डिजाइन और टेक्नोलॉजी सर्विस प्रोवाइडर टाटा एलेक्सी Tata Elxsi ने स्वदेशी ड्रोन टेक्नोलॉजीज विकसित करने के लिए डिजाइन, इंजीनियरिंग और सर्टिफिकेशन सेंटर स्थापित करने के लिए ड्रोन मेकर गरुड़ एयरोस्पेस Garuda Aerospace के साथ साझेदारी की है।
प्रस्तावित सेंटर में विकसित की जाने वाली टेक्नोलॉजी जिसके लिए दोनों कंपनियों ने बेंगलुरु में चल रहे डिफेंस और एयरोस्पेस शो, एयरो इंडिया 2025 में एक समझौता किया हैं, और विशेष रूप से इंडियन डिफेंस एप्लीकेशन के साथ-साथ एग्रीकल्चर और स्मार्ट शहरों को शामिल किया जाएगा, जो 'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करेंगे, टाटा एलेक्सी ने कहा।
टाटा एलेक्सी और गरुड़ एयरोस्पेस एयरो इंडिया 2025 में प्रोटोटाइप, डिजाइन और ऑपरेशनल यूएवी का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा स्वदेशी यूएवी कंपोनेंट्स का प्रदर्शन ऑटोनॉमस यूएवी टेक्नोलॉजीज में भारत की प्रगति को उजागर करता है।
सहयोग के तहत टाटा एलेक्सी एवियोनिक्स, miniaturisation, ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम, सुरक्षित कम्युनिकेशन और एनर्जी अनुकूलन में अपनी एक्सपेर्टीज़ का लाभ उठाते हुए यूएवी सबसिस्टम के डिजाइन, डेवलपमेंट, टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन का नेतृत्व करेगी।
ओरिजिनल इक्विपमेंट मेकर के रूप में गरुड़ एयरोस्पेस जिसकी डिफेंस सेक्टर में मजबूत उपस्थिति है, बिज़नेस अधिग्रहण और डिलीवरी का नेतृत्व करेगी।
कंपनी ने कहा कि इस पहल के तहत विकसित ड्रोन पेलोड मैनेजमेंट, गुड्स डिलीवरी, सटीक एग्रीकल्चर और आईएसआर मिशन जैसे कई एप्लीकेशन को पूरा करेंगे, और इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण ऑपरेशनल आवश्यकताओं को पूरा करेंगे।
टाटा एलेक्सी के एयरोस्पेस, रेल और ऑफ-हाइवे हेड जयराज राजपंडियन ने कहा "गरुड़ एयरोस्पेस के साथ हमारी साझेदारी भारत की एयरोस्पेस महत्वाकांक्षाओं में एक महत्वपूर्ण कदम है। एआई-powered यूएवी उन्नति को आगे बढ़ाकर हम भारत के डिफेंस इकोसिस्टम को मजबूत कर रहे हैं, और एयरोस्पेस टेक्नोलॉजीज में देश की आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ कर रहे हैं।"
कंपनी ने कहा कि इंडियन डिफेंस फोर्स और Border Security Force को इस सहयोग का मुख्य लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे उन्हें कटिंग-एज यूएवी क्षमताओं तक पहुँच प्राप्त होगी।
इसके अतिरिक्त यह पहल नए रोजगार के अवसर पैदा करेगी और एयरोस्पेस क्षेत्र में कार्यबल विकास में योगदान देगी, कंपनी ने कहा।
गरुड़ एयरोस्पेस के फाउंडर और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश Agnishwar Jayaprakash ने कहा "टाटा एलेक्सी के साथ यह सहयोग स्वदेशी इनोवेशन के प्रति हमारी कमिटमेंट को मजबूत करता है। अगले तीन से पांच वर्षों में हम हवाई और ग्राउंड सिस्टम के पूरी तरह से स्वदेशी प्रोडक्शन और सप्लाई पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिससे यूएवी टेक्नोलॉजी में भारत का नेतृत्व मजबूत होगा।"