Information Technology में करियर बनाने के लिए 5 बेस्ट कोर्स

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Information Technology में करियर बनाने के लिए 5 बेस्ट कोर्स
15 Nov 2022
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देखा जाये तो आज के समय में आईटी सेक्टर IT Sector में करियर की काफी संभावनाएं हैं और वर्तमान समय में Information Technology इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) ने दुनिया में बहुत सी चीजों को बदला है। जिसमे कई आविष्कार भी शामिल है , जिसमे Computer भी एक Information Technology का ही एक हिस्सा है। इसके अलावा भी यह आज के युग में बहुत उपयोगी हो चुकी है, सभी चीजे आटोमेटिक है, जिन्हे Control करने के लिए हमें इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) का सहारा लेना पड़ता है। लोग अब आईटी की ओर आकर्षित हो रहे हैं। IT Sector या IT Company दोनों का एक ही मतलब होता है, आईटी सेक्टर के अंतर्गत ऐसे सभी सॉफ्टवेयर, एप्लीकेशन, वेबसाइट, इंटरनेट की भाषाएँ आदि का अध्ययन करना, डिजिटल सुरक्षा, और कंप्यूटर से सम्बंधित कार्यों को किया जाता है। आईटी सेक्टर एक बहुत बड़ा क्षेत्र है, जिसमे बहुत सी कंपनियां टेक्नोलॉजी, नेटवर्क आदि की सुविधाएँ प्रदान कराती है। आईटी कंपनियां आमतौर पर सॉफ्टवेयर, एप्लीकेशन, और CRM आदि सॉफ्टवेयर बनाती है। आप इसमें अपना एक बेहतर करियर बना सकते हैं। आईटी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए, आपको पहले आईटी का अध्ययन करना होगा। देश-विदेश में इसके लिए कई पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनका आप अपनी योग्यता के अनुसार अध्ययन करके अच्छा वेतन प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको IT में करियर बनाने के लिए 5 बेस्ट कोर्स 5 Best Courses के बारे में बता रहे हैं। 

आईटी सेक्टर IT Sector आज के समय में सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर है। अगर हम आईटी के क्षेत्रो की बात करें, तो इसके अंतर्गत Internet, Software Design Houses, Software Publishers and Facilities Management Companies आदि आते हैं। कुछ कंपनियां अपने खुद के कंप्यूटर Network Product बनाकर बेचती है। इन कंपनियों में जो भी कर्मचारी कार्य करते है, वह सभी IT Sector की Job के अंतर्गत आते है। जैसे Website Designer या फिर Digital Marketing Executive भी IT सेक्टर के अंतर्गत ही आते हैं। आज हर कोई चाहे वो देश हो या फिर विदेश सभी युवा आईटी सेक्टर में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। IT (Information Technology) के अंतर्गत वे सभी Course आते है, जो Computer और Technology से जुड़े होते हैं। जिसमे कंप्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर भाषाएँ, और टेलीकम्युनिकेशन आदि आते है। Digital Marketing Course भी IT Sector के अंतर्गत ही आता है। युवा हर दिन नयी-नयी तकनीक का अविष्कार कर रहे हैं। यही कारण है कि आईटी यानी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर बन चुका है। यदि आप इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी यानी आईटी में रूचि रखते हैं तो इस सेक्टर में आपके लिए रोजगारों की भरमार है। आईटी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए, आपको पहले आईटी का अध्ययन करना होगा। इस सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं भी बहुत ज्यादा होती हैं. देश-विदेश की कई आईटी कंपनियां अपनी कंपनी में हर दिन कर्मचारियों की भर्ती कराती हैं। आज इस आर्टिकल हम में आईटी के पांच सबसे अच्छे पाठ्यक्रमों Best IT Courses के बारे में बता रहे हैं जिनकी स्टडी करके आप अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं। 

