स्टार्ट-अप् इंडिया (Startup India) का मकसद है देश के युवाओं को इतना कामयाब बनाना कि किसी और को मालिक कहने के बजाय वे अपने मालिक खुद बनें। उन्हें नौकरी ढूंढ़ने के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े और वे लोगों को रोजगार दे सकें। युवा आज राष्ट्र के विकास में अपनी पूर्ण भागीदारी निभाने में सक्षम हैं। इससे रोजगार के साथ नई सुविधाएं भी मिलती हैं। आज भारत में 52 हजार से ज्यादा Startups हैं और 52 हजार Startups खुलने से 5 लाख 80 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। हैदराबाद के अमीन ख्वाजा ने मोबाइल एसेसरीज का बिज़नेस स्टार्ट किया था। पहले कंपनी सारा माल चीन से खरीद कर भारत में बेचती थी जैसे मोबाइल एसेसरीज आदि लेकिन अब 2019 से यहीं असेंबल कर रही है, जो कि बहुत अच्छी बात है। इस कंपनी का टर्नओवर इस साल 200 करोड़ तक जा सकता है। 1.5 साल में स्टार्ट-अप में इतना पैसा आया है जो पहले नहीं आया। स्टार्ट-अप इंडिया आने से बहुत सारे काम आसान हो गए, बहुत कुछ बदल गया है। सरकार से काफी टेंडर बढ़े, बैंक्स से पैसा मिलना भी आसान हो गया। आज पूरी दुनिया में Startups में भारत तीसरे नंबर पर है