आप कल्पना कीजिए कि अगर अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी या बारिश की फुहारें न हों तो क्या होगा, इसके साथ ही साथ धूप बहुत तेज हो या होती ही नहीं है तब हमारी धरती पर हरियाली का क्या होगा। क्या ऐसे वातावरण में पौधे जीवित रह सकते हैं तो आपका सीधा जवाब होगा नहीं, बिलकुल नहीं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कम्यूनिकेशंस बायोलॉजी Communications Biology में प्रकाशित एक नए अध्ययन में अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों Apollo Astronauts द्वारा चंद्रमा Moon पर तीन अलग-अलग स्थानों से लायी मिट्टी (लुनार रेजोलिथ Lunar Regolith) के नमूनों में तेजी से पनपने वाले अराबिदोप्सिस थालियाना Arabidopsis thaliana पौधे की खेती शुरू कर दी है। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब चंद्रमा से लाई मिट्टी में पौधों को उगाने की कोशिशें की गई हैं लेकिन यह पहली बार समझाया गया है कि ये पौधे क्यों नहीं बढ़ते हैं। यह मिट्टी स्थानीय मिट्टी से बहुत अलग होती है। इसमें ऑर्गेनिक तत्व Organic Elements नहीं होते हैं जो पृथ्वी पर मिट्टी की विशेषताएं हैं। हालाँकि इसमें स्थानीय मिट्टी की तरह ही कुछ खनिज Minerals होते है इसलिए अगर यह माना जाए कि पानी Water सूर्य की रोशनी Sunlight और हवा की कमी से चंद्रमा पर पौधे उगाए जा सकते हैं तो रेजोलिथ में भी पौधे उगाने की क्षमता हो सकती है।
इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य जेनेटिक स्तर पर पौधों का विश्लेषण करना है। इससे वैज्ञानिकों को मुश्किल हालात से निपटने में सबसे मजबूत जेनेटिक प्रतिक्रियाओं को पैदा करने वाले विशेष पर्यावरणीय कारकों का पता लगाने में मदद मिली है।