Ola Electric को 5,500 करोड़ के IPO के लिए Sebi की मंजूरी मिली

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21 Jun 2024
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News Synopsis

ओला इलेक्ट्रिक Ola Electric को देश के पब्लिक शेयर मार्केट्स में सूचीबद्ध होने के लिए मार्केट रेगुलेटर Sebi की मंजूरी मिल गई है।

भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक दोपहिया व्हीकल निर्माता कंपनी ने 22 दिसंबर को सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था, जिसमें 95.2 मिलियन शेयरों के ऑफर-फॉर-सेल कॉम्पोनेन्ट के अलावा नए इश्यू के जरिए 5,500 करोड़ तक जुटाने का प्रस्ताव था।

सेबी ने कहा कि उसने 10 जून को ओला इलेक्ट्रिक को उसके डीआरएचपी के बारे में मंजूरी दे दी है।

बेंगलुरु स्थित कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए मंजूरी हासिल कर ली है।

ओला इलेक्ट्रिक इस पेशकश के माध्यम से 6 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर नजर गड़ाए हुए है।

सेबी की मंजूरी ऐसे समय में मिली है, जब फर्म लागत में कटौती और लाभप्रदता को बढ़ावा देने के साथ-साथ मार्केट शेयर में अपना दबदबा बनाए रखने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ओला इलेक्ट्रिक वर्तमान में लागत में कटौती के उपायों के तहत विभिन्न क्षेत्रों में 600 से अधिक नौकरियों में कटौती करने की प्रक्रिया में है। एस1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता ने कहा कि अक्टूबर 2023 तक उसके पास 3,733 कर्मचारी थे।

एक महीने पहले ही इसकी सहयोगी कंपनी ओला कैब्स ने 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था, और इसके सीईओ हेमंत बक्शी और सीएफओ कार्तिक गुप्ता को कंपनी छोड़नी पड़ी थी। ओला कैब्स खुद 500 मिलियन डॉलर जुटाने के लिए आईपीओ की योजना बना रही है, जिसका वैल्यूएशन करीब 5 बिलियन डॉलर होगा।

ओला इलेक्ट्रिक की लिस्टिंग देश में किसी ईवी स्टार्टअप की पहली लिस्टिंग होगी और यह इस साल के सबसे बड़े नए दौर के आईपीओ में से एक होगी। ईकॉमर्स फर्म फर्स्टक्राई और फूड डिलीवरी फर्म स्विगी भी अपने आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं, जबकि ऑफिस स्पेस शेयरिंग कंपनी ऑफिस और ट्रैवल फर्म इक्सिगो हाल ही में सार्वजनिक हुई हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण कोरियाई ऑटोमेकर निर्माता हुंडई मोटर्स की इंडिया यूनिट ने देश में अब तक की सबसे बड़ी शुरुआत के लिए ड्राफ्ट लिस्टिंग पेपर दाखिल किए, जिससे इंडिया यूनिट का वैल्यूएशन 25 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया। हुंडई मोटर्स इंडिया खुद 2030 तक पांच नए चार पहिया ईवी पेश करने के लिए तैयार है।

ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ के अनुसार कंपनी के कोफाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव भाविश अग्रवाल आईपीओ के माध्यम से 47.4 मिलियन शेयर या लगभग 1.3% हिस्सेदारी बेचेंगे, जबकि सॉफ्टबैंक विजन फंड 23.8 मिलियन शेयर बेचेगा। टाइगर ग्लोबल (6.4 मिलियन), अल्फा वेव ग्लोबल (3.8 मिलियन), मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया (3.7 मिलियन) और टेमासेक (1.3 मिलियन) भी आईपीओ के माध्यम से कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे।

6 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर भाविश अग्रवाल Bhavish Aggarwal को शेयर सेल से लगभग 78 मिलियन डॉलर या लगभग 650 करोड़ मिल सकते हैं। और आईपीओ के कुल ओएफएस कॉम्पोनेन्ट से लगभग 156.7 मिलियन डॉलर या 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हो सकती है। हालांकि यह अंतिम वैल्यूएशन के आधार पर बदल सकता है, जिस पर ओला इलेक्ट्रिक अपने शेयर निवेशकों को बेचेगी।

आईपीओ के अनुसार पब्लिक लिस्टिंग से प्राप्त कुल आय में से 1,226 करोड़ का उपयोग कंपनी के सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट ओला गिगाफैक्ट्री की क्षमता को 5 गीगावाट घंटे से बढ़ाकर 6.4 गीगावाट घंटे करने के लिए किया जाएगा।

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