Dove की मार्केटिंग स्ट्रेटजी क्या है?
Blog Post
डव इंटरनल और रियल ब्यूटी Dove real beauty campaign पर जोर देता है और यह ब्रांड आपसे कोई झूठे वादे नहीं करता है। यही कारण है कि आज डव ने दुनिया भर में अपनी एक अलग आइडेंटिटी बनाई है और इसीलिए आज उसके प्रोडक्ट्स अच्छे माने जाते हैं। हाल के वर्षों में कंपनी ने कई रियल ब्यूटी कैंपेन किए, जिससे ग्राहकों का विश्वास कंपनी पर और बढ़ गया। डव आपको रियल ब्यूटी के मायने समझाता है। ब्रांड का मानना है कि दुनिया में हर कोई खूबसूरत है और आप ब्यूटी को डिफाइन नहीं कर सकते हैं कि अगर आप एक पार्टिकुलर कलर, साइज या हाइट के हैं तो आप खूबसूरत हैं। आइए इस खूबसूरत ब्रांड की कहानी और इसकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी Success Story And Marketing Strategy Of Dove के बारे में जानते हैं-
डव Dove एक अमेरिकी पर्सनल केयर ब्रांड American Personal Care Brand है जो यूनिलीवर Unilever के अंडर आता है। अगर आज आप किसी बच्चे से भी पूछेंगे तो वो भी आपको बता देगा कि डव के प्रोडक्ट्स अच्छे क्यों हैं। उसका एक कारण है- डव dove की मार्केटिंग स्ट्रेटजी Marketing strategy of Dove. भले ही हम सब डव के सारे प्रोडक्ट्स के बारे में नहीं जानते होंगे लेकिन हम में से ज्यादातर लोग या यूं कहें की हम सबको डव सोप Dove soap के बारे में तो पता ही होगा।
आज घर-घर में डव के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल किए जाते हैं और अलग-अलग उम्र, साइज और एथनिसिटी के पुरुष और खासकर महिलाएं डव के प्रोडक्ट्स को काफी पसंद कर रहे हैं।
डव इंटरनल और रियल ब्यूटी Dove real beauty campaign पर जोर देता है और यह ब्रांड आपसे कोई झूठे वादे नहीं करता है। यही कारण है कि आज डव ने दुनिया भर में अपनी एक अलग आइडेंटिटी बनाई है और इसीलिए आज उसके प्रोडक्ट्स अच्छे माने जाते हैं।
हाल के वर्षों में कंपनी ने कई रियल ब्यूटी कैंपेन किए, जिससे ग्राहकों का विश्वास कंपनी पर और बढ़ गया। डव आपको रियल ब्यूटी के मायने समझाता है। ब्रांड का मानना है कि दुनिया में हर कोई खूबसूरत है और आप ब्यूटी को डिफाइन नहीं कर सकते हैं कि अगर आप एक पार्टिकुलर कलर, साइज या हाइट के हैं तो आप खूबसूरत हैं। आइए इस खूबसूरत ब्रांड की कहानी और इसकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी के बारे में जानते हैं-
Success Story and marketing strategy of Dove
डव Dove एक अमेरिकन पर्सनल केयर ब्रांड American personal care brand है जो यूनिलीवर Unilever के अंडर आता है। इस कम्पनी की शुरुआत एक अमेरिकन केमिस्ट विंसेंट लेंबरटी American chemist Vincent Lamberti ने की थी। यह कम्पनी अपने प्रोडक्ट्स बांग्लादेश, अर्जेंटीना, एरिका, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, जापान, इंडिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, बुल्गारिया, कनाडा, जर्मनी, ईरान, फिलीपींस, पोलैंड, मैक्सिको, रूस, यूनाइटेड स्टेट्स, आयरलैंड आदि देशों में बनाती है। डव के प्रोडक्ट्स 150 से भी अधिक देशों में उपलब्ध हैं और इनके पास वूमेन, मेन और बेबीज़ सभी के लिए पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स मौजूद हैं।
