विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन कैसे प्राप्त करें?

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विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन कैसे प्राप्त करें?
09 Sep 2024
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विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण प्राप्त करना आज के समय में कई भारतीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बन गया है। वैश्विक शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती पहुंच के साथ, विदेश में पढ़ाई की वित्तीय आवश्यकताएं कई बार भारी पड़ सकती हैं।

ताजे आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया जैसे लोकप्रिय गंतव्यों में पढ़ाई की औसत लागत सालाना INR 20 लाख से INR 50 लाख तक हो सकती है, जिसमें ट्यूशन फीस, रहने का खर्च और यात्रा की लागत शामिल हैं।

इस बढ़ती आवश्यकता के जवाब में, विभिन्न भारतीय बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) ने छात्रों की सहायता के लिए विशेष शिक्षा ऋण योजनाएं तैयार की हैं।

भारतीय सरकार और वित्तीय संस्थान इस वित्तीय बोझ को हल्का करने के लिए कई विकल्प प्रदान करते हैं। 

शिक्षा वित्त के इस गतिशील परिदृश्य को देखते हुए, छात्रों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि ऋण आवेदन की प्रक्रिया में क्या-क्या शामिल है, जिसमें पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज और पुनर्भुगतान विकल्प शामिल हैं।

उपलब्ध संसाधनों का सही उपयोग करके और सूचित रहकर, छात्र विदेश में अपनी शिक्षा की वित्तीय आवश्यकताओं को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर सकते हैं और अपनी शैक्षिक आकांक्षाओं को वास्तविकता में बदल सकते हैं।

यह मार्गदर्शिका आपको शिक्षा ऋण प्राप्त करने के प्रत्येक चरण Every step of getting an education loan के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिससे आप इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को सही ढंग से समझ सकें।

विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन प्राप्त करने के आसान तरीके Easy ways to get education loan for studying abroad

विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण प्राप्त करने के कदम Steps to Get an Education Loan

विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण प्राप्त करना आपके शैक्षिक और करियर लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। यहां एक विस्तृत गाइड है जो आपको इस प्रक्रिया को समझने में मदद करेगी:

  1. अपनी वित्तीय जरूरतों का मूल्यांकन करें Evaluate your financial needs:

    • कुल लागत की गणना करें: अपने विदेश में अध्ययन के कार्यक्रम की कुल लागत की गणना करें, जिसमें ट्यूशन फीस, आवास, जीवन व्यय, यात्रा खर्च और अन्य विविध लागतें शामिल हैं।

    • बजट बनाएं: एक विस्तृत बजट तैयार करें ताकि आप अपनी मासिक खर्चों को समझ सकें और यह अनुमान लगा सकें कि आपको अपनी पढ़ाई के लिए कितना वित्तपोषण की आवश्यकता होगी।

    • स्कॉलरशिप और ग्रांट्स पर विचार करें: स्कॉलरशिप और सरकारी ग्रांट्स के अवसरों की खोज करें जो आपके शिक्षा की कुल लागत को कम कर सकते हैं।

  2. ऋण योजनाओं पर शोध करें Research loan plans:

    • ऋणदाताओं की तुलना करें: विभिन्न बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs), और सरकारी शिक्षा ऋण प्रदाताओं का शोध करें।

    • ब्याज दरों पर विचार करें: विभिन्न ऋणदाताओं द्वारा प्रदान की गई ब्याज दरों की तुलना करें और सबसे प्रतिस्पर्धी शर्तों वाला विकल्प चुनें।

    • पुनर्भुगतान शर्तें: ऋण की पुनर्भुगतान शर्तों का मूल्यांकन करें, जिसमें ऋण की अवधि, मोहलत की अवधि, और ब्याज की गणना विधि शामिल है।

    • अधिक सुविधाएँ: अतिरिक्त सुविधाओं की तलाश करें जैसे सह-ऋणकर्ता, गारंटर, और आंशिक वितरित करने के विकल्प।

  3. पात्रता मानदंड की जाँच करें Check Eligibility Criteria:

    • आवश्यकताओं की समीक्षा करें: उन ऋणदाताओं द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंड की सावधानीपूर्वक समीक्षा करें जिन्हें आपने शॉर्टलिस्ट किया है।

    • अनुपालन सुनिश्चित करें: यह सुनिश्चित करें कि आप सभी आवश्यक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, जैसे कि भारतीय नागरिक होना, मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त करना, और आय मानदंड को पूरा करना।

  4. आवश्यक दस्तावेज़ इकट्ठा करें Gather the required documents:

