बिज़नेस में विज्ञापन का महत्व

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बिज़नेस में विज्ञापन का महत्व
07 Dec 2021
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विज्ञापन के जरिये हम व्यवसाय को बढ़ाते हैं। यदि हम मार्केट में अपने उत्पाद का परिचय नहीं देंगे तो कस्टमर तक उत्पाद कैसे पहुचेंगा? इसलिए विज्ञापन का व्यवसाय में बहुत अधिक महत्व है।

विज्ञापन advertisement एक गैर-व्यक्तिगत non-personal प्रक्रिया है, जिसमें प्रायोजक अपने प्रोडक्ट product या सर्विसेज services को बढ़ावा देने के लिए विज्ञापन कंपनियों को भुगतान करते हैं। सरल भाषा में समझने के लिए हम यह कह सकते है कि यह एक संचार communication का माध्यम है, जिसके जरिये एक businessman अपने उत्पाद को लोगों तक पहुँचाने के लिए विज्ञानपन का सहारा लेता है। विज्ञापन संचार के किसी भी माध्यम से सम्भव है। हम रेडियो radio, टेलीविज़न television, या प्रिंट print media मीडिया के ज़रिए अपने उत्पाद को लोगों तक पहुँचा सकते हैं।

टेलीविज़न पर अपना पसंदीदा प्रोग्राम देखते वक्त बीच-बीच में विज्ञापन आ जाता है। अब सोचिये ऐसा क्यों होता होगा? दरअसल टेलीविज़न को देखने वालों की संख्या अधिक है और टीआरपी के बारे में हम सब जानते हैं, तो चैनल के जिस प्रोग्राम पर सबसे ज़्यादा दर्शक viewer रहते हैं, उसपर विज्ञापन की संख्या भी अधिक रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनियों को अपने लक्षित दर्शक target audience तक पहुँचने के लिए मंच चाहिए जो कि वह चैनल है। कंपनियां इसलिए अधिक भुगतान करती है जिससे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचने में आसानी हो। इसी तरह कुछ रेडियो और प्रिंट विज्ञापनों की भी स्थिति है।

अगर आप अपने प्रॉडक्ट को लोगों तक पहुचाएंगे नहीं और यह सोचते रहे कि आपको सफ़लता हासिल होने वाली है तो उसका अर्थ है कि आप केवल अंधेरे में तीर चला रहे हैं। जो आपको असफलता की ओर अग्रसर करेगा।

व्यवसाय में विज्ञापन का बहुत अधिक महत्व है। जबतक आप अपने उत्पाद Product को ग्राहक Customer तक नहीं पहुचाएंगे तब तक आपके टारगेट कस्टमर को आपके प्रोडक्ट की जानकारी नहीं मिल पाएगी और आप इस प्रतिस्पर्धात्मक मार्केट में गुमनाम रह जाएंगे। "पहले इस्तेमाल करें फ़िर विश्वास करें" जैसे दिलचस्प और catchy लाइन को हम सब ने सुना है। आखिर हम इससे इतना क्यों जुड़े हैं इस लाइन को पढ़ कर हमें किसकी याद आयी होगी? क्या आपको डिटर्जेंट पाउडर की याद नहीं आयी? जिसे हमने बचपन से लेकर अभी तक कभी न कभी इस्तेमाल ज़रूर किया होगा। क्या हमारा emotion इस विज्ञापन से नहीं जुड़ा है? क्या हमने इस विज्ञापन से प्रभावित होकर यह डिटर्जेंट नहीं खरीदा है?

यही कारण है कि व्यवसाय में विज्ञापन कि ज़रूरत होती है।

विज्ञापन में तीन element पाए जाते हैं जो कस्टमर को लॉजिकल Logical, इमोशनल Emotional और psychological तरीके से satisfied करते हैं। चलिए जानते हैं कौन से element हैं जिसके जरिये प्रोडक्ट को लोगों रिकॉल करते है।

Ethos- emotion यानी जो विज्ञापन लोगों की भावनाओं से जुड़ता है और उन्हें उससे connection महसूस होता है। उदहारण के तौर पर दीवाली के वक्त कैडबरी सेलिब्रेशन के विज्ञापन हमें देखने को मिलते हैं जो दीवाली के मौके पर "कुछ मीठा हो जाए" की टैग लाइन से हमें कितना कनेक्ट करता है। हम इस विज्ञापन से प्रभावित होकर ही त्यौहार या किसी ख़ुशी के मौके पर dairy milk चॉकलेट का cadbury celebration भेट स्वरूप देते हैं।

Lathos - logic यानी जो विज्ञापन लोगों को Logic तथ्य या प्रमाण देता है जिस पर भरोसा कर लोग उत्पाद को खरीद सकें। उदाहरण के तौर पर "लाइफबॉय 99 परसेंट कीटाणुओं से करता है सुरक्षित", या "कोलगेट colgate है डेंटिस्ट dentist का सुझाया हुआ नंबर वन टूथपेस्ट"। उपभोक्ता को इसमें प्रमाण और उत्पाद की गुणवक्ता के बारे में परिचय कराया जा रहा है।

इसी तरह pathos यानी psychological तरीके से हमारे दिमाग में बैठाया जाता है कि आप उत्पाद को खरीद ले।