कोरोना महामारी ने पूरे विश्व में तबाही मचाया है, जिसका आलम यह रहा कि व्यक्ति दूसरों से मिलने में भी घबराता है। महामारी आने के कई महीनों बाद जब उसकी वैक्सीन आयी तो लोगों को एक उम्मीद की किरण दिखी, कि अब वो इस प्रलय से बच सकते हैं। बस इस वैक्सीन की शर्त यह थी कि इसे दो चरणों में लगवाना पड़ता। व्यक्ति इतना हताश था कि वैक्सीन का आना उन्हें किसी अमृत से कम नहीं लग रहा। वैक्सीन इम्प्रूवमेंट के लिए कई तरह के संसोधन किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने सफलता प्राप्त करते हुए दो चरणों में लगने वाले वैक्सीन को एक चरण में लगने वाला कर दिया। इस कंपनी ने जिस वैक्सीन को बनाया है, उसे दो बार लगवाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। पूरे विश्व में बड़े पैमाने पर वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया चल रही है। इस लिहाज से ऐसी वैक्सीन का आना इसकी गति को और बढ़ा सकता है। यदि इस वैक्सीन को भारत में टीकाकरण के लिए मंजूरी मिलती है, तो हम कह सकते हैं कि भारत कम समय में अधिक लोगों को वैक्सीन लगा पाएगा। हालाँकि वैक्सीन का मूल्य अभी निर्धारित नहीं है, परन्तु देश में मान्य होने के बाद संभव है दो टीकों की तुलना में इसका मूल्य कम हो और यह लोगों को आसानी से उपलब्ध हो।