    • दस्तावेज़ तैयार करें: सभी आवश्यक दस्तावेज़ इकट्ठा करें, जिसमें शामिल हैं:

      • पहचान प्रमाण (पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग

लाइसेंस) - शैक्षिक रिकॉर्ड (मार्कशीट, सर्टिफिकेट, प्रवेश पत्र) - आय प्रमाण (वेतन पर्ची, आयकर रिटर्न) -कोलैटरल (यदि आवश्यक हो) - पता प्रमाण

  • दस्तावेज़ व्यवस्थित करें: सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज़ व्यवस्थित और आसानी से उपलब्ध हों।

  1. ऋण के लिए आवेदन करें Apply for a loan:

    • आवेदन पत्र जमा करें: ऋणदाता द्वारा प्रदान किए गए ऋण आवेदन पत्र को पूरा करें और इसे आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ जमा करें।

    • अतिरिक्त जानकारी प्रदान करें: ऋणदाता द्वारा मांगी गई अतिरिक्त जानकारी प्रदान करने के लिए तैयार रहें, जैसे कि आपके अध्ययन कार्यक्रम, वित्तीय स्थिति और भविष्य के करियर योजनाओं के विवरण।

  2. सत्यापन और वितरण Verification and distribution:

    • दस्तावेज़ सत्यापन: ऋणदाता आपके दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आप पात्रता मानदंड को पूरा करते हैं।

    • क्रेडिट मूल्यांकन: आपके क्रेडिट इतिहास का मूल्यांकन आपके क्रेडिट योग्यता को आकलित करने के लिए किया जा सकता है।

    • ऋण स्वीकृति: यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो ऋणदाता ऋण राशि को किश्तों में या निर्धारित अनुसूची के अनुसार वितरित करेगा।

अधिक सुझाव More tips:

  • जल्दी शुरुआत करें: आवेदन प्रक्रिया को पहले से ही शुरू करें ताकि दस्तावेज़ और प्रक्रिया के लिए पर्याप्त समय हो।

  • सरकारी योजनाओं की खोज करें: सरकारी समर्थित शिक्षा ऋण योजनाओं की खोज करें जो फायदेमंद शर्तें और स्थितियां प्रदान कर सकती हैं।

  • सह-ऋणकर्ताओं या गारंटर्स पर विचार करें: यदि पात्रता मानदंड को पूरा करने में कठिनाई हो, तो सह-ऋणकर्ता या गारंटर को शामिल करने पर विचार करें।

  • ब्याज दरों पर बातचीत करें: प्रतिस्पर्धी ब्याज दर प्राप्त करने के लिए ऋणदाताओं के साथ बातचीत करने से न हिचकिचाएं।

  • पुनर्भुगतान की योजना बनाएं: मासिक किश्तों को प्रबंधित करने के लिए पुनर्भुगतान योजना बनाएं।

इन कदमों का पालन करके और thorough research करके, आप शिक्षा ऋण प्राप्त करने की अपनी संभावना को बढ़ा सकते हैं और अपनी विदेश में अध्ययन की इच्छाओं को साकार कर सकते हैं।

विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण के लाभ Advantages of an Education Loan for Abroad Studies

शिक्षा ऋण विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपकरण हो सकता है। यह कई लाभ प्रदान करता है जो आपकी विदेश में पढ़ाई के अनुभव को अधिक सुलभ और प्रबंधनीय बना सकते हैं:

  1. वित्तीय लचीलापन Financial Flexibility:

    • कुल लागत को कवर करना: शिक्षा ऋण ट्यूशन फीस, आवास, जीवन व्यय, पाठ्यपुस्तकों और अन्य अध्ययन से संबंधित खर्चों को कवर कर सकता है।

    • व्यक्तिगत बचत को बचाना: शिक्षा ऋण का उपयोग करके आप अपनी व्यक्तिगत बचत को समाप्त होने से बचा सकते हैं, जिससे भविष्य के लिए वित्तीय स्थिरता बनी रहती है।

  2. लचीले पुनर्भुगतान की शर्तें Flexible repayment terms:

    • मोराटोरियम अवधि: कई ऋणदाता मोराटोरियम अवधि प्रदान करते हैं, जिसके दौरान आपको ऋण की कोई किस्त नहीं चुकानी होती। यह आपको अपनी पढ़ाई और करियर पर ध्यान केंद्रित करने का समय देता है।

