दुनिया की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी Toyota Motor मौजूदा वक्त में जबरदस्त सेमीकंडक्टर Semiconductor की कमी के संकट से जूझ रही है। इस कमी के कारण कंपनी अगले महीने प्रोडक्शन में कटौती Production cut करनी होगी। कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया कि वह लगभग 8 लाख व्हीकल्स बनाएगी, जो उसके औसत मासिक प्रोडक्शन Average monthly production से लगभग एक लाख यूनिट कम है। सेल्स के लिहाज से दुनिया की इस सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी Automobile company को प्रोडक्शन घटाने से बड़ा नुकसान हो सकता है। कुछ महीने पहले भी टोयोटा के प्रोडक्शन Toyota production पर महत्वपूर्ण कंपोनेंट की कमी और सप्लाई चेन में रुकावटों से असर पड़ा था।
जबकि, इसके बावजूद कंपनी ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर Financial year के लिए व्हीकल प्रोडक्शन के अपने टारगेट में बदलाव नहीं किया है और इसे रिकॉर्ड 97 लाख यूनिट्स पर बरकरार रखा है। जापान की इस कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि उसका सितंबर से नवंबर के बीच प्रति महीना औसत नौ लाख व्हीकल्स बनाने का टारगेट है। वहीं, टोयोटा ने बताया है कि इस टारगेट को घटाकर दिसंबर तक लगभग 8.5 लाख व्हीकल्स प्रति माह किया गया है।
वहीं, Morgan Stanley MUFG Securities ने एक रिपोर्ट में बताया है कि इस फाइनेंशियल ईयर की दूसरी तिमाही से सेमीकंडक्टर की सप्लाई Semiconductor supply बढ़ने की उम्मीद के बावजूद इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम वाली कारों की संख्या बढ़ने से प्रति व्हीकल अधिक सेमीकंडक्टर्स की जरूरत होगी। टोयोटा को टक्कर देने वाली Honda Motor का कहना है कि वह सेमीकंडक्टर की कमी के साथ ही लॉजिस्टिक्स Logistics से जुड़ी मुश्किलों के कारण जापान के दो प्लांट्स में अगले महीने कारों के प्रोडक्शन को 40 प्रतिशत तक घटाएगी।