यह कम्पनी 1960 के दशक में लॉन्च की गई थी और तब इनके पास सिर्फ डव बार और डव ब्यूटी बार Dove bar and dove beauty bar, मात्र दो प्रोडक्ट्स मौजूद थे। मात्र दो प्रोडक्ट होने के बावजूद भी कंपनी के कई लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया क्योंकि ये कम्पनी ये दावा करती थी कि इनका साबुन स्किन को साफ करने के साथ-साथ मॉइश्चराइज भी करता है। आज के समय में तो लगभग सारी कंपनियां ये दावा करती हैं कि उनका प्रोडक्ट स्किन में नेचुरल ऑयल को बनाए रखता है और स्किन को मॉइश्चराइज रखता है लेकिन 1960 के दशक में मॉइश्चराइजिंग सोप Dove Moisturizing soap का कॉन्सेप्ट बिलकुल नया था और लोग इस प्रोडक्ट को इस्तेमाल करना चाहते थे, ये देखने के लिए कि क्या वाकई साबुन मॉइश्चराइज भी कर सकता है।
1970 का दशक डव के लिए काफी अच्छा साबित हुआ क्योंकि इस ब्रांड ने बहुत लोकप्रियता हासिल की और लोगों को इस ब्रांड पर विश्वास होने लगा। इतना ही नहीं, कई चिकित्सकों ने भी इस ब्रांड को रिकमेंड करना शुरू किया। इस लोकप्रियता के कारण डव Dove ने अपनी प्रोडक्ट लाइन Dove product line बढ़ानी शुरू कर दी। उस समय डव ने अपने विज्ञापन पर खास जोर दिया क्योंकि उनका मानना था कि लोगों को मॉश्चराइजिंग सोप के बारे में पता होना चाहिए और कंपनी ने काफी क्रिएटिव ऐड देना शुरू किया जिसमें उन्होंने किसी मॉडल या सेलिब्रिटी को ब्रांड एंबेसडर बनाने की जगह अपने ग्राहकों को ऐड में दिखाया।
1990 के दशक तक कंपनी की वैल्यू $ 200 मिलियन थी और आपको ये जानके आश्चर्य होगा कि आज इस कंपनी की वैल्यू करीब 4.5 बिलियन डॉलर्स है। कंपनी की सफलता का राज़ उसकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी Marketing Strategy of Dove है। सही मार्केटिंग रणनीति अपनाने के कारण आज डव के प्रोडक्ट Dove products 150 से भी अधिक देशों में बिकते हैं और 150 से भी अधिक देशों की महिलाओं को डव पर भरोसा है।
टारगेट ऑडियंस Target Audience Of Dove
पिछले कुछ दशकों में डव ने अपने कैंपेन और ऐड की मदद से लोगों को रियल ब्यूटी का मतलब समझाया है। अपने ऐड की मदद से डव रियल ब्यूटी की डेफिनिशन लोगों को बता रहा है। डव के ऐड और कैंपेन लोगों को ना सिर्फ फिजिकली बल्कि मेंटली भी प्रभावित करते हैं। 18 से 35 वर्षीय लोग नेचुरल ब्यूटी का मतलब जानते हैं और इसीलिए इस उम्र के लोग डव के टारगेट ऑडियंस हैं। डव मिडल क्लास और अपर क्लास लोगों को अपनी टारगेट मार्केट का हिस्सा बनाना चाहता है क्योंकि ये लोग अपने स्किन और हेयर की अतिरिक्त देखभाल करते हैं। हम ऐसे प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करना चाहते हैं जिसमें केमिकल्स कम हो और डव इस पर भी खरा उतरता है। अलग-अलग उम्र के लोगों की समस्याओं को समझते हुए डव अपने प्रोडक्ट पेश कर रहा है और एंपथेटिक मार्केटिंग स्ट्रेटजी empathetic marketing strategy की मदद से अपने ग्राहकों तक पहुंच रहा है।