    • लचीले पुनर्भुगतान शेड्यूल: ऋणदाता अक्सर विभिन्न पुनर्भुगतान विकल्प प्रदान करते हैं, जैसे मासिक, त्रैमासिक, या वार्षिक किस्तें, जो आपकी वित्तीय स्थिति के अनुरूप होती हैं।

  3. कर लाभ Tax Benefits:

    • ब्याज की छूट: कई देशों में, शिक्षा ऋण पर चुकाया गया ब्याज कर छूट के लिए योग्य होता है। यह आपकी कुल कर देयता को काफी हद तक कम कर सकता है और ऋण को अधिक सुलभ बना सकता है।

  4. क्रेडिट इतिहास का निर्माण Building a Credit History:

    • सकारात्मक क्रेडिट स्कोर: अपने शिक्षा ऋण की समय पर पुनर्भुगतान से एक मजबूत क्रेडिट इतिहास बन सकता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर भविष्य में घर लोन या कार लोन जैसी वित्तीय संभावनाओं के दरवाजे खोल सकता है।

  5. अपने भविष्य में निवेश Investing in your future:

    • निवेश पर लाभ: शिक्षा ऋण को अपने भविष्य में निवेश के रूप में देखा जा सकता है। उच्च शिक्षा से बेहतर करियर संभावनाएं, अधिक आय, और बेहतर नौकरी संतोष प्राप्त हो सकता है।

  6. वैश्विक अनुभव Global Experience:

    • अंतरराष्ट्रीय अवसर: विदेश में पढ़ाई से आपको मूल्यवान अंतरराष्ट्रीय अनुभव, नेटवर्किंग के अवसर, और सांस्कृतिक अनुभव प्राप्त हो सकते हैं, जो आपके करियर की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं।

  7. विशेषज्ञता शिक्षा Specialization Education:

    • विशेष कार्यक्रमों तक पहुंच: शिक्षा ऋण आपको विशेष कार्यक्रमों और संस्थानों तक पहुंच प्रदान कर सकता है, जो आपके घर के देश में उपलब्ध नहीं हो सकते।

  8. करियर उन्नति Career Advancement:

    • बेहतर नौकरी के अवसर: एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से डिग्री आपके नौकरी के अवसरों और आय की संभावना को काफी हद तक सुधार सकती है।

  9. व्यक्तिगत विकास Personal development:

    • सांस्कृतिक अनुभव: विदेश में पढ़ाई आपके दृष्टिकोण को विस्तृत कर सकती है, सांस्कृतिक समझ को बढ़ा सकती है, और व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित कर सकती है।

शिक्षा ऋण के लाभों को समझकर, आप यह निर्णय ले सकते हैं कि विदेश में अपनी पढ़ाई के लिए वित्तपोषण आपके लिए सही विकल्प है या नहीं।

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भारत में शिक्षा ऋण के लिए पात्रता मानदंड Eligibility Criteria for Education Loans in India

आवेदन करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि आप शिक्षा ऋण के लिए सामान्य पात्रता मानदंड को पूरा करते हैं:

  1. भारतीय राष्ट्रीयता: आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।

  2. आयु मानदंड: यदि आवेदक 18 वर्ष से कम है, तो उनके माता-पिता को ऋण के लिए आवेदन करना होगा।

  3. शैक्षणिक रिकॉर्ड: एक मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि की आवश्यकता होती है।

  4. प्रवेश प्रमाण: आवेदक को मान्यता प्राप्त विदेशी विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त करना चाहिए।

  5. कोर्स की प्रकार: कोर्स तकनीकी या पेशेवर होना चाहिए, क्योंकि बैंक नौकरी-उन्मुख कार्यक्रमों को प्राथमिकता देते हैं।

विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण के लिए आवश्यक दस्तावेज Documents Required for Education Loan to Study Abroad

यहाँ उन दस्तावेजों की सूची है जो सामान्यतः शिक्षा ऋण के लिए आवेदन करते समय आवश्यक होते हैं:

  1. ऋण आवेदन पत्र: भरा और हस्ताक्षरित।

  2. फोटोग्राफ: आवेदक और सह-आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ।

  3. फोटो ID प्रमाण: PAN कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता ID, आधार कार्ड, या पासपोर्ट।

  4. आवास प्रमाण: उपयोगिता बिल, किरायेदार अनुबंध, या आधार कार्ड जैसी दस्तावेज़।

  5. शैक्षणिक दस्तावेज: मार्कशीट्स, सर्टिफिकेट्स, और प्रवेश परीक्षा के अंक (GRE, GMAT, TOEFL, आदि)।

