सफलता और असफलता मनुष्य के जीवन का एक अटूट हिस्सा होते हैं। जब सफलता हमारे पास आती है तो हम यह नहीं समझ पाते कि उसे किस तरह अपने पास संभाल के रखें और कई बार हम कुछ ऐसा कर जाते हैं कि कब सफलता हमारी सबसे बड़ी असफलता का रूप ले लेती है, पता नहीं चलता है। जो कुछ भी हमने कमाया होता है हम उसे गँवा देते हैं। ऐसे समय में फिर से शून्य से शुरू करना और फिर उस मुकाम को हांसिल करने का जज्बा बहुत कम लोगों में होता है। ऐसा ही जज़्बा है रियल वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट के नाम से मशहूर लेखक जॉर्डन बेलफोर्ट का, जो रियाद के पुस्तक मेले में उपस्थित हुए थे, वहां पर उन्होंने अपनी कहानी के बारे में लोगों को बताया। पुस्तक मेले में उन्होंने सबसे प्रार्थना की कि कोई भी उनके जैसा बनने का प्रयत्न्न ना करे बल्कि उनके द्वारा की गयी गलतियों से सीखे।