किआ Kia ने अपने पूरे लाइनअप में 3 प्रतिशत तक की कीमत वृद्धि की घोषणा की, जो 1 अप्रैल से प्रभावी होगी।
कंपनी ने कहा कि यह निर्णय कमोडिटी की बढ़ती कीमतों और सप्लाई चेन कॉस्ट में वृद्धि के कारण लिया गया है।
किआ के सीनियर वाईस प्रेजिडेंट हरदीप सिंह बरार Hardeep Singh Brar ने कहा 'अपने कस्टमर्स को एक्सेप्शनल वैल्यू और क्वालिटी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध एक ब्रांड के रूप में हमने हमेशा कॉम्पिटिटिव कीमतों पर बेस्ट व्हीकल्स पेश करने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि कमोडिटी और इनपुट मैटेरियल्स की बढ़ती लागत के कारण हम 1 अप्रैल 2025 से सभी किआ मॉडलों में 3 प्रतिशत तक की कीमत वृद्धि करेंगे।
हरदीप सिंह बरार ने कहा 'हालांकि हम समझते हैं, कि प्राइस एडजस्टमेंट चुनौतीपूर्ण हो सकता है, यह निर्णय यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, कि हम हाई-क्वालिटी, टेक्नोलॉजिकल रूप से एडवांस्ड व्हीकल्स प्रदान करना जारी रख सकें, जिनकी हमारे कस्टमर्स किआ से अपेक्षा करते हैं।'
हालांकि कंपनी ने बताया कि कस्टमर्स पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए किआ बढ़ी हुई लागत का एक बड़ा हिस्सा वहन कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे वैल्युएबल कस्टमर्स के लिए प्राइस एडजस्टमेंट यथासंभव प्रबंधनीय बना रहे।
यह निर्णय टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड द्वारा अपने व्हीकल्स की कीमत में वृद्धि की घोषणा के अनुरूप है।
ऑटोमेकर्स ने बढ़ती इनपुट कॉस्ट, ऑपरेशनल एक्सपेंसेस और इन्फ्लेशन के दबाव को प्राइस संशोधन के मुख्य कारणों के रूप में बताते हुए प्राइस वृद्धि की घोषणा की।
किआ इंडिया, टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी द्वारा कीमतों में वृद्धि के साथ इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है, कि अन्य मैन्युफैक्चरर भी इसका अनुसरण कर सकते हैं।
इस बीच किआ ने डोमेस्टिक ऑटोमोबाइल मार्केट में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है, जिसने भारत और विदेशी मार्केट्स में कुल मिलाकर 1.45 मिलियन यूनिट बेची हैं।
सेल्टोस कंपनी का सबसे ज़्यादा बिकने वाला मॉडल बना हुआ है, जिसकी 690,000 से ज़्यादा यूनिट बिक चुकी हैं। सोनेट 500,000 से ज़्यादा यूनिट के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि कैरेंस ने 232,000 से ज़्यादा यूनिट की सेल दर्ज की है।
कार्निवल ने भी किआ की सफलता में योगदान दिया है, जिसकी 15,000 से ज़्यादा यूनिट बिक चुकी हैं।
सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के साथ जुड़ते हुए किआ ने अप्रैल 2017 में भारत में अपनी यात्रा शुरू की, जब उसने अनंतपुर जिले में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार के साथ समझौता किया।
कंपनी ने अगस्त 2019 में बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन शुरू किया और इसकी एनुअल प्रोडक्शन कैपेसिटी 300,000 यूनिट है।