स्कोडा Skoda ने ऑफिसियल तौर पर अपनी नई कॉम्पैक्ट एसयूवी Kylaq को लॉन्च कर दिया है, जिसकी शुरुआती कीमत 7.89 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। कार मेकर ने घोषणा की है, कि एसयूवी की बुकिंग 2 दिसंबर 2024 से शुरू होगी और डिलीवरी 27 जनवरी 2024 से शुरू होगी। काइलैक भीड़-भाड़ वाले सब-फोर-मीटर एसयूवी मार्केट में मुकाबला करेगी, जिसका मुकाबला हुंडई वेन्यू, टाटा नेक्सन, मारुति सुजुकी ब्रेज़ा, महिंद्रा 3XO और किआ सोनेट जैसे प्रतिद्वंद्वियों से होगा।
काइलैक में स्कोडा की सिग्नेचर डिज़ाइन लैंग्वेज का पालन किया गया है, जिसमें बोल्ड ग्रिल, स्प्लिट एलईडी हेडलाइट्स और स्लीक एलईडी डीआरएल शामिल हैं। यह डिज़ाइन स्कोडा कुशाक के ज़्यादा कॉम्पैक्ट वर्शन जैसा दिखता है, जो इस SUV को एक नया लुक देता है। इस मॉडल को सबसे पहले आकर्षक ऑलिव गोल्ड कलर में पेश किया गया था।
स्कोडा के MQB-A0-IN प्लेटफॉर्म पर निर्मित काइलैक का इंटीरियर 10.0-इंच टचस्क्रीन से लैस है, जो Apple CarPlay और Android Auto को सपोर्ट करता है। SUV में डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, रियर AC वेंट और सिंगल-पैन सनरूफ भी शामिल है। अन्य कम्फर्ट फीचर्स में कीलेस एंट्री, वायरलेस फ़ोन चार्जिंग, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें और लेदरेट अपहोल्स्ट्री शामिल हैं। ऑडियो को छह-स्पीकर कैंटन सिस्टम द्वारा कंट्रोल किया जाता है, और व्हीकल में एम्बिएंट लाइटिंग भी है।
सेफ्टी के मामले में काइलैक सभी वेरिएंट में कई तरह की सुविधाओं के साथ आता है। इनमें छह एयरबैग, EBD के साथ ABS, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ट्रैक्शन कंट्रोल, ISOFIX माउंट और सभी पैसेंजर्स के लिए तीन-पॉइंट सीटबेल्ट शामिल हैं। इसके अलावा ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर दोनों को पावर्ड सीट एडजस्टमेंट का लाभ मिलता है। SUV में 446-लीटर का बूट स्पेस है, जिसे 60:40 स्प्लिट-फोल्डिंग रियर सीट के साथ बढ़ाया जा सकता है।
काइलैक में 1.0-लीटर, 3-सिलिंडर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है, जो 115 hp और 178 Nm का टॉर्क पैदा करता है। इसमें दो ट्रांसमिशन ऑप्शन हैं: 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक। स्कोडा का दावा है, कि यह SUV 10.5 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार पकड़ सकती है।
स्कोडा के लिए काइलैक काफ़ी अहमियत रखता है, क्योंकि यह ब्रांड भारत के कॉम्पिटिटिव मास मार्केट में अपनी मौजूदगी को मज़बूत करना चाहता है। भारत स्कोडा के लिए एक अहम मार्केट है, जहाँ ब्रांड अपनी 50% कारों का प्रोडक्शन Czech Republic के बाहर स्थानीय स्तर पर करता है। स्कोडा का लक्ष्य 2026 तक भारत में सालाना 1,00,000 यूनिट बेचना है और उम्मीद है, कि काइलैक इन लक्ष्यों को हासिल करने में अहम भूमिका निभाएगा।