1- डेटा एनालिस्ट या डोमेन एनालिस्ट Data Analyst Or Domain Analyst

आज के इस बदलते दौर में हर जगह टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है। चाहे वो कृषि हो, मैन्युफैक्चरिंग, एजुकेशन, हैल्थकेयर, बिजनेस Agriculture, Manufacturing, Education, Healthcare, Business आदि हर जगह टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की वजह से आज इन सभी क्षेत्रों में डेटा का इस्तेमाल भी काफी बढ़ गया है। जिसकी वजह से डेटा को स्टोर करना, मैनेज करना और उसका सही तरीके से विश्लेषण करना जरूरी हो गया है। इसलिए डेटा एनालिटिक्स, डेटा साइंस आदि क्षेत्र भी तेजी से उभरे हैं। क्योंकि इन सभी कार्यों को करने के लिए डेटा एक्सपर्ट यानी डेटा एनालिस्ट (Data Analyst) की जरुरत होती है।

आज के समय में, एनालिस्ट जॉब्स काफी डिमांड में हैं। आप 12 वीं के बाद ये एनालिस्ट कोर्स कर सकते हैं। यदि आप डेटा या डोमेन एनालिस्ट बनने के लिए कोर्स करते हैं, तो आपको आईटी कंपनियों में एक अच्छी नौकरी मिल जायेगी और साथ ही अच्छा वेतन भी मिलेगा। डेटा एनालिस्ट वही बन सकते हैं जिनके पास प्रोग्रामिंग, स्टैटिस्टिक्स, एप्लाइड मैथमैटिक्स और कंप्यूटर Programming, Statistics, Applied Mathematics and Computers की अच्छी जानकारी होती है। यानि आप डेटा या डोमेन एनालिस्ट के रूप में करियर तभी बना सकते हैं जब आप अत्यधिक विश्लेषणात्मक, गणित में कमांड हो और जिज्ञासु हों। मतलब डेटा एनालिस्ट के पास किसी भी तरह के डेटा को बेहतर तरीके से विजुलाइज करने की क्षमता होनी चाहिए। आईटी-सॉफ्टवेयर कंपनियों में समय-समय पर डेटा या डोमेन एनालिस्ट के लिए भर्ती होती रहती है। आप वहाँ पर अप्लाई कर सकते हैं। 

एक डेटा एनालिस्ट डेटा को कलेक्ट (Collect), स्टोर (Store) और ट्रांसफॉर्म (Transform) करता है। डेटा एनालिस्ट, डेटा को बहुमूल्य जानकारी में बदल देता है। डेटा एनालिस्ट के लिए स्किल्स Data Analyst Skills की बात करें तो डेटा एनालिस्ट बनने के लिए आपको अलग-अलग विषयों की जानकारी के साथ मैथ्स की नॉलेज अच्छी होना जरुरी है। इसके अलावा इंजीनियरिंग या मैथमैटिक्स या स्टेटिस्टिक्स में बैचलर डिग्री होना भी जरूरी होता है। देश में कई संस्थानों द्वारा डेटा एनेलिटिक्स स्पेशलाइजेशन में शॉर्ट टर्म कोर्स कराए जा रहे हैं जैसे एडवांस्ड सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन बिजनेस एनालिटिक्स Advanced Certificate Program in Business Analytics, पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन मार्केट रिसर्च एंड डेटा एनालिटिक्स अदि। साथ ही आपको Python, R Programming और JavaScript जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं का प्रैक्टिकल अनुभव भी होना चाहिए। क्योंकि कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम्स को सुलझाने में, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Programming Language) आपकी मदद करती है।

2- डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन Database Administration

डेटा बेस एडमिनिस्ट्रेशन एक अच्छा करियर विकल्प है। डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स को डीबीए (DBA) कोर्स के रूप में जाना जाता है। आईटी सेक्टर में करियर बनाने के लिए यह कोर्स बहुत बेस्ट है। एक डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर (DBA) डेटा को सुरक्षित रखने के लिए सभी संबंधित गतिविधियों को निर्देशित या प्रदर्शन करके एक सफल डेटाबेस वातावरण बनाए रखता है। यानि डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर एक ऐसा विशेषज्ञ होता है जो कंप्यूटर का श्रेष्ठ जानकार होता है। क्योंकि वह डाटा को महफूज रखने का काम करता है। इस क्षेत्र में काम करने के लिए आपको कंप्यूटर का ज्ञान और अनुभव होना चाहिए। ये कोर्स थोड़ा टेक्निकल है जो प्रोग्रामिंग से संबंधित है। DBA पेशेवर की जिम्मेदारी डेटा की सुरक्षा को बनाए रखना है। यानि DBA यह सुनिश्चित करता है कि डेटा अनधिकृत पहुँच (Un-Authorize access) से सुरक्षित हो और उपयोगकर्ताओं (Users) के लिए उपलब्ध हो। अगर आपकी प्रोग्रामिंग या डेटाबेस में रुचि है तो आप इस कोर्स को चुन सकते हैं। 

डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन किसी भी संगठन में एक महत्वपूर्ण कार्य है जो एक या अधिक डेटाबेस पर निर्भर है। डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर बनने के लिए आपके पास कंप्यूटर विज्ञान या संबंधित क्षेत्र में स्नातक(Graduation) की डिग्री होनी चाहिए। डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर के मुख्य कार्य में डेटा शब्दकोश को बनाए रखना, प्रदर्शन की निगरानी करना और संगठनात्मक मानकों और सुरक्षा को लागू करना शामिल है। डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर के पास कंप्यूटर विज्ञान और व्यावहारिक क्षेत्र के अनुभव के अतिरिक्त, संबंधित आईटी प्रमाणपत्रों (IT certificate) में डिग्री प्राप्त करने के अलावा, ओरेकल-आधारित सॉफ्टवेयर, ASP और SQL जैसे डेटाबेस प्रबंधन उत्पादों (Database management products) के साथ काम करने का ज्ञान और अनुभव भी हो। जो डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर बनना चाहता है उन्हें बड़ी बड़ी कंपनियों में आईटी डिपार्टमेंट में अच्छी जॉब मिल जाती है या स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, एयरलाइन्स, बैंकिंग आदि में जॉब कर सकते हैं। 

3- सॉफ्टवेयर टेस्टिंग Software Testing

यह आज के समय में एक बहुत ही बढ़िया कोर्स है। इस कोर्स को करने के बाद आपको कई जगह रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं। सॉफ्टवेयर टेस्ट इंजीनियर जॉब्स (Software test engineer Jobs) की आजकल काफी डिमांड है। सॉफ्टवेयर टेस्टिंग-एक प्रक्रिया हैं, जिसके अंतर्गत सिस्टम या सिस्टम कंपोनेंट्स की जांच की जाती है। इसके द्वारा यह जांच की जाती है कि सिस्टम कंपनी द्वारा निर्धारित मानकों (या कंपनी की जरूरतों के अनुसार) तैयार किया गया हो। डेवलपमेंट टीम द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया जाता हैं, फिर सॉफ्टवेयर को टेस्टिंग टीम के पास भेजा जाता हैं। टेस्टिंग करने वाले व्यक्ति को सॉफ्टवेयर टेस्टर्स software testers कहा जाता है। सॉफ्टवेर टेस्टिंग का उद्देश्य, सॉफ्टवेयर फेलियर को ढूँढना हैं, यदि टेस्टिंग के दौरान सॉफ्टवेयर फेल हो जाता है तो उन कारणों की जांच की जाती है जिनकी वजह से सॉफ्टवेयर फेल हुआ है। फिर उसे रिसॉल्व किया जाता है जिससे सॉफ्टवेयर बिना किसी परेशानी के काम कर सके।

लगभग हर आईटी कंपनी में इसके लिए कई नौकरियां मौजूद होती हैं। आप इसे नौकरियों की अपार संभावनाओं वाला कोर्स भी कह सकते हैं। इस कोर्स में, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग सिखाया जाता है, जैसे- सॉफ्टवेयर डेवलप से पहले और डेवलप के बाद सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग कैसे की जाती है आदि सिखाया जाता है। दरअसल क्लाइंट को अच्छा से अच्छा सॉफ्टवेयर बनाकर दिया जाए जिससे क्लाइंट को किसी समस्या का सामना न करना पड़े। यानि अपने ग्राहकों को सॉफ्टवेयर संबंधित जानकारी देने एवं उसकी गुणवत्ता परखने के लिए सॉफ्टवेयर टेस्टिंग की जाती हैं। Software Testing में करियर बनाने के लिए आपको 10+2 PCM सब्जेक्ट से पास होना चाहिए। इसके बाद Software Engineering या फिर Computer Science से संबंधित कोर्स करके इस क्षेत्र में बेहतरीन करियर बना सकते हैं। software testing का मुख्य उद्देश्य errors को खोजना होता है। यदि हम अपने software को errors से मुक्त करना चाहते है तो हमें testing करनी पड़ती है। 

