कविताएं…. जीवन और समाज का आईना!

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कविताएं…. जीवन और समाज का आईना!
27 Sep 2021
9 min read

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कवि इतिहास को जीवित करते हैं। एक अरब लोगों की नब्ज से थिरकती कविता एक शक्तिशाली दूत है, एक ऐसा रास्ता जिसके माध्यम से बड़े मुद्दों पर जागरूकता पैदा की जा सकती है। कविता हमें दिखाती है कि अंग्रेजी एक भारतीय भाषा है। यदि आप अंग्रेजी में भारतीय कवियों को पढ़ते हैं, खासकर अरुण कोलाटकर, गोपाल होनलगेरे, मनोहर शेट्टी और जीत थायिल के काम, यह  उनके काम को "प्रामाणिक भारतीय" के अलावा कुछ और के रूप में सोचना मुश्किल कर देते हैं, भले ही वे कोलोनियल शासन के माध्यम से लाई गई भाषा में लिखते थे।  भारतीय कविता इतिहास और मानवीय अनुभव का एक सतत, बहु-अष्टक राग है।  हमें भारतीय कविता को सम्मान देने की और उसके समृद

कविताएं शब्दों की एक कला हैं जो शब्दों के माध्यम से मनुष्य के जीवन और उसके मन की भावनाओं को सुसज्जित रूप से व्यक्त करती हैं। यह मनुष्य को अपनी भावनाओं से जोड़े रखती हैं। कविताएं किसी भी विषय पर लिखी जा सकती हैं।‌ कई शोधों में ऐसा पाया गया है कि कविताएं मानसिक तनाव को कम करने में सहायक होती हैं, क्योंकि इनके द्वारा मनुष्य अपने मन की बात को खुल कर सामने रखता है। हम क्रोध, मदमस्त, उदासीनता, भय आदि भावनाओं को अंदर दबा कर रखते हैं और कविताएं हमें इन भावनाओं को व्यक्त करने की अनुमति देती हैं। अगर बात करें भारत के प्राचीन कवियों और उनके रचनाओं की तो समाज और साहित्य में भारतीय कवियों की भूमिका सराहनीय है। यह हमें जीवन जीने का ढंग सिखाती हैं और समाज का आईना दिखाती हैं।‌ लेकिन कुछ ऐसे कवि भी हैं जिन्हें सराहना नहीं मिलती और वे गुमनाम हो जाते हैं। हमें जरूरत है इन कवियों और उनकी रचनाओं को सम्मान देने की। क्योंकि यह हमारे जीवन का हिस्सा हैं।

कविता, एक कला

कविता शब्दों की एक कला है। शब्दों के माध्यम से किसी की भावना को अभिव्यक्त करना कविता है। कविता वह तरीका है जिससे लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं और दूसरे उसे पढ़कर या सुनकर उसे महसूस करते हैं। कविताएं किसी चीज के बारे में हो सकती है और अनेक रसों में व्यक्त की जाती है जैसे हास्य रस, प्रेम रस, वीर रस इत्यादि। कविताएं किसी भावनाओं को साझा कर सकती हैं, ज्ञान प्रदान कर सकती हैं, हास्य प्रदान कर सकती हैं  या मनोरंजन कर सकती हैं। कविता जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है जो महान यात्रा को और अधिक हार्दिक और सार्थक बनाती है। कविता ध्वनि और लय के सावधानीपूर्वक नियंत्रण के माध्यम से विचारों और भावनाओं को व्यक्त करती है।  यह सबसे पुरानी भाषा संरचनाओं में से एक है, और अगर हम देखें तो यह हर जगह पाई जाती है । 

कविता मस्तिष्क को रोशन करती है

शोधकर्ताओं द्वारा अध्ययन में पाया गया है कि कविता हमारी भावनाओं को ट्रिगर करता है, हमारे दिमाग को मजबूत करता है, और हमें आत्म-प्रतिबिंब के लिए जगह देता है। कविता, संगीत की तरह, एक भावनात्मक प्रतिक्रिया को ट्रिगर करती है। स्कैन से पता चला है कि दिवास्वप्न और स्मृति से बंधे मस्तिष्क के हिस्से कविता से प्रकाशमान होते हैं। कविता शब्दों के अर्थ और ध्वनियों को फैलाती है, भाषा की सीमाओं को धक्का देती हैं। कविता बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें अपने आस-पास की दुनिया को समझने और उसकी सराहना करने में मदद करती है। कविता हमें जीना सिखाती है। कविता पढ़ना और लिखना दोनों ही हमारी भावनाओं के साथ-साथ हमारी इंद्रियों को भी जोड़ते हैं, कला को अनुभावात्मक बनाते हैं और हमारे दिमाग से जुड़ने में बेहद प्रभावी होते हैं। भावनाओं और शब्दों की अभिव्यक्ति के माध्यम से कविता लिखना और पढ़ना दोनों ही मन पर अत्यधिक चिकित्सकीय प्रभाव डालते हैं।

