देश में प्रतिदिन सरसों, सोयाबीन जैसे अनाज से बने तेलों का इस्तेमाल भोजन बनाने में किया जाता है। इसमें से सरसों का तेल तो सबसे अधिक मात्रा में प्रयोग में लिया जाता है। जिसके दाम में लगातार हो रही वृद्धि से आम लोगों का जीवन प्रभावित सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है। आज सरसों का तेल इतना महंगा है कि लोगों ने उसका इस्तेमाल करना कम कर दिया है। बढ़ते दाम पर रोक लगाने के लिए सेबी ने जिंस एक्सचेंज एनसीडीईएक्स को सरसों के नये बीजों का अनुबंध जारी करने से रोक दिया है। इस कोशिश से सरसों के तेल में हो रही वृद्धि को रोकने में थोड़ी मदद ज़रूर मिलेगी।