4- क्लाउड कंप्यूटिंग Cloud Computing

आईटी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग कोर्स भी बहुत अच्छा है। इस कोर्स को करने के बाद आपको सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, आईटी आर्किटेक्ट, टेक्निकल कंसल्टेंट, क्लाउड सॉफ्टवेयर इंजीनियर Software Architect, IT Architect, Technical Consultant, Cloud Software Engineer आदि के रूप में नौकरी मिल सकती है। वर्तमान समय में इंटरनेट और टेक्नोलॉजी में बहुत तेजी से विकास हो रहा है, हर दिन कोई न कोई नयी टेक्नोलॉजी को दुनिया के सामने पेश किया जा रहा है। ऐसे ही एक टेक्नोलॉजी क्लाउड कंप्यूटिंग Cloud Computing भी है। कंप्यूटर की टेक्नोलॉजी में क्लाउड कंप्यूटिंग का बहुत बड़ा महत्व है। क्लाउड कंप्यूटिंग एक नेटवर्क की तरह होता है जिससे डाटा तेजी से प्रोसेस हो सके। क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिए कंप्यूटर में सेव save डाटा को सिक्योर किया जा सकता है। 

दरअसल क्लाउड कंप्यूटिंग इंटरनेट-आधारित प्रक्रिया और कंप्यूटर एप्लीकेशन का इस्तेमाल है। क्लाउड कम्यूटिंग, इस टेक्नोलॉजी में यूजर को इंटरनेट के एक सर्वर पर जिसे क्लाउड कहा जाता है, डाटा स्टोरेज की फैसिलिटी प्रदान की जाती है। ऐसे में क्लाउड पर स्पेस खरीदकर यूजर अपना कितना भी डाटा उसमें सेव कर सकता है और अपने डाटा को दुनिया में कहीं भी access एक्सेस कर सकता है। क्लाउड कंप्यूटिंग का साधारण मतलब है कि किसी भी कंप्यूटिंग सर्विस को इन्टरनेट के माध्यम से यूजर को देना। क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें इन्टरनेट का इस्तेमाल करके विभिन्न प्रकार की टेक्नोलॉजी आधारित सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इन सर्विस में डेटाबेस, सॉफ्टवेयर, स्टोरेज आदि शामिल हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग के उदाहरण जैसे -Email Service Provider, Google Drive, Youtube, Digital Ocean हैं। इनमें से जैसे Google Drive है जो कि क्लाउड कंप्यूटिंग का एक उदाहरण है, आप अपने स्मार्टफ़ोन या कंप्यूटर के डेटा को गूगल ड्राइव में स्टोर कर सकते हैं और फिर केवल Gmail ID के द्वारा Login करने पर गूगल ड्राइव में स्टोर डेटा को कभी भी कहीं से भी एक्सेस कर सकते हैं। 

क्लाउड कंप्यूटिंग कोर्स के लिए ये आवश्यक स्किल्स जरुरी हैं- जैसे डेटाबेस, प्रोग्रामिंग, एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस, मैट्रिक्स एंड एनालिसिस, नेटवर्क मैनेजमेंट, क्लाउड सिक्योरिटी आदि। 

क्लाउड कंप्यूटिंग में सर्टिफिकेट कोर्स जैसेCloud Computing Engineering and Management, Cloud Computing, Cloud Computing with AWS, Recent Advances in Network and Cloud Security

क्लाउड कंप्यूटिंग में डिप्लोमा कोर्स हैं- Advanced Certification in Cloud Computing, Advanced Certification in Machine Learning and Cloud, PG Certificate Program in Cloud Computing

क्लाउड कंप्यूटिंग में बैचलर कोर्स- BTech Cloud Computing and Virtualization Technology, BTech Cloud Technology, BTech CSE आदि 

