linkedin यूजर्स को स्कैमर्स बना रहे शिकार, ये है बचने का तरीका

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01 Sep 2022
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News Synopsis

मौजूदा वक्त में दुनियां World में डिजिटलाइजेशन digitization बढ़ा है। इसी के साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी online frauds के मामलों में भी इजाफा हुआ है। वहीं, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लिंक्डइन linkedin प्रोफेशनल लोगों के बीच जाना-माना नाम है। आमतौर पर इसे जॉब और बिजनेस jobs and business से संबंधित जानकारियों के लिए प्रयोग किया जाता है। लेकिन, अब इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके स्कैमर्स scammers लोगों को अपना शिकार बनाकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। मजलब ये कि, स्कैमर्स मैलवेयर और स्पाइवेयmalware and spyware वाली लिंक के माध्यम से यूजर्स को टारगेट कर रहे हैं। जैसे ही यूजर्स इन लिंक पर क्लिक करते हैं उनकी पर्सनल जानकारी अपराधियों के पास पहुच जाती हैं और वे आसानी से इन स्कैमर्स का शिकार बन जाते हैं। आमतौर पर linkedin पर रिक्वेस्ट एक्सेप्ट request accepted कराना आसान होता है।

स्कैमर्स भी इसी बात का फायदा उठाकर यूजर्स को रिक्वेस्ट भेजते हैं और रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने पर यूजर्स का भरोसा प्राप्त करते हैं। इसके बाद स्कैमर्स यूजर्स को मैलवेयर और स्पाइवेयर वाली लिंक भेजते हैं और लिंक पर क्लिक होते ही यूजर्स के डिवाइस में ये स्पाइवेयर डाटा चोरी करना शुरू कर देते हैं। ये स्पाइवेयर यूजर्स की निजी जानकारी  नाम Name, बैंक डिटेल Bank details, पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड Passwords and Credit cards जैसी जानकारी स्कैमर्स के पास भेज देते हैं। इसके बाद अपराधियों के लिए स्कैम करना आसान हो जाता है। वहीं linkedin पर सेफ रहने का सबसे आसान तरीका है किसी भी अनजान फॉलो रिक्वेस्ट unknown follow requests को एक्सेप्ट नहीं करना है।

अगर आप करते भी हैं तो नई रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करने से पहले उसकी जांच जरूर की जाए। साथ ही इनबॉक्स में आनी वाली किसी भी फाइल को डाइनलोड और ओपन download and open करने से पहले स्कैन जरूर कर लें। साथ ही बिना जानकारी वाली फाइल और डॉक्यूमेंट्स files and documents को डाइनलोड और सेव करने से परहेज करें। 

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