नाबार्ड के साथ एमएमएमयूटी ने किया करार, युवाओं को मिलेगी ड्रोन की ट्रेनिंग

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10 Aug 2022
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News Synopsis

नाबार्ड NABARD ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय Madan Mohan Malaviya University of Technology के साथ एक करार किया है, जिसके तहत किसानों की मदद के लिए नाबार्ड न केवल 50 से 100 युवाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग Drone Pilot Training कराएगा बल्कि विश्वविद्यालय से इस कोर्स को करने वाले युवाओं की 60 प्रतिशत फीस भी वहन करेगा। आपको बता दें कि विश्वविद्यालय की ओर से तैयार किए गए ड्रोन आधारित एग्रीकल्चर मानिटरिंग सिस्टम Agriculture Monitoring System (एएमएस) को किसानों के खेत तक पहुंचाने के लिए नाबार्ड आगे आया है। इस बारे में एमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय MMUT Vice Chancellor Prof. JP Pandey ने कहा कि ड्रोन पायलट और ड्रोन टेक्नीशियन तैयार करने में नाबार्ड ने विश्वविद्यालय को मदद का प्रस्ताव दिया है। इसका सीधा फायदा कोर्स करने वाले युवाओं को मिलेगा। वह कम खर्च में कोर्स को पूरा करके किसानों के मददगार बनेंगे।

विश्वविद्यालय और नाबार्ड के बीच समझौते की औपचारिक प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी। गौरतलब है कि बीते वर्ष विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने खेती में किसानों की मदद के लिए ड्रोन आधारित एएमएस तैयार किया। खेतों में परीक्षण के बाद जब विश्वविद्यालय ने उसे किसानों तक पहुंचाने की योजना बनानी शुरू की तो ड्रोन के संचालन की समस्या सामने आने लगी। इसे देखते हुए बीते दिनों विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसानों को ड्रोन संचालन में मदद के लिए ड्रोन पायलट और ड्रोन टेक्नीशियन का कोर्स Drone Technician Course शुरू करने की घोषणा की।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एमएमयूटी के विशेषज्ञों द्वारा बनाया गया एग्रीकल्चर मानीटरिंग सिस्टम किसानों की खेती को आसान बनाने वाला है। इससे किसानों को कम खर्च और कम मेहनत में अधिक फसल पैदा करने में आसानी होगी, आमदनी भी बढ़ेगी। यह सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artificial Intelligence के जरिये मिट्टी की नमी और उसकी गुणवत्ता की जानकारी देगा। किसान मिट्टी की गुणवत्ता जानकर उसके मुताबिक फसल बो सकेंगे। सिस्टम कम समय से अधिक क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव कर देगा।

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