मारुति सुजुकी जनवरी से कीमतों में 4% तक बढ़ोतरी करेगी
News Synopsis
देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड Maruti Suzuki India Ltd ने जनवरी 2025 से अपने व्हीकल्स की कीमतों में बढ़ोतरी की योजना की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी 4% तक होने की उम्मीद है, जो अलग-अलग मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी। कंपनी के अनुसार यह निर्णय बढ़ती इनपुट कॉस्ट और बढ़ते ऑपरेशनल एक्सपेंसेस के जवाब में लिया गया है।
कॉस्ट को ऑप्टिमाइज़ बनाने और कस्टमर्स पर फाइनेंसियल बर्डन को कम करने के प्रयासों के बावजूद मारुति सुजुकी ने कहा कि उसे बढ़ी हुई लागतों का एक हिस्सा मार्केट पर डालना होगा। यह कदम ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में इसी तरह के प्राइस एडजस्टमेंट्स के साथ संरेखित है, जहां मैन्युफैक्चरर कच्चे माल, एनर्जी और लोजिस्टिक्स की हाई कॉस्ट से जूझ रहे हैं।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड Hyundai Motor India Ltd ने घोषणा की कि वह 1 जनवरी 2025 से अपने संपूर्ण मॉडल लाइनअप की कीमतों में वृद्धि करेगी। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब हुंडई ने कहा कि उसे बढ़ती इनपुट कॉस्ट, प्रतिकूल एक्सचेंज रेट्स और बढ़ते लॉजिस्टिक्स एक्सपेंसेस का सामना करना पड़ रहा है।
जर्मन लग्जरी कार मैन्युफैक्चरर ऑडी Audi ने 1 जनवरी से अपने पूरे मॉडल रेंज में कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस बढ़ोतरी से एक्स-शोरूम कीमतों में 3% तक की बढ़ोतरी होगी। ऑडी ने बढ़ती इनपुट और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट को कीमतों में बढ़ोतरी का कारण बताया।
बीएमडब्ल्यू इंडिया ने भी हाल ही में 1 जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल रेंज में 3% तक की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह निर्णय बढ़ती लागतों को संबोधित करने और प्रीमियम क्वालिटी स्टैंडर्ड्स को बनाए रखने की कंपनी की स्ट्रेटेजी का हिस्सा था।
डुकाटी इंडिया ने हाल ही में अपने मोटरसाइकिल लाइनअप में चुनिंदा मॉडलों के लिए प्राइस रिवीजन की घोषणा की, जो 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। यह एडजस्टमेंट नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, कोच्चि, हैदराबाद, चंडीगढ़, अहमदाबाद और कोलकाता सहित भारत भर में सभी डुकाटी डीलरशिप पर स्पेसिफिक मॉडलों और वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमतों पर लागू होगा।
इसी तरह मर्सिडीज-बेंज इंडिया जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल रेंज की एक्स-शोरूम कीमतों में संशोधन करेगी। मॉडल के आधार पर कीमत में 3% तक की बढ़ोतरी होगी। मर्सिडीज-बेंज ने इस एडजस्टमेंट को बढ़ती इनपुट कॉस्ट, इन्फ्लेशन के दबाव और बढ़े हुए लॉजिस्टिक्स एक्सपेंसेस के लिए जिम्मेदार ठहराया, जो कंपनी की ऑपरेशनल कॉस्ट और ओवरआल फाइनेंसियल परफॉरमेंस को प्रभावित कर रहे हैं।
जापान की सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी मारुति सुजुकी भारत के पैसेंजर व्हीकल मार्केट में एक प्रमुख स्थान रखती है, जिसके पोर्टफोलियो में स्विफ्ट, बलेनो और ब्रेज़ा जैसे पॉपुलर मॉडल शामिल हैं। अपनी सस्ती और फ्यूल-एफ्फिसिएंट कारों के लिए जानी जाने वाली कंपनी ने ऐतिहासिक रूप से इंडियन कंस्यूमर्स के लिए वैल्यू और क्वालिटी के बीच संतुलन बनाने का लक्ष्य रखा है। हालाँकि हाल के इकनोमिक दबावों ने ऑपरेशन्स को बनाए रखने और प्रोफिटेबिलिटी बनाए रखने के लिए समय-समय पर प्राइस रिवीजन की आवश्यकता जताई है।
ग्लोबल सप्लाई चेन डिस्रप्शन, इन्फ्लेशन और रेगुलेटरी परिवर्तनों से प्रभावित हुए हैं। इंडस्ट्री अनलिस्ट्स का सुझाव है, कि इस तरह की बढ़ोतरी अल्पावधि में मांग को प्रभावित कर सकती है, लेकिन वे अक्सर मैन्युफैक्चरर के लिए लॉन्ग-टर्म फाइनेंसियल स्टेबिलिटी और व्हीकल डिजाइन और टेक्नोलॉजी में निरंतर इनोवेशन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक होते हैं।
मारुति सुजुकी के इस निर्णय पर कॉम्पिटिटर्स और कस्टमर्स की कड़ी नजर रहेगी, क्योंकि यह आने वाले महीनों में अन्य ऑटोमेकर्स द्वारा भी इसी प्रकार के कदम उठाए जाने का संकेत हो सकता है।