  6. प्रवेश पत्र: विश्वविद्यालय से प्रवेश का प्रमाण।

  7. बैंक स्टेटमेंट्स: सह-आवेदक के पिछले छह महीनों के बैंक स्टेटमेंट्स।

  8. आय प्रमाण: वेतन पर्ची, आयकर रिटर्न, या सह-आवेदक के बैंक स्टेटमेंट्स।

  9. संपत्ति के दस्तावेज (यदि लागू हो): संपत्ति के मालिकाना हक के कागजात, स्वीकृत भवन योजना, बिल्डर से NOC, और अन्य संबंधित दस्तावेज।

बैंकों द्वारा छात्र ऋण की ब्याज दरें Interest Rates of Banks for Student Loans

यहाँ विभिन्न भारतीय बैंकों द्वारा शिक्षा ऋण की ब्याज दरों की तुलना की गई है:

  • HDFC Credila शिक्षा ऋण: 13.80% (लगभग)

  • ICICI बैंक: 9.40% से 14.00%

  • SBI: 11.15%

  • Axis बैंक: 13.70% से 15.20%

  • पंजाब नेशनल बैंक: 9.40% से 12.10%

  • बैंक ऑफ बड़ौदा: 9.70% से 12.20%

  • इंडियन बैंक: 8.80% से 11.40%

  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: 10.90% से 12.55%

शिक्षा ऋण के लिए आवेदन कैसे करें? How to Apply for an Education Loan?

सुनिश्चित करने के लिए कि आपका ऋण आवेदन प्रक्रिया सुचारू हो, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. कोर्स पात्रता की जांच करें: यह सुनिश्चित करें कि जिस कोर्स को आप पढ़ना चाहते हैं, वह बैंकों द्वारा मान्यता प्राप्त है।

  2. ऋण राशि निर्धारित करें: गणना करें कि आपको कितनी ऋण राशि की आवश्यकता है और आप कितनी राशि स्वतंत्र रूप से इंतजाम कर सकते हैं।

  3. ऋणों की तुलना करें: विभिन्न ऋण प्रस्तावों का मूल्यांकन करें और उस ऋण का चयन करें जो आपकी आवश्यकताओं के अनुसार सबसे अच्छा हो।

  4. आवेदन जमा करें: ऋण आवेदन पत्र भरें और इसे अपनी चुनी हुई बैंक में जमा करें।

  5. ऋण स्वीकृति: स्वीकृति के बाद, बैंक एक ऋण समझौता जारी करेगा जिसमें शर्तों का विवरण होगा।

  6. राशि जारी करना: समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, बैंक ऋण राशि को किस्तों में या विश्वविद्यालय की आवश्यकतानुसार जारी करेगा।

भारत में विदेश में पढ़ाई के लिए शीर्ष शिक्षा ऋण प्रदाता Top Education Loan Providers in India for Studying Abroad

भारत में कई बैंक और एनबीएफसी विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं। कुछ लोकप्रिय विकल्पों में शामिल हैं:

  • HDFC बैंक: INR 20 लाख तक का ऋण प्रदान करता है और प्रवेश प्राप्त किए बिना भी ऋण उपलब्ध कराता है।

  • ICICI बैंक: INR 1 करोड़ तक का ऋण प्रदान करता है, जिसमें ब्याज दरें 9.50% प्रति वर्ष से शुरू होती हैं।

  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): INR 30 लाख तक का ऋण प्रदान करता है, जिसमें लचीले पुनर्भुगतान की शर्तें होती हैं।

  • Axis बैंक: INR 20 लाख तक का ऋण प्रदान करता है, जिसमें प्रतिस्पर्धी ब्याज दरें होती हैं।

  • पंजाब नेशनल बैंक (PNB): विश्व के शीर्ष विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए ऋण प्रदान करता है।

एनबीएफसी से छात्र ऋण Student Loans from NBFCs

गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसी) भी शिक्षा ऋण प्रदान करती हैं, जो अक्सर ट्यूशन फीस और अन्य खर्चों की 100% कवरेज करती हैं:

  • Credila (HDFC): फ्लोटिंग ब्याज दर और 10 साल की पुनर्भुगतान अवधि के साथ ऋण प्रदान करता है।

  • Avanse: ट्यूशन फीस और अन्य खर्चों को कवर करता है, फ्लोटिंग ब्याज दर और प्रोसेसिंग फीस के साथ।

  • International Student Loan Program (ISLP): विशेष रूप से अमेरिका में पढ़ाई के लिए, $1500 से शुरू होने वाले ऋण प्रदान करता है।

