आज का समय मिसाइल और उन्नत रॉकिट तथा लड़ाकूविमान का समय है। पूरा विश्व इसी होड़ में लगा रहता है की किस तरह से वह और उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल का अन्य देशों से कैसे आगे बढ़ सकता है कैसे उसका देश इस क्षेत्र में अधिक उन्नति कर सकता है। रूस और अमेरिका हमेशा से ही इन सब परीक्षणों में सलग्न रहते हैं और समय समय पर चौकाने वाले हथियार तथा विमान बनाते रहते हैं। भारत की भी पहल कहीं किसी भी देश की तुलना में पीछे नहीं हैं परन्तु फिर भी वह नई उन्नत चीजों को खरीदनें की होड़ में पीछे नहीं अब देखना ये है की क्या भारत, रूस के नए लड़ाकू विमान "चेकमेट फ़ाइटर जेट सुखोई सु-57" को किस नज़र से देखता है की वह या खरीदने की सोचता है। पढ़ें खबर विस्तार से।