विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत जहाँ राजनीति में डूबना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। इतने बड़े देश में जनसंख्या की अधिकता के चलते यहाँ तमाम तरह के राजनीतिक दल हैं क्योंकि देश का प्रत्येक राज्य अपने आप में अलग संस्कृति, अलग बोलचाल, अलग भाषा को संभाले हुए है। इसलिए तो भारत को अनेकता में एकता वाला गणराज्य कहते हैं। परन्तु यही विविधता एक ओर तमाम राजनीतिक दलों के बनने का कारण हैं। जिसके चलते देश में एक तरह की धनात्मकता नहीं पनप पाती और सारे दल अपनी अपनी पीपड़ी बजाने में लगे रहते हैं। छोटे स्तर पर देखा जाये तो ये ठीक है, परन्तु व्यापक स्तर पर ये ज़रा कम सार्थक नज़र आता है।