सितम्बर महीने में सरकार द्वारा किसानों से अधिकतम धानों की खरीद की गयी है। यह खरीद खरीफ फसलों के शुरुआती विपड़न सत्र में की गयी है। किसानों से यह अब तक का सबसे अधिकतम ख़रीदा जाने वाला अनाज है। गौरतलब है कि सरकार द्वारा यह फसल उस समय में किसानों द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर ख़रीदा गया है, जब किसान तीन कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। इस खरीद से किसानों को लाभ पहुंचा है। क्योंकि निश्चित मूल्य पर इतनी मात्रा में धान की बिक्री आज तक नहीं हुई थी। दिल्ली की सीमा पर किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे है। यदि किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर प्रत्येक मौसम में अनाज ख़रीदे जायेंगे तो किसानों को किसी कानून का विरोध करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वह अपने अनाज का सही मूल्य प्राप्त कर पाएंगे।