उपभोक्ता दिवस पर जानिए अपने अधिकार
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Consumer यानि उपभोक्ता वह व्यक्ति होता है जो किसी भी दुकान या मॉल में कोई वस्तु खरीदता है या कोई सेवाएं ले रहा है जिसका वो दुकानदार को भुगतान करता है सरल भाषा में बोले तो उसे हम ग्राहक कहते हैं। आज हम इस पोस्ट में ऐसी कई महत्वपूर्ण बातों के बारे में चर्चा करेंगे जो आपको एक अच्छा और ज़िम्मेदार ग्राहक बनने में मदद कर सकती हैं तो आइए जानते हैं:-
आपने आज से पहले भी कई बार राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस national consumer day के बारे में सुना होगा और हर बार मनाया भी होगा लेकिन क्या आपको पता है, इसे क्यों मनाया जाता है इसके क्या उद्देश्य हैं। आज हम इस पोस्ट में ऐसी कई महत्वपूर्ण बातों के बारे में चर्चा करेंगे जो आपको एक अच्छा और ज़िम्मेदार ग्राहक बनने में मदद कर सकती हैं तो आइए जानते हैं:-
24 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस मनाया जाता है। चूंकि, इस दिन उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम consumer protection act को राष्ट्रपति president of india की सहमति प्राप्त हुई थी। हर साल 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता अधिकार World Consumer Rights Day दिवस भी मनाया जाता है। यह दिन ग्राहकों को उनकी ज़िम्मेदारियों और अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता हैं। भारत में बहुत से ऐसे लोग होंगे जिन्हें इस दिन के महत्व के बारे में नहीं पता होगा। लेकिन इस दिन के महत्व को समझने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए कि उपभोक्ता कौन है और इसके बारे में जानना क्यों जरूरी है?
Consumer यानि उपभोक्ता वह व्यक्ति होता है जो किसी भी दुकान या मॉल में कोई वस्तु खरीदता है या कोई सेवाएं goods and services ले रहा है जिसका वो दुकानदार retailer को भुगतान करता है सरल भाषा में बोले तो उसे हम ग्राहक कहते हैं।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस
Consumer Day इसलिए मनाना जरुरी होता है, क्योंकि जब हम दुकानदार से कोई वस्तु या खाने की चीज़ लेते हैं तो सरकार द्वारा तय की गयी राशि के बराबर या उससे कम में लेते हैं जिसको अधिकतम खुदरा मूल्य कहते हैं। लेकिन कई बार दुकानदार हमें MRP से अधिक में वस्तु दे देता है जिसका अतिरिक्त भार हमारी ही जेब पर पड़ता है। मतलब खरीदार और विक्रेता के बीच के रिश्ते में खटास आती है, इसलिए एक जिम्मेदार उपभोगता होने के नाते हमें अपने अधिकारों का पता होना चाहिए। ताकि आप मार्केट में होने वाली हर धोखाधड़ी से बच सकें।
मार्केट में ऐसे रोजाना कई केस सामने आते जिसको कम करने के लिए सरकार कुछ बेहतरीन कदम उठा रही हैं क्या आपको पता है 2019 में सरकार ने एक नया एक्ट लागू किया है।
Consumer Protection Act
Consumer Protection Act यह 20 जुलाई 2020 से लागू है, यह ग्राहको को सशक्त बनाएगा और उनके अधिकारों की रक्षा और सुरक्षा दोनों में मदद करेगा। यह एक्ट Consumer कि शिकायतों को तुरंत हल करने के लिए लाया गया ताकि बज़ार में हो रहे ऐसे मामलों को बंद किया जा सके।
उदाहरण के लिए मान लीजिए आपने एक टॉफी ली जिसका प्रिन्ट रेट 1 रुपया है, लेकिन दुकानदार आपको वही टॉफी 2 रुपए में दे तो आप उसे ऐसा करने से रोक सकते है या कोई भी क़ानूनी करवाई भी कर सकते हैं इसलिए राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस मनाने का केवल यही उद्देश्य है कि आपको आपके अधिकारों का पता चल सकें।
सबसे जरुरी बात यह है कि पहले आपको ये पता होना चाहिए कि एक उपभोगता होने के नाते आपके हक में क्या-क्या कानूनी नियम और अधिकार हैं।
सुरक्षा का अधिकार
दुकान में रखे समान की सही गुणवत्ता के निशान जैसे Hallmark, Agmark, ISO, FSSAI, आदि। दूसरा की कोई भी products ख़राब या नकली न निकले। दुकानदार द्वारा ग्राहक को बेचे गये किसी भी नकली सामान/ वस्तु से सुरक्षा का पूरा अधिकार हैं।
चुनने का अधिकार
यदि आप किसी भी दुकान पर जाते हैं तो आपको ग्राहक होने के नाते पूरा हक है कि आप अपनी पसंद और मर्जी के अनुसार कोई भी समान या वस्तु खरीद सकते हैं।
सूचना का अधिकार
ग्राहक को ये पूरा अधिकार है कि वे जो भी वस्तु या सेवा ले रहा हो तो वह उस से जुड़ी सारी जानकारी ले सकता है।
सुनवाई का अधिकार
ग्राहक की शिकायतों की सुनवाई के लिये एक सरकार द्वारा Consumer court जैसा मंच उपलब्ध करवाया गया है, जहां वह असानी से अपनी बात रख सकता है।
लेकिन इस कदम तक पहुंचने से पहले आप जिस भी प्रकार का product खरीदतें हैं उनकी कंपनी customer support team से बात कर सकते हैं।
हर्जाना पाने का अधिकार
अगर कोई भी दुकानदार उपभोक्ता से किसी भी प्रॉडक्ट को लेकर धोखाधड़ी के मामले में पकड़ा जाता है तो उसे ग्राहक को पूरा हर्जाना भरना पड़ेगा।
अच्छे व्यवहार का अधिकार
Customer हमेशा दुकानदार के लिए भगवान माना जाता है, इसलिए हर किसी दुकानदार को अपने ग्राहक के साथ अच्छे व्यवहार से पेश आना चाहिए और किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए।जैसे- जाति या लिंग के आधार पर होने वाला भेद-भाव
शिक्षा का अधिकार
ये अधिकार वैसे तो हर किसी के लिए है लेकिन ग्राहक को उसके लिए बनाए गए नियम कानून के बारे में पता होना चाहिए जिसके लिए उन्हें इसका पूरा अधिकार है। यह एक ग्राहक के लिए इसलिए जरूरी हैं क्योंकि वह असानी से किसी भी पोस्टर या विज्ञापन देखकर या दुकानदार की बातों पर भरोसा कर सकते हैं। और आपको कोई भी बेकार समान बेच सकता है इन सब से बचने के लिए आपको उस वस्तु या कंपनी के reviews/feedback आदि को अच्छे से पढ़ना आना चाहिए।
अंत में कहना चाहेंगे कि यह सब नियम कानून जानने के बाद एक अच्छा ग्राहक बनने हेतु हमारे भी कुछ कर्तव्य है यदि आप कोई भी खाने-पीने का समान लेते हैं, तो उसके पीछे दी गई एक्सपायर डेट देखें और हर समान का सबूत के तोर पर दुकानदार से रसीद ज़रूर लें।
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