Unemployment Rate: देश में नवंबर के महीनें में बेरोजगारी दर Unemployment Rate बढ़कर तीन महीने के उच्चतम स्तर 8 फीसदी पर पहुंच गई है। अक्तूबर में यह 7.77 फीसदी रही थी। इस दौरान शहरी इलाकों Urban Areas में बेरोजगारी बढ़ी है, जबकि ग्रामीण बेरोजगारी दर Rural Unemployment Rate में मासिक आधार पर गिरावट देखने को मिली है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी Center for Monitoring Indian Economy (सीएमआईई) के आंकड़ों की मानें तो, शहरों में बेरोजगारी दर नवंबर में बढ़कर 8.96 फीसदी पर पहुंच गई।
अक्तूबर में यह 7.21 फीसदी रही थी। ग्रामीण बेरोजगारी अक्तूबर के 8.04 फीसदी से घटकर 7.55 फीसदी रह गई। राज्यों के लिहाज से देखें तो उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh में बेरोजगारी दर 4.1 फीसदी, पंजाब Punjab में 7.8 फीसदी, हिमाचल प्रदेश Himachal Pradesh में 8.1 फीसदी और दिल्ली में 12.7 फीसदी रही।
सीएमआईई ने जानकारी देते हुए कहा है कि इससे पहले सितंबर और अक्तूबर के दौरान देश में बेरोजगारी दर में गिरावट आई थी। इसकी प्रमुख वजह यह थी कि त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कंपनियों ने भारी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती की थी। खासकर, लॉजिस्टिक Logistics, कूरियर Courier और अन्य क्षेत्रों में भर्ती हुई थी।
18 Aug 2022
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देश में बेरोजगारी Unemployment एक बड़ी समस्या बन गई है। इसी कड़ी में शहरी इलाकों urban areas में इस महीने यानी अगस्त के पहले 15 दिनों में बेरोजगारी की दर unemployment rate 9.35 फीसदी पर पहुंच गई है। यह अगस्त, 2021 के बाद सबसे ज्यादा है। उस समय बेरोजगारी दर 9.78 फीसदी थी। इस महीने गांवों में बेरोजगारी दर 7.18 फीसदी रही है। हालांकि यह जून में 8.03 फीसदी और जुलाई में 6.14 फीसदी पर थी।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनमी Center for Monitoring Indian Economy के हालिया आंकड़ों के मुताबिक अगस्त, 2021 में देश में बेरोजगारी की दर 8.32 फीसदी थी और उसके बाद इस साल फरवरी में यह फिर से एक बार आठ फीसदी के पार पहुंच गई थी। उस समय गांवों में भी एक साल में बेरोजगारी दर आठ फीसदी के पार सर्वोच्च स्तर पर थी। पिछले एक साल में पूरे देश में सबसे कम बेरोजगारी दर इस साल जनवरी में थी। इस साल 25 जुलाई के बाद से शहरी इलाकों में हर दिन 8 फीसदी के ऊपर ही बेरोजगारी दर रही है। पिछले 21 दिनों में इसमें किसी भी दिन कमी नहीं आई है।
16 अगस्त को यह 9.44 फीसदी पर चली गई। गांवों में 27 जुलाई के बाद से बेरोजगारी की दर 6 फीसदी से ज्यादा रही है। पूरे देश में यह 24 जुलाई से लगातार बढ़ी है। केवल एक अगस्त को इसमें मामूली कमी आई थी। मनरेगा के रोजगार में जुलाई की तुलना में अगस्त में 47 फीसदी की गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कुल कामगारों की संख्या total number of workers 22.2 करोड़ प्रतिदिन रही, जो जून में 42.2 करोड़ प्रतिदिन थी।