के भारत के व्यापक लक्ष्य के अनुरूप है।

इन सुविधाओं की स्थापना भारत की सेमीकंडक्टर क्षमताओं को आगे बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करने की टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।