भारत ने UPI मार्केट कैप की समयसीमा 2026 तक बढ़ाई
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एक बड़े कदम के तहत National Payments Corporation of India ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पेमेंट ऐप के लिए मार्केट शेयर की सीमा को दो साल के लिए टालने का फैसला किया है, जिससे समय सीमा दिसंबर 2026 तक बढ़ गई है। यह निर्णय PhonePe और Google Pay जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को राहत देता है, जो वर्तमान में भारत में UPI लैंडस्केप पर हावी हैं।
NPCI ने शुरुआत में 2020 में एक सीमा का प्रस्ताव रखा था, जिसका उद्देश्य किसी भी एक UPI पेमेंट ऐप को 30 प्रतिशत मार्केट शेयर तक सीमित करना था। इस कदम का उद्देश्य किसी एक कंपनी को मार्केट पर हावी होने से रोकना और हेल्थ कम्पटीशन को बढ़ावा देना था। हालांकि नवंबर 2024 तक वॉलमार्ट द्वारा समर्थित PhonePe के पास लगभग 47.8 प्रतिशत UPI ट्रांसक्शन थे, जबकि Google Pay के पास लगभग 37 प्रतिशत थे। निर्धारित समय पर सीमा को लागू करने से इन प्लेटफ़ॉर्म और उनके विशाल यूजर बेस के लिए बड़ी बाधाएँ पैदा हो सकती थीं।
सीमा को स्थगित करने के निर्णय को UPI इकोसिस्टम की निरंतर ग्रोथ और स्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जाता है। समय सीमा को बढ़ाकर NPCI का लक्ष्य उभरते खिलाड़ियों को अपनी मार्केट उपस्थिति का विस्तार करने के लिए अतिरिक्त समय प्रदान करना है। मार्केट शेयर की सीमा में देरी करने के अलावा NPCI ने WhatsApp Pay पर यूजर लिमिट को हटा दिया है, जिससे मेटा के स्वामित्व वाले प्लेटफ़ॉर्म को भारत में 100 मिलियन यूजर्स की पिछली सीमा से आगे अपने यूजर बेस का विस्तार करने की अनुमति मिल गई है।
हाल के वर्षों में UPI प्लेटफ़ॉर्म ने तेजी से वृद्धि का अनुभव किया है, जिसमें ट्रांसक्शन की मात्रा अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है। अकेले 2024 में UPI ट्रांसक्शन 46 प्रतिशत बढ़कर 172 बिलियन हो गया, जो 2023 में 118 बिलियन था। यह तेजी से अपनाया जाना भारत के डिजिटल पेमेंट लैंडस्केप में प्लेटफ़ॉर्म की अभिन्न भूमिका को रेखांकित करता है, जिससे निर्णय विशेष रूप से प्रभावशाली होते हैं।
हालांकि इस देरी से प्रमुख खिलाड़ियों को तत्काल राहत मिली है, लेकिन यह फायर और कॉम्पिटिटिव माहौल बनाए रखने के लिए NPCI की कमिटमेंट को भी रेखांकित करता है। अधिक समय देकर NPCI तेजी से बदलते डिजिटल इकोसिस्टम में नियमों को लागू करने की चुनौतियों का मैनेज करते हुए किसी भी एक कंपनी को मार्केट पर कब्जा करने से रोकने की कोशिश कर रहा है।
जैसे-जैसे नई समयसीमा नजदीक आ रही है, अग्रणी UPI ऐप के लिए अपनी सर्विस में विविधता लाने की रणनीति बनाना और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए उभरते खिलाड़ियों के साथ सहयोग करना महत्वपूर्ण होगा। कंस्यूमर्स के लिए ये विकास विकल्पों की एक ब्रॉडर चेन के साथ अधिक विविध मार्केट की ओर ले जा सकते हैं, जो संभावित रूप से देश के लगातार विकसित हो रहे डिजिटल पेमेंट सेक्टर में बेहतर सर्विस प्रदान कर सकते हैं।