हर नागरिक का मिशन बने स्वच्छ भारत मिशन
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स्वच्छता जिस तरह मनुष्य के जीवन काल को बढ़ा देती है उसी तरह जिस धरती पर हम विराजमान है उसे स्वच्छ रख कर धरती की आयु को भी बढ़ा सकते हैं। स्वच्छ धरती यानी स्वच्छ हम ! आप आत्म निरीक्षण करें और देखें कि आप कहीं केवल अपनी स्वच्छता के प्रति तो जागरूक नहीं है? जब आप अपनों के साथ-साथ दूसरों की और देश की स्वच्छता के बारे में सोचते हैं तभी आप एक सच्चे नागरिक सिद्ध होंगे।
स्वच्छता जिस तरह मनुष्य के जीवन काल को बढ़ा देती है उसी तरह जिस धरती पर हम विराजमान है उसे स्वच्छ रख कर धरती की आयु को भी बढ़ा सकते हैं। स्वच्छ धरती यानी स्वच्छ हम !
हमारे आसपास का माहौल ही हमारे जीवन काल की गति को स्पष्ट करता है। स्वच्छ रहना और अपने आसपास के माहौल को स्वच्छ रखना हर नागरिक का मिशन होना चाहिए। 2 अक्टूबर साल 2014 जब स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत हुई तो किसी ने इस बात का अनुमान नहीं लगाया था कि यह इस गति से बढ़ेगा। आज हम इस मुकाम पर हैं, जहां लोगों में वाकई स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ चुकी है।
स्वच्छ भारत मिशन ना केवल सरकार का मिशन होना चाहिए यह मिशन तो हर नागरिक का मिशन होना चाहिए क्योंकि हर नागरिक जब स्वच्छता के प्रति जागरूक रहेगा तभी यह देश बदल सकता है। यहां हम यह नहीं कहते कि आप रोज सुबह उठकर झाड़ू लेकर अपने घर के सामने या किसी गली मोहल्ले में जाकर झाड़ू लगाने लग जाएं, बात तो सिर्फ इतनी है कि आप अपने आसपास के इलाकों का ध्यान रखें अगर वहां सफाई नहीं हो रही है तो उसको साफ करवाना भी आपका धर्म होना चाहिए। हर नागरिक का मिशन स्वच्छ भारत मिशन बने इसके लिए जरूरी है आप आत्म निरीक्षण करें और देखें कि आप कहीं केवल अपनी स्वच्छता के प्रति तो जागरूक नहीं हैं? जब आप अपनों के साथ-साथ दूसरों की और देश की स्वच्छता के बारे में सोचते हैं तभी आप एक सच्चे नागरिक सिद्ध होंगे।
स्वच्छ भारत की सफलता को और आगे ले जाना है...
साल 2014 से लेकर अब तक देश ने स्वच्छता को लेकर कई सफलताएं अर्जित की हैं, चाहे खुले में शौचालय की बात हो या फिर लोगों की मानसिकता को बदलने की, स्वच्छ भारत मिशन ने बड़ा असर दिखाया है। स्वच्छ भारत मिशन ने ना केवल बड़े शहरों में बल्कि छोटे शहरों और गांवों में भी अपनी सफलता को सिद्ध किया है। आज घर-घर में जब कचरा लेने आने वाली गाड़ी की गूंज सुनाई देती है तो सब दूसरे काम छोड़कर कचरे को देने में लग जाते हैं।
ऐसा भारत में पहले देखने को नहीं मिलता था। कचरे के ढेर कई इलाकों में नजर आते थे लेकिन जो सफलता साल 2014 के बाद से अब तक हांसिल की है उसे आगे ले जाने की आवश्यकता है, क्योंकि चाहे स्वच्छता में किसी भी पैमाने पर सफलता मिली हो, लेकिन अभी जीत हासिल नहीं हुई है। इस मिशन में जीत तभी संभव है जब देश का हर नागरिक स्वच्छता मिशन को अपना मिशन बनाकर आगे बढ़े।
स्वच्छता देगी लंबी उम्र का वरदान
अगर हर नागरिक स्वच्छता के प्रति जागरूक बने और यह विचार करे कि स्वच्छ रहना ना केवल उसका अधिकार है बल्कि देश का भी अधिकार है तो यह स्वच्छता आपको लंबी उम्र का वरदान अवश्य देगी। स्वच्छता मिशन की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब हर नागरिक इसमें शामिल होगा। आज हम देखते हैं कि स्वच्छता के प्रति कई लोग जागरूक हैं, लेकिन फिर भी कुछ लोगों में इसके प्रति जुनून नहीं है। वह आज भी पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं। यह मानसिकता बदलना बेहद जरूरी है, अगर आप भी अपने आसपास कुछ ऐसे लोगों को देखते हैं तो उन्हें जरूर जागरूक करें, चाहे आपको उनसे इस बात के लिए लड़ना ही क्यों ना पड़े। स्वच्छता की लड़ाई में आप देखेंगे कि जीत आपकी ही होगी, गलत व्यक्ति की आंखें खोलना आपके लिए भी और देश के लिए भी फायदेमंद सिद्ध होगा।
साल 2021 में जुड़ रहा स्वच्छ भारत मिशन 2.0
2014 से लेकर अब तक काफी बदलाव हुए हैं, लेकिन साल 2021 में स्वच्छ भारत मिशन 2.0 अर्बन और 2.0 अमृत को जोड़कर नई शुरुआत हो रही है। इसे प्रधानमंत्री मोदी ने गर्व से भर देने वाली यात्रा कहा है। उन्होंने इस मिशन को मान और मर्यादा से जोड़कर भारत की जनता के सामने पेश किया है। इस नई योजना का लक्ष्य होगा कि सभी शहर कचरे के ढेरों से पूरी तरह मुक्त हो जाएं।
इस मिशन से देश के हर नागरिक को जुड़ना होगा अगर हर शहर को कचरा मुक्त बनाना है तो हर नागरिक को अपनी आंखें उस कचरे पर रखनी होगी, जो शहर को खराब कर रही है। उस नजर को कचरे पर रखकर उसे साफ भी करना है। केवल नजर रखकर काम नहीं चलेगा। सफाई करें और साफ देश बनाने की तरफ हमेशा अग्रसर रहें।
आज के युवा में है ज्यादा जागरूकता
देश के हालिया माहौल को देखते हुए आज का युवा काफी जागरूक है, आज का बच्चा भी जागरूक है। उन्हें पता है कि स्वच्छता और स्वच्छ रहने के फायदे किस तरह उनके स्वास्थ्य को अच्छा रखते हैं। जब हर युवा स्वस्थ भारत मिशन के इस भव्य आयोजन से जुड़ेगा तो यह देश वाकई स्वच्छ बन सकता है। जहां कुछ राज्य स्वच्छता में नंबर वन आते हैं वहीं अब स्वच्छता की मुहिम चलाकर कचरा मुक्त बना कर सभी राज्यों को स्वच्छता में नंबर वन बनाने का समय है।
आप भी देश के इस बेहतरीन मिशन के साथ जुड़कर देश को साफ रखने में अपना योगदान दें। गांधी जयंती के अवसर पर इस मिशन की शुरुआत हुई थी। गांधी जी के विचारों का आप भी पालन करें और अपने विचारों में उस ऊर्जा का उपयोग कर देश को स्वच्छ रखने में अपनी ऊर्जा लगा दें। अपनी स्वच्छता और स्वास्थ्य का भला चाहते हैं तो देश की स्वच्छता का भी ख्याल रखना आप का परम धर्म होना चाहिए।
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