क्लाउड कंप्यूटिंग में मास्टर कोर्स- MTech CSE, M Tech Cloud Computing, MTech IT

5- साइबर सिक्योरिटी Cyber Security

आज के समय में यह काफी लोकप्रिय कोर्स है। आप यदि ये कोर्स करते हैं तो आपको जॉब के कई अवसर मिलेंगे। इस कोर्स को करने के बाद आप इनफार्मेशन सिक्योरिटी एनालिस्ट, सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, साइबर पॉलिसी एनालिस्ट Information Security Analyst, Security Administrator, Software Developer, Cyber ​​Policy Analyst आदि कई तरह की जॉब पा सकते हैं। जिसमें आपको अच्छा वेतन भी दिया जाता है। आज की दुनिया पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है ऐसे में साइबर क्राइम भी खूब तेजी से बढ़ रहा है। इस क्राइम को कम करने के लिए साइबर सिक्योरिटी अफसरों की मांग बढ़ रही है। इस क्षेत्र का भविष्य भी काफी सुरक्षित है। जब आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, तो आपका महत्वपूर्ण डाटा, आपकी पहचान, डिवाइस, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क इंटरनेट पर चोरी हो जाने और हैक होने का डर बना रहता है। इसलिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का मुख्य काम होता है इंटरनेट पर साइबर हमलों को रोकना और सिस्टम डेटा को सुरक्षित रखना। आज के समय में हैकर डिजिटली हमला करके जरुरी जानकारी और पैसा आदि चुरा लेते हैं। डिजिटल हमलों से बचने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को लागू किया जाता है। साइबर सिक्युरिटी, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और डेटा सहित इंटरनेट से कनेक्ट सिस्टम की सुरक्षा है। 

दुनिया में जितनी स्पीड से इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है उसी स्पीड से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है। ऐसे में इन जुर्मों को रोकने के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट cyber security expert की ज़रूरत होती है, इसलिए छात्र कोई भी साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज करने के बाद अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं। साइबर सिक्योरिटी के अंतर्गत एथिकल हैकर्स की एक बड़ी टीम होती है, जो डेटा चोरी होने, डेटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से बचाते हैं। इसे इसे इनफार्मेशन सिक्योरिटी और टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी Technology security के नाम से भी जाना जाता है। साइबर सिक्योरिटी ऑनलाइन अपराध को कम करने की एक शाखा है। यानि साइबर सिक्योरिटी की आवश्यकता क्राइम रोकने के साथ आपके डाटा को सुरक्षित रखना है। 

साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज के लिए योग्यता- साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई के लिए यूजी और पीजी दोनों के लिए कोर्सेज हैं-

अंडरग्रेजुएट साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज के लिए योग्यता- प्रतिभागी को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 उत्तीर्ण करना जरूरी है। साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित आवश्यक विषयों के रूप में होने चाहिए। 

अगर आप बी टेक साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो उसके लिए आपको JEE MAINS, BITSAT, AP EAMCET, JEE advanced एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा ।

 PG साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज के लिए योग्यता- अगर आप पीजी साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज जैसे M Tech/ ME/ MSc में एडमिशन लेने के लिए आपके पास न्यूनतम 50% अंकों के साथ B Tech/ BE/ BSc या किसी अन्य कोर्स में बैचलर्स डिग्री है तो आपको वरीयता मिलेगी। 

वहीं कुछ छात्रों को GATE, UPSEE, TANCET जैसी प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाता है। अगर आप विदेश में जाना चाहते हैं तो कुछ परीक्षाओं की तैयारी करनी होती है जैसे IELTS/ TOEFL में अच्छा स्कोर होना चाहिए।

जॉब प्रोफाइल और सैलरी की बात करें तो यदि आपने साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई पूरी कर ली है, तो आपको आसानी से जॉब मिल सकती है क्योंकि हर क्षेत्र में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की आवश्यकता है , सोशल मीडिया , देश की सुरक्षा व्यवस्था, आर्मी फोर्सेज इन सभी को साइबर एक्सपर्ट्स की ज़रूरत होती है। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की भारत में औसत सालाना सैलरी लगभग INR 18-20 लाख/सालाना होती है। वहीं पूरी दुनिया में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की औसत सालाना सैलरी लगभग INR 25-34 लाख/सालाना होती है।