त्योहारी मौसम में बैंकों की जमा में आ सकती है भारी गिरावट, घटी तरलता

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24 Sep 2022
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News Synopsis

देश में त्योहारी festive season मौसम करीब आने वाला है एसे वक्त में भारतीय बैंकों indian banks को जमा में कमी का सामना करना पड़ सकता है। पहले से ही नकदी की तंगी cash tight और बढ़ते कर्ज tight competition के बीच इन बैंकों को कड़ी प्रतिस्पर्धा के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। त्योहारों में अचानक बैंकों से ज्यादा रकम निकाली जाती है क्योंकि बड़े पैमाने पर ग्राहक इस दौरान खरीदारी करते हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में 40 महीनों में पहली बार भारतीय बैंकिंग सिस्टम indian banking system में तरलता की कमी liquidity crunch आई है। ब्रोकरेज हाउस मैक्वायरी brokerage house macquarie में वित्तीय अनुसंधान के प्रमुख सुरेश गणपति suresh ganpati ने अपने बयान में कहा है कि , हमें लगता है कि जमा और कर्ज में वृद्धि के बीच बैंकों को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

क्योंकि जमा की वृद्धि दर केवल 9.5 फीसदी है और कर्ज की वृद्धि 15.5 फीसदी से ऊपर है। रिपोर्ट की मानें तो, त्योहारी मौसम में जैसे-जैसे तेजी आएगी, तरलता और भी कम होती जाएगी। इसके अलावा इस दौरान लोग बहुत अधिक नकदी भी रखते हैं। इससे तरलता और घटेगी। एलएंडटी फाइनेंशियल L&T Financial की मुख्य अर्थशास्त्री रूपा रेगे निस्तुरे Rupa Rege Nisture का कहना है कि सिस्टम में अतिरिक्त तरलता के कारण बैंक जमा दरों को बढ़ाने में पीछे हो गए हैं।

जबकि उधारी पर ब्याज तुरंत बढ़ गया। इसलिए बैंकों को अब जमा पर ब्याज बढ़ाना होगा। बैंक थोक जमाओं पर ज्यादा निर्भर रहते हैं और यह उनके लिए खराब है। वहीं बैंको का मानना है कि विकास को समर्थन देने के लिए धन केवल कर्ज से नहीं जुटाया जा सकता है। इसलिए आने वाले महीनों में और अधिक आक्रामक तरीके से ब्याज दरें interest rates बढ़ानी होगी। गौर करने वाली बात ये है कि एसबीआई फिलहाल एक से दो साल की जमा पर 5.45 फीसदी ब्याज दे रहा है। 

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