कविता लिखने के लिए हमें अपनी भावनाओं के बारे में खुला और ईमानदार होना चाहिए ताकि हम उन्हें कलम तथा कागज के माध्यम से आवाज दे सकें, जो वास्तव में खुद को व्यक्त करने का पहला कदम है। एक अच्छी कविता तभी लिखी जा सकती है जब आप अपने भावनाओं के प्रति स्पष्ट होते हैं।‌ कविता के शक्तिशाली उपचार गुणों को विश्व युद्ध और अमेरिकी गृहयुद्ध दोनों के दौरान प्रलेखित किया गया है। सैनिकों को आघात और युद्ध की क्रूरता से निपटने में मदद करने के लिए कविताएं पढ़ी गईं। वास्तव में डॉक्टर अपने मरीजों के लिए भावनात्मक रूप से जुड़कर कविताएं लिखते थे। येल के पास वास्तव में एक समिति है जो एक आवश्यक साहित्यिक पठन सूची रखती है, जिसमें कविता शामिल है। कविता चिकित्सक तथा रोगी दोनों को उन भावनाओं को समझने की अनुमति देती है, जिससे कि रोगी गुजर रहा होता है और‌ यह उनके सुधार में एक बड़ा पहलू जोड़ता है। चिकित्सा के रूप में कविता का उपयोग बढ़ता ही जा रहा है क्योंकि यह मन को शांति देता है। अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप जैसे बड़े देशों में ज्यादा से ज्यादा मनोचिकित्सक कविता को चिकित्सा के रूप में अपनाते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए कविता कैसे आवाज देती हैं?

मनुष्य जो अनुभव करता है उन भावनाओं को भाषा की बारीकियों से व्यक्त करता है। कविता हमें उन कठिन भावनाओं के बारे में बात करने के लिए अनुमति देती हैं। कविता लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। दर्द पर चर्चा करने और लोगों को सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से ठीक करने के लिए कविता एक सामान्य आधार है। कविता तनाव, चिंता, अवसाद, द्विध्रुवी विकार और कई अन्य मानसिक स्वास्थ्य कठिनाइयों और विकारों के लिए प्रभावी होती हैं।

कविता के माध्यम से खुद को व्यक्त करने से मानसिक तनाव में मदद मिलती है। जब हम मन‌ की‌ भावनाओं को व्यक्त करते हैं तो तनाव, चिंता और ‌मानसिक तनावों से ‌छुटकारा पाते हैं। हम सभी के दिमाग में कई तरह के विचार आते हैं, कविता उन्हें व्यक्त करने के लिए एकदम सही जगह है। कविता हमें अपनी भावनाओं को सकारात्मक रूप से साझा करने देती हम लोगों में से बहुत से लोग समय-समय पर क्रोधित, निराश, उदास या भयभीत महसूस करते हैं।  क्योंकि यह भावनाएं अप्रिय होती हैं, हम अक्सर इन्हें अपने अंदर बंद करके रखते हैं। कविता लिखना और पढ़ना हमें इन भावनाओं को बाहर निकालने और उन्हें बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है।

भारतीय कवि जो शब्दों के जादू का एहसास कराते हैं

भारतीय काव्य की जड़ें वैदिक काल से दृढ हैं। वे वैदिक और शास्त्रीय संस्कृत, हिंदी, ओडिया, मैथिली, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली और उर्दू में शुरू होने वाली विभिन्न भाषाओं में लिखे गए थे। न केवल मूल भारतीय कविता बल्कि विदेशी भाषाओं जैसे फारसी और अंग्रेजी में कविता का भारतीय कविता पर एक मजबूत और प्रमुख प्रभाव था जो अभी भी आधुनिक भारतीय कविता का हिस्सा है। दशकों से कविता ने भारत के भीतर विविध आध्यात्मिक परंपराओं को प्रतिबिंबित किया है, कई भारतीय कवियों ने अपने रहस्यमय अनुभवों के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध कविताओं को लिखा है। भारत ऐतिहासिक रूप से उल्लेखनीय कवियों की भूमि रहा है जिनकी अनुकरणीय रचना विश्व प्रसिद्ध है। उनमें से एक कबीरदास है जिन्हें सबसे ज्यादा मान्यता प्राप्त हैं। उनकी रचनाओं में हिंदी भाषा के साथ-साथ ब्रज, अवधी, भोजपुरी, सहित अन्य भाषाओं के भी कुछ अंश पाए जाते हैं। उनकी कविताएँ जीवन और आस्था के विभिन्न पहलुओं का प्रतिबिंब थीं। उनकी कविताओं को दोहे के नाम से जाना जाता था जो भारत में अत्यधिक प्रसिद्ध हैं। "बीजक", "मोको कहां ढूँढे रे बन्दे" उनकी कुछ मुख्य रचनाएं हैं।

इनके अलावा कबीर दास, रविंद्र नाथ टैगोर, मीराबाई, अरविंदो घोष, हरिवंश राय बच्चन, इत्यादि भारतीय कवियों ने ना केवल भारतीय कविता पर बल्कि विश्व साहित्य पर भी गहरा प्रभाव डाला। कालिदास को अब तक के सबसे महान कवियों में से एक माना जाता है। भारत में मध्यकाल में कई महान कवियों का उदय हुआ जिनमें रहीम, कबीर और तुलसीदास शामिल हैं। तुलसीदास ने विशेष रूप से रामचरितमानस लिखा, जिसे "मध्ययुगीन भारतीय कविता के जादू के बगीचे में सबसे ऊंचे पेड़" के रूप में प्रशंसित किया गया है। इनकी कविताएं विशेषकर जीवन जीने का ढंग सिखाती हैं‌‌ और रोजमर्रा की जिंदगी, रिश्ते, समाज आदि विषयों को छूती थीं।