अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए पत्रकार मारिया रेसा और दिमित्री मुराटोव को उनकी साहसी लड़ाई के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नोबेल शांति पुरस्कार की स्थापना अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर के द्वारा 1961 में की गयी, जो कि विश्व भर में भूख से निपटने के लिए एक निर्देशपूर्ण कार्य था। सर्वप्रथम संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी जो रोम में काम कार्यरत है। यह पुरस्कार वैश्विक स्तर पर भूख से लड़ने और खाद्य सुरक्षा के प्रयासों के लिए दिया गया। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को अर्जित करने वाले व्यक्ति को एक स्वर्ण पदक साथ ही साथ एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (11.4 लाख डॉलर से अधिक राशि) प्रदान किये जाते हैं।