  • Global Student Loan Corporation (GSLC): अमेरिका में पढ़ाई के लिए को-साइनर के बिना ऋण प्रदान करता है।

क्राउड- फंडेड कंपनियाँ और ऋण प्रदाता Crowd-Funded Companies as Loan Providers

कुछ कंपनियाँ विशेष रूप से उन छात्रों को ऋण प्रदान करती हैं जो विशेष संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं। ये कंपनियाँ स्थानीय मुद्रा में ऋण जारी करती हैं और पुनर्भुगतान भी उसी मुद्रा में करना होता है। इस दृष्टिकोण से मुद्रा के उतार-चढ़ाव से जुड़े वित्तीय जोखिमों को प्रबंधित किया जा सकता है और सुरक्षा बनी रहती है।

भारतीय बैंकों द्वारा विदेश में पढ़ाई के लिए प्रदान किए गए ऋण योजनाएँ Loan Schemes Offered by Indian Banks for Studying Abroad

  1. SBI छात्र ऋण योजना SBI Student Loan Scheme

    • पात्रता: भारतीय छात्र जिन्होंने भारत या विदेश में किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश प्राप्त किया हो।

    • ऋण राशि: INR 20 लाख तक।

    • ब्याज दर: सामान्य।

    • पुनर्भुगतान अवधि: 15 वर्ष।

    • कोलैटरल आवश्यकता: यदि ऋण राशि INR 7.5 लाख से अधिक हो तो आवश्यक।

    • पुनर्भुगतान प्रारंभ: पाठ्यक्रम समाप्ति के एक वर्ष बाद।

  2. SBI ग्लोबल ED-VANTAGE योजना SBI Global ED-VANTAGE Plan

    • पात्रता: भारतीय छात्र जो विदेश में पूर्णकालिक पाठ्यक्रम कर रहे हैं।

    • ऋण राशि: INR 1.5 करोड़ तक।

    • पुनर्भुगतान अवधि: 15 वर्ष।

    • कोलैटरल आवश्यकता: आवश्यक।

    • पुनर्भुगतान प्रारंभ: पाठ्यक्रम समाप्ति के छह महीने बाद।

  3. HDFC बैंक विदेश शिक्षा ऋण HDFC Bank Foreign Education Loan

    • पात्रता: भारतीय छात्र जो विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं।

    • ऋण राशि: INR 20 लाख तक।

    • ब्याज दर: सामान्य।

    • कर लाभ: उपलब्ध।

    • पुनर्भुगतान प्रारंभ: प्रवेश प्राप्त करने से पहले मंजूर किया जा सकता है।

  4. ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स शिक्षा ऋण योजना Oriental Bank of Commerce Education Loan Scheme

    • पात्रता: छात्र जो भारत या विदेश में उच्च अध्ययन करना चाहते हैं।

    • ऋण राशि: अमेरिकी संस्थानों के लिए फीस संरचना के आधार पर।

    • विशेषताएँ: पूर्व-भुगतान पर दंड नहीं; बीमा कवरेज प्रदान की जाती है।

    • ऋण मार्जिन: विदेश में पढ़ाई के लिए INR 4 लाख से अधिक के लिए 15%।

विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा ऋण लेते समय ध्यान देने योग्य बातें Things to Remember When Taking an Education Loan for Studying Abroad

  1. मोराटोरियम अवधि: यह एक अवधि है जब उधारकर्ता को कोई पुनर्भुगतान नहीं करना होता। यह अवधि बैंक के अनुसार भिन्न हो सकती है और पाठ्यक्रम समाप्ति के बाद कुछ समय तक जारी रह सकती है।

  2. ऋण मार्जिन: बैंक आमतौर पर आवश्यक राशि का 100% प्रदान नहीं करते। अधिकांश सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक 90% प्रदान करते हैं, और शेष 10% उधारकर्ता द्वारा इंतजाम करना होता है।

  3. विनिमय दर का प्रभाव: जारी की गई राशि पर विनिमय दर के उतार-चढ़ाव का प्रभाव विचार करें और सुनिश्चित करें कि प्राप्त राशि की सही गणना करें।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। ThinkWithNice किसी भी वित्तीय संस्थान, बैंक या एजुकेशन लोन प्रदाता के साथ जुड़ा नहीं है। शिक्षा ऋण प्राप्त करने से पहले, कृपया संबंधित वित्तीय संस्थान या सलाहकार से सलाह लें और सभी शर्तों और नियमों को अच्छी तरह से समझें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय के लिए ThinkWithNice किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेता है।