Also Read : जानिए कैडबरी की सफलता की कहानी और मार्केटिंग स्ट्रेटजी
Dove की मार्केटिंग स्ट्रेटजी Marketing Strategy Of Dove
ऐसा नहीं है कि डव के प्रोडक्ट्स 100% नेचुरल है और इसमें कोई केमिकल का उपयोग नहीं होता है लेकिन अपने कंपटीटर्स की तुलना में डव के प्रोडक्ट्स अच्छे हैं। एक अच्छे सोप में जो भी रहना चाहिए डव आपको वो देता है।
डव यूनिलीवर का सबसे आइकॉनिक ब्रांड Dove is Unilever’s most iconic brand है। जैसे मेकअप में यूनिलीवर का सबसे आइकॉनिक ब्रांड लैक्मे है, ठीक उसी तरह पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की रेंज में यूनिलीवर का सबसे आइकॉनिक ब्रांड डव है। ये बात किसी से भी नही छिपी हुई है कि ब्यूटी इंडस्ट्री में इतना कॉम्पिटिशन है और इसीलिए ब्यूटी इंडस्ट्री में बने रहने के लिए डव को समय-समय पर अच्छी मार्केटिंग रणनीतियों की जरूरत है तभी वह इस इंडस्ट्री में और अच्छा कर पाएगा।
डव ने हमेशा अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए क्रिएटिव एडवरटाइजमेंट और सक्सेसफुल कैंपेन पेश किया है। आइए इस एवरग्रीन ब्रांड की मार्केटिंग स्ट्रेटजी के बारे में जानते Winning Marketing strategy of Dove हैं-
1. डव ने हेल्थी और जेंटल प्रोडक्ट्स बनाए Dove’s Products Are Gentle And Healthy
डव के प्रोडक्ट्स की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये हेल्थी और जेंटल हैं। इनके प्रोडक्ट्स त्वचा और बालों को साफ करने के साथ-साथ मॉइश्चराइज भी करते हैं, जो बेहद ज़रूरी है।
पर क्या सिर्फ अच्छे प्रोडक्ट बनाने से ही ब्रांड सफल हो जाता है? नहीं
डव को पता था की उनके प्रोडक्टस में दम है इसीलिए उन्होंने मार्केटिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी क्योंकि अगर अच्छी मार्केटिंग ना की जाए तो अच्छे प्रोडक्ट भी आप बेच नहीं सकते हैं।
डव को ये बात पता थी कि फेक ब्यूटी स्टैंडर्ड से लोग रिलेट नहीं कर पा रहे हैं और ऐसे में झूठे वादे करने वाले ऐड दिखाने से कुछ नहीं होगा इसीलिए डव ने अपने ऐड में रियल और नेचुरल ब्यूटी के महत्व को समझाना शुरू किया। उन्होंने अपने ऐड की मदद से लोगों तक ये बात पहुंचाई कि उनके प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से ना सिर्फ आपकी स्किन अच्छी होगी बल्कि आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आप खुद की तुलना किसी से नहीं करेंगे और अपनी स्किन से प्यार करना सीखेंगे।
2. विज्ञापन करने का नया तरीका Dove's Unique Way Of Advertising
हम सबके लिए विज्ञापन का मतलब है सेलिब्रिटी और इनफ्लुएंसर द्वारा किसी विशेष प्रोडक्ट की ढेर सारी तारीफ, जो हमें ये सोचने पर मजबूर कर देती है कि अगर ये सेलिब्रिटी इस ब्रांड का ऐड दे रहा है तो प्रोडक्ट में कुछ बात होगी और इसीलिए हम भी उस प्रोडक्ट को ट्राई करना चाहते हैं। ऐड के लिए सही सेलिब्रिटी को चुनने की वजह से आज कई सारे ब्रांड सक्सेसफुल हैं और काफी प्रॉफिट कमा रहे हैं लेकिन डव इस जगह बेहद अलग है। डव ने विज्ञापन के लिए किसी सेलिब्रिटी को चुनने की बजाय अपने रियल कस्टमर को चुना।
