भोजन हम सब की जरूरत है और हर मनुष्य का मौलिक अधिकार है। बिना भोजन के कोई जीवित नहीं रह सकता है इसीलिए भुखमरी और भूख से पीड़ित लोगों की संख्या को कम करने के लिए और उन्हें जागरूक करने के लिए हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। पूरी दुनिया में बढ़ती जनसंख्या के साथ कुपोषण में बढ़ौतरी देखी गई है और इसीलिए भूखमरी के प्रति लोगों को जागरूक करना जरूरी है।
विश्व खाद्य दिवस को पहली बार 16 अक्टूबर, 1981 में मनाया गया था और उसके बाद से हर साल 16 अक्टूबर को इसे किसी ना किसी थीम के साथ मनाया जाता है। खाद्य सुरक्षा से जुड़े मामलों से संबंधित संगठन जैसे इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के द्वारा इस दिन को मनाया जाता है। इस साल वर्ल्ड फूड डे 'हमारे कार्य हमारा भविष्य हैं- बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण और बेहतर जीवन' थीम के साथ दुनिया भर में मनाया जा रहा है।