Adani Ports ने 2.4 बिलियन डॉलर में ऑस्ट्रेलियन टर्मिनल खरीदा

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Adani Ports ने 2.4 बिलियन डॉलर में ऑस्ट्रेलियन टर्मिनल खरीदा
19 Apr 2025
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News Synopsis

देश के सबसे बड़े प्राइवेट पोर्ट ऑपरेटर अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड Adani Ports and SEZ ने को कहा कि उसने ऑस्ट्रेलिया में एक ग्रुप की कंपनी से 2.4 बिलियन डॉलर के नॉन-कैश डील में कोल एक्सपोर्ट टर्मिनल हासिल कर लिया है। इस कदम का उद्देश्य एशिया-पसिफ़िक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना है।

कंपनी ने कारमाइकल रेल और पोर्ट सिंगापुर होल्डिंग्स सिंगापुर से एबॉट पॉइंट पोर्ट होल्डिंग्स सिंगापुर को खरीदा है।

एपीपीएच उन संस्थाओं का मालिक है, जो नॉर्थ क्वींसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल का स्वामित्व और ऑपरेट करती हैं, जो एक समर्पित एक्सपोर्ट टर्मिनल है, जिसकी वर्तमान क्षमता 50 मिलियन टन प्रति वर्ष है। यह टर्मिनल ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर उत्तरी क्वींसलैंड में बोवेन से लगभग 25 किमी उत्तर में एबॉट पॉइंट के पोर्ट पर स्थित है।

2011 में APSEZ ने एबॉट पॉइंट पर नॉर्थ क्वींसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल को 2 बिलियन डॉलर में खरीदा था। दो साल बाद 2013 में अडानी फैमिली ने APSEZ से उसी राशि में संपत्ति खरीदी, साथ ही निवेश की गई कैपिटल भी, जिससे कंपनी को इंडियन ऑपरेशन पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली।

हालांकि पिछले दो वर्षों में APSEZ समुद्री मार्गों पर अपना दबदबा बनाने की कोशिश कर रहा है, जहां इंडियन ट्रेड बढ़ने की उम्मीद है।

“APSEZ APPH में 100% शेयर हासिल करने के लिए CRPSHPL को 143 मिलियन इक्विटी शेयर जारी करेगा। यह NQXT के 3,975 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के एंटरप्राइज वैल्यू पर आधारित है। ट्रांसक्शन के हिस्से के रूप में APSEZ APPH की बैलेंस शीट पर अन्य नॉन-कोर एसेट्स और लिएबिलिटीज़ को भी ग्रहण करेगा, जिसे APSEZ अधिग्रहण के कुछ महीनों के भीतर प्राप्त कर लेगा,” कहा गया। ट्रांसक्शन के बाद APSEZ का लिवरेज समान स्तर पर बना रहेगा।

एपीएसईजेड के सीईओ अश्विनी गुप्ता Ashwani Gupta ने कहा "एनक्यूएक्सटी का अधिग्रहण हमारी इंटरनेशनल स्ट्रेटेजी में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो नए एक्सपोर्ट मार्केट खोलेगा और वैल्यू यूजर्स के साथ लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट सुनिश्चित करेगा।"

अश्विनी गुप्ता ने कहा कि NQXT एक हाई-परफार्मिंग एसेट के रूप में मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है, जो बढ़ी हुई कैपेसिटी, मीडियम टर्म में अपकमिंग कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल और लॉन्ग टर्म में ग्रीन हाइड्रोजन एक्सपोर्ट की संभावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि वे चार वर्षों के भीतर एबिटा को A$400 मिलियन तक बढ़ाने की उम्मीद कर रहे हैं।

कंपनी ने कहा कि इस अधिग्रहण से APSEZ के FY30 तक अपने वॉल्यूम को दोगुना करके 1 बिलियन टन प्रति वर्ष करने के लक्ष्य को गति मिलेगी, साथ ही ऑस्ट्रेलिया से ग्रीन हाइड्रोजन के संभावित एक्सपोर्ट सहित इसकी मात्रा को लगभग चौगुना करने की क्षमता है, FY25 में 35 मिलियन टन से 120 मिलियन टन तक।

यह पिछले दो वर्षों में APSEZ के लिए चौथा विदेशी अधिग्रहण है। इसके साथ कंपनी के पास अब 19 पोर्ट्स और टर्मिनलों का पोर्टफोलियो है, 15 डोमेस्टिक और चार विदेशी। इज़राइल में एक पोर्ट और तंजानिया और श्रीलंका में टर्मिनल तीन अन्य इंटरनेशनल स्थान हैं, जहाँ APSEZ का ऑपरेशन होता है।