कभी डांसर साहिबा, लॉयर स्पृहा और डॉक्टर अदिति के हेयर प्रॉब्लम्स को दिखाया तो कभी #stopthebeautytest में दिल्ली की महक, बैंगलोर की नूर, असम की राजेश्वरी, मुंबई की हेमाली और ईटावा की दीक्षा को दिखाया और Dove 7-day test में गृहणी हिना और स्टाइलिस्ट आदिश्री के अनुभव को दिखाया। इन ऐड की मदद से डव ने अपनी ब्रांड इमेज brand image of Dove बनाई और अपने कस्टमर्स की मदद से वह नए ग्राहकों से भी कनेक्शन बनाने में सफल हुए।
अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटजी में डव ने इमोशन का पूरा इस्तेमाल किया और एंपेथेटिक मार्केटिंग का इस्तेमाल किया।
3. वूमेन एंपावरमेंट थीम को चुनना Choosing A Women's Empowerment Theme
ब्यूटी को लेकर आज भी समाज में कई तरह के स्टीरियोटाइप्स हैं। अगर आप किसी विशेष रंग, साइज और एथनिसिटी के हैं तो आप सुंदर हैं और अगर आप किसी विशेष रंग, साइज और एथनिसिटी के नहीं हैं तो आप सुंदर नहीं हैं। डव ने अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटजी में वूमेन एंपावरमेंट और रियल ब्यूटी थीम को चुना। उन्होंने समझाया कि किसी विशेष रंग, साइज और एथनिसिटी का होना और ना होना, ये तय नहीं करता है कि आप सुंदर हैं या नहीं। उन्होंने अलग-अलग रंग, अलग उम्र और विभिन्न एथनिसिटी की महिलाओं को अपने ऐड में दिखाया और सालों से फॉलो किए जाने वाले कई तरह के ब्यूटी स्टीरियोटाइप्स को तोड़ा।
4. रिकॉर्ड ब्रेकिंग कैंपेन का इस्तेमाल किया Marketing Campaigns Of Dove
डव ने अपने यूनिक मार्केटिंग कैंपेन से अपने ग्राहकों के दिल पर राज़ करना शुरू किया। चूज ब्यूटीफुल कैंपेन Choose beautiful campaign, द रियल ब्यूटी कैंपेन The Real beauty campaign, द एड मेकओवर कैंपेन The Ad Makeover Campaign, द शो अस कैंपेन The Show Us Campaign, रियल ब्यूटी इज यूनिवर्सल Real beauty is universal, द सेल्फी टॉक कैंपेन The Selfie Talk campaign और स्टॉप द ब्यूटी टेस्ट कैंपेन Stop the beauty test campaign की मदद से अपने ग्राहकों से कनेक्ट किया।
कैंपेन और एड के अलावा डव ने कुछ शॉर्ट फिल्म की मदद से लोगों को रियल ब्यूटी का सही मतलब समझाया।
निष्कर्ष
आज डव अपने अनोखे, भावनात्मक, और सहानुभूतिपूर्ण एड और कैंपेन की मदद से ब्यूटी इंडस्ट्री पर राज़ कर रहा है। डव ने हर महिला को ये समझाया है कि वे जैसी भी हैं, खूबसूरत हैं। आप एवरेज नहीं, ब्यूटीफुल हैं। डव ने फेक ब्यूटी fake beauty का कभी समर्थन नहीं किया और ये बात उनके कस्टमर को सबसे ज्यादा पसंद आई। डव ने फेयरनेस और स्किन व्हाइटनिंग fairness and skin whitening को प्रमोट करने के बजाय हेल्थी स्किन और रियल ब्यूटी real beauty को प्रमोट किया और इस तरह से डव ब्यूटी इंडस्ट्री में इतना कॉम्पिटिशन होने के बावजूद भी शीर्ष पर बने रहने में कामयाब रहा है।
You May Like