पूरे भारत में गणेश चतुर्थी को धूमधाम से मनाया जाता है। देवताओं में गणेश भगवान का नाम अतुलनीय है। पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने अपने दोनों बेटों से आग्रह किया कि देवताओं की मदद कौन करेगा तो दोनों पुत्रों ने हामी भरते हुए कहा हम दोनों ही। कहते हैं दोनों की योग्यता साबित करने के लिए भगवान शिव ने दोनों की परीक्षा ली और गणेश जी उसमें प्रथम आए और ऐसा मानते हैं कि भगवान गणेश जी की पूजा करने से सुख-समृद्धि कि वर्षा होती है। इनकी मूर्ति को लोग 9 या 10 दिन के लिए अतिथि के रूप में स्थापित करते हैं। ऐसे मनाया जाता है गणेश चतुर्थी।