Tata Consultancy Services यानी TCS के बारे में एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक टीसीएस इस साल के अंत तक में एक चिप बेस्ड ई-पासपोर्ट Chip Based E-Passport को रोल आउट कर सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार टीसीएस भारतीय विदेश मंत्रालय Indian Ministry of External Affairs के साथ मिलकर एक नया कमांड और कंट्रोल सेंटर बनाने की तैयारी कर रहा है।
आपको बता दें कि विदेश मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में टीसीएस के साथ 10 साल वाली PSK डील को रिन्यू किया था, जिसकी वैल्यू करीब 6,000 करोड़ रुपये है। यह पासपोर्ट प्रॉजेक्ट Passport Project का दूसरा फेज था, जिसके लिए कंपनी ने सरकार से आग्रह किया था। टीएसएस के लिए यह पासपोर्ट प्रोजेक्ट अभी तक का सबसे बड़ा क्रिटिकल ई-गवर्नेंस प्रोग्राम Critical E-Governance Program है।
अगर इस पासपोर्ट की बात करें तो पहली नजर में ई-पासपोर्ट e-passport भी रेगुलर पासपोर्ट जैसा ही लगता है। हालांकि, ई-पासपोर्ट एक छोटे इलेक्ट्रॉनिक चिप के साथ आता है, जो काफी हद तक एक ड्राइविंग लाइसेंस Driving License जैसा होता है। उस माइक्रोचिप में वो सभी जानकारियां होती है, जो आपको पासपोर्ट में प्रिंट होती है। इनमें नाम, जन्मतिथि, पता Name,Date of Birth,Address समेत कई अन्य जानकारियां शामिल होती है। इसकी वजह से अधिकारियों के लिए आपकी ट्रैवल डिटेल्स Travel Details की जानकारी कम समय में और आसानी से मिल सकती है।
ई-पासपोर्ट का सबसे बड़ा फायदा तो यह होगा कि, फेक पासपोर्ट्स का सर्कुलेशन Circulation of Fake Passports कम होगा। ई-पासपोर्ट के आने के बाद सरकार पासपोर्ट की सुरक्षा को और मजबूत कर पाएगी, नकली पासपोर्ट पर लगाम लगा पाएगी और डेटा टैंपरिंग Data Tampering जैसी चीजों के भी निजात मिलेगी।