अपने ब्यूटी रूटीन को बनाएं इको-फ्रेंडली
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अब जमाना बदल रहा है और लोगों को इको-फ्रेंडली चीज़ें eco-friendly products पसंद आ रही है क्योंकि आपको सिर्फ अपना ही नहीं बल्कि प्लेनेट का भी ध्यान रखना है इसीलिए कोई भी नया प्रोडक्ट लेने से पहले एक रिसर्च करना ज़रूरी है ताकि आप इस प्लेनेट को बेहतर बनाने में और इसे बचाने में अपना योगदान दे पाएं।
बिना कुछ सोचे समझे ढेर सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स beauty products को खरीदना समझदारी नहीं है। बिना रिसर्च के सेल्फ केयर रूटीन self care routine अधूरा है। अगर आप भी अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स को खरीदने से पहले ये नहीं सोचते हैं कि क्या आपका प्रोडक्ट नेचुरल इंग्रेडिएंट्स natural ingredients से बना है, क्या प्रोडक्ट पर्यावरण के अनुकूल है, क्या प्रोडक्ट ऐनिमल क्रूएल्टी animal cruelty का बिलकुल भी समर्थन नहीं करता है, तो ऐसा हो सकता है कि आप ना चाहते हुए भी एक टॉक्सिक सेल्फ केयर रूटीन करते हैं क्योंकि ना तो आपको अपने प्रोडक्ट के इंग्रेडिएंट्स के बारे में पता है और ना ही उससे होने वाले नुकसान के बारे में। आप उस प्रोडक्ट को बस इसीलिए इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि विज्ञापन में उस प्रोडक्ट की जमकर तारीफ की गई है।
कई लोगों की तो यह भी आदत होती है कि बिना ज़रूरत के ही वे ढेर सारे प्रॉडक्ट्स खरीद लेते हैं, ये सोचकर कि शायद भविष्य में ये प्रोडक्ट्स उनके काम आएंगे।
अब जमाना बदल रहा है और लोगों को इको-फ्रेंडली चीज़ें eco-friendly products पसंद आ रही है क्योंकि आपको सिर्फ अपना ही नहीं बल्कि प्लेनेट का भी ध्यान रखना है इसीलिए कोई भी नया प्रोडक्ट लेने से पहले एक रिसर्च करना ज़रूरी है ताकि आप इस प्लेनेट को बेहतर बनाने में और इसे बचाने में अपना योगदान दे पाएं। आइए जानते हैं कि कैसे आप अपने ब्यूटी रूटीन को इको-फ्रेंडली बना सकते हैं-
1. इंग्रेडिएंट्स लिस्ट चेक करें
कोई भी प्रोडक्ट खरीदने से पहले उसकी इंग्रेडिएंट्स लिस्ट ingredients list ज़रूर चेक करें कि क्या वह ब्रांड नेचुरल प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहा है, उसमें हार्श केमिकल, पैराबेंस, आर्टिफ़िशियल सुगंध और रंग तो नहीं है, क्या वह ब्रांड एनिमल क्रूएल्टी के खिलाफ है और अपने प्रोडक्ट का परीक्षण एनिमल्स पर नहीं करता है।
जानिए कि आपका पसंदीदा ब्रांड किस सोच और फ़िलॉसोफी पर काम करता है। क्या आपका पसंदीदा ब्यूटी ब्रांड आपकी त्वचा, बाल और प्लेनेट के लिए अच्छा है?
अपने लिए ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट चुनें जो वीगन vegan और क्रूरता-मुक्त हों, पर्यावरण को नुकसान ना पहुचाएं, रीसायकल recycle करने योग्य पैकेजिंग करें और कम कार्बन उत्सर्जन less carbon footprints करें। जब आप हर चीज़ को इतना सोच समझ कर करते हैं तो अपने ब्यूटी रूटीन में किसी भी प्रोडक्ट को शामिल करने से पहले इतनी रिसर्च करना तो बेहद ज़रूरी है।
2. ब्रांड की पैकेजिंग
अपने प्रोडक्ट्स में इको-फ्रेंडली इंग्रेडिएंट्स शामिल करना ही काफी नहीं है। अगर आपका ब्यूटी ब्रांड सच में इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स बनाने की कोशिश में है तो उसकी पैकेजिंग भी ऐसी होनी चाहिए जिसे रीसायकल करके फिर से कोई उपयोगी मैटेरियल बनाया जा सके।
आज मार्केट में कई ऐसे ब्यूटी ब्रांड है जो ज्यादा से ज्यादा प्लास्टिक बॉटल्स को रीसायकल करते हैं और प्रोडक्ट की पैकेजिंग पर भी खास ध्यान देते हैं।
3. मल्टीपर्पस प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें
भले की आप कितना भी सस्टेनेबल ब्रांड sustainable brand क्यों ना यूज करें लेकिन अगर आप प्रोडक्ट वेस्टेज product wastage पर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो समझ लीजिए कि आपका ब्यूटी रूटीन सस्टेनेबल नहीं है। ज्यादातर लोग अपने पास ब्यूटी प्रोडक्ट का भंडार रखना पसंद करते हैं लेकिन ऐसा करने से वेस्टेज बढ़ता है। आपको जिस चीज़ की जरूरत है सिर्फ उसे खरीदें और ऐसे प्रोडक्ट्स पर पैसे मत बर्बाद करिए, जो आप इसीलिए खरीदना चाहते हैं क्योंकि आपको लगता है कि कभी ना कभी ये आपके काम आएगा। वेस्टेज को कम करने की पूरी कोशिश करिए और ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जो मल्टीपर्पस हो। मल्टीपर्पस प्रोडक्ट्स एक साथ कई बेनीफिट्स देते हैं और इनकी मदद से वेस्टेज कम करने में मदद मिलती है।
4. ऐसा ब्रांड चुनें, जिसके लॉन्ग टर्म प्लान हों
आज मार्केट में कई ऐसे प्रोडक्ट आपको मिल जाएंगे जो अपनी ईको-फ़्रेंड्ली इमेज बनाकर काफी सफल हो चुके हैं लेकिन उनके प्रोडक्ट इतने भी अच्छे नहीं है, जितना वे दावा करते हैं।
कई ब्रांड्स अपनी ईको फ़्रेंड्ली इमेज बनाकर अपने प्रोडक्ट्स बेचते हैं लेकिन उनके पास कोई स्पेसिफिक लॉन्ग टर्म प्लान नहीं होता है। ऐसे ब्रांड्स को खरीदने से बचें। ऐसे ब्रांड्स को चुनें जो अपना कार्बन फुटप्रिंट दिन-ब-दिन कम कर रहे हैं और केमिकल्स की बजाय नेचुरल इंग्रेडिएंट्स से अपने प्रोडक्ट्स बना रहे हैं।
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