आधुनिक युग में हमने प्रकृति के तत्वों से अनेकों निर्माण किये हैं। जिसके कारण प्रदूषण का जन्म होता है, जो हमारे वातावरण को प्रदूषित कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संस्था ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, वायु में जहरीले पदार्थ की मात्रा बढ़ने की पुष्टि की है।15 साल के बाद विश्व स्वास्थ्य संस्था के द्वारा जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह पता चला कि पार्टिकुलेट मैटर से दुनियाभर में 80 फीसदी मौत हो रही हैं।
विश्व स्वास्थ्य संस्था के द्वारा जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स-
1 - पार्टिकुलेट मैटर और नाइट्रोजन डाइॉक्साइड के स्तर को कम करने कहा है।
2 - औसत वार्षिक PM 2.5 स्तर के लिए अनुशंसित सीमा को 10 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से घटाकर 5 कर दिया है।
3 - PM10 के लिए अनुशंसित सीमा को 20 माइक्रोग्राम से घटाकर 15 कर दिया है।