भारत बना दुनिया का सबसे आकर्षक मैन्यूफैक्चरिंग हब
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भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र global manufacturing hub बनाने के लिए सरकार भी कई मोर्चों पर एक साथ काम कर रही हैं। मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने से भारत के धीमे पड़ते निर्यात को तेज करने तथा रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने में मदद मिली है। भारत अब एक आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग हब Attractive Manufacturing Hub बन गया है। लागत के मामले में मैन्युफैक्चरिंग डेस्टीनेशन के रूप में भारत का आकर्षण बढ़ा है। भारत ने अब एक इतिहास रच दिया है और दुनिया की आर्थिक महाशक्ति अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
अब दुनिया के बहुत सारे देशों में अलग-अलग तरह के बिज़नेस business बहुत तेजी से फ़ैल रहे हैं। इससे एक देश की आर्थिक व्यवस्था economic system पर बहुत फर्क पड़ता है। आज सफलता पूर्वक बिजनेस चलाने के लिए व्यापारी बिजनेस संबंधी सभी जरूरत का सामान जुटाने में सक्षम हैं। व्यापार की रणनीति business strategy क्या होती है इसे कई देश और उद्यमी भलीभांति समझने लगे हैं। एक सफल उद्यमी हमेशा कुछ नयेपन की खोज में, उत्सुक तथा लगनशील होता है। वह एक नए अवसर की खोज करता है और विभिन्न अवसर में से सबसे अधिक लाभ Profitable देने वाला अवसर का चुनाव करता है। वह मैन्यूफैक्चरिंग manufacturing का काम शुरू करता है उसे वास्तविक रूप देने के लिए उस अवसर से संबंधित जानकारियां इकट्ठा करता है तथा फिर उसके बाद आवश्यक संसाधन Resources जुटा लेने के पश्चात उसे कार्य रूप देने का प्रयास करता है। मैन्यूफैक्चरिंग हब manufacturing hub के द्वारा वह आर्थिक रूप से देश की मदद तो करता ही है साथ ही कई लोगों को रोजगार Employment भी देता है। मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने की दौड़ में कई देश आगे बढ़ रहे हैं और इसमें आगे आने की कोशिश कर रहे हैं। इस दौड़ में अब भारत भी पहले से काफी आगे आ गया है। मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। चलिए जानते हैं मैन्युफैक्चरिंग manufacturing के मामले में कैसे भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
भारत एक आकर्षक मैन्यूफैक्चरिंग हब
अब भारत India दुनिया एक आकर्षक मैन्यूफैक्चरिंग हब attractive-manufacturing-hub बन गया है। भारत ने अमेरिका को भी पछाड़ दिया है और इस तरह अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया का दूसरा सबसे आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन बन गया है। अब विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत का आकर्षण बढ़ा है। यह लागत में दक्षता की वजह से ही संभव हो पाया है। भारत ने ग्लोबल रैंकिंग में टॉप 2 में जगह बनाई है। भारत ने एक बार फिर साबित कर दिखाया है कि वो हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। अमेरिका और एशिया-प्रशांत America and Asia-Pacific क्षेत्र की तुलना में मैन्युफैक्चरर Manufacturer भारत को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। भारत ने आउटसोर्सिंग outsourcing की जरूरतों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इससे सालाना आधार पर भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है। इसमें हर देश की मैन्युफैक्चरिंग रिस्टार्ट करने की क्षमता, कारोबारी माहौल जैसे labor and market लेबर और मार्केट का एक्सेस, ऑपरेटिंग कॉस्ट operating cost और रिस्क risk (राजनीतिक, आर्थिक और पर्यावरण) शामिल है। इसमें ऑपरेटिंग कंडीशन operating condition और कॉस्ट इफेक्टिवनेस cost effectiveness को ध्यान में रखकर मैन्युफैक्चकरिंग की रैंकिंग बनायी जाती है। वैश्विक विनिर्माण जोखिम सूचकांक-2021 Global Manufacturing Risk Index-2021 में चीन china पहले स्थान पर कायम है। यह सूचकांक यूरोप Europe, द अमेरिकाज तथा एशिया-प्रशांत (एपीएसी) के 47 देशों में से वैश्विक विनिर्माण के लिए आकर्षक या लाभ वाले देशों का आकलन करता है। सबसे अधिक मांग वाले विनिर्माण गंतव्यों manufacturing destinations में चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। इससे साफ़ तौर पर यह साबित हो रहा है कि अमेरिका और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तुलना में विनिर्माता manufacturer भारत में रुचि दिखा रहे हैं। रियल एस्टेट कंसल्टेंट कुशमैन एंड वेकफील्ड Cushman & Wakefield के मुताबिक, कॉस्ट इफेक्टिवनेस cost effectiveness के चलते मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन के रूप में भारत का आकर्षण बढ़ा है।
ग्लोबल रैंकिंग में अन्य देश
दुनिया के आकर्षक मैन्युफैक्चिंरग डेस्टिनेशन की इस लिस्ट में चीन China पहले नंबर पर बना हुआ है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर manufacturing sector में काफी तेजी आयी है। भारत ने वृद्धि के नए उभरते क्षेत्रों पर ध्यान देकर यह सफलता हासिल की है। मैन्युफैक्चरिंग के लिए आकर्षक डेस्टिनेशन की रैंकिंग तैयार करने में कुछ खास पैरामीटर्स Parameters को ध्यान में रखा गया है। कुशमैन एंड वेकफील्ड की लिस्ट में पिछले साल भारत India तीसरे नंबर पर था। इस साल इस लिस्ट में पहले नंबर पर चीन, दूसरे पर भारत, फिर अमेरिका, कनाडा Canada, चेक रिपब्लिक Czech Republic, इंडोनेशिया Indonesia, लिथुएनिया Lithuania, थाइलैंड Thailand, मलेशिया Malaysia और पोलैंड Poland दसवें स्थान पर है। सबसे अधिक डिमांड वाले मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन में चीन china अभी भी पहले नंबर पर है। जबकि पिछले साल की रिपोर्ट में अमेरिका America दूसरे और भारत India तीसरे स्थान पर था। रैंकिंग के लिए मुख्यतः कुछ प्रमुख मानकों को देखा जाता है। जिनमें से मुख्य हैं -विनिर्माण को दोबारा शुरू करने की क्षमता ability to restart manufacturing, बिज़नेस business को शुरू करने का माहौल, कौशल और श्रम की उपलब्धता Availability of skill and labor, इसके अलावा बाजार में पहुंच, परिचालन लागत और जोखिम। जोखिम में राजनीतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय सारे शामिल हैं।
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