Jeep: चीन China में उत्पादन बंद production ceased करने की योजना की रिपोर्ट के बाद स्टेलंटिस Stellantis आधिकारिक तौर पर दुनिया का सबसे बड़े कार बाजार largest car market छोड़ देगा। स्टेलंटिस देश में जीप वाहनों के निर्माण के लिए गुआंगजौ ऑटोमोबाइल ग्रुप कंपनी Guangzhou Automobile Group Co (GAC) के साथ एक जॉइन्ट वेंचर joint venture में है। लेकिन हाल के दिनों में इसका चलना काफी मुश्किल होता नजर आ रहा है। नियंत्रण हिस्सेदारी लेने में असमर्थ होने के बाद स्टेलंटिस ने इस साल की शुरुआत में जीएसी के साथ संयुक्त उद्यम को पहले ही समाप्त कर दिया था। स्टेलंटिस के सीईओ कार्लोस तवारेस CEO Carlos Tavares ने मौजूदा स्थिति के कारणों में से एक के रूप में भू-राजनीतिक तनाव geopolitical tensions की ओर इशारा किया था।
जिसके बाद जीएसी ने तीखी फटकार लगाई थी और जिसने 'गहरा झटका' लगने की बात कही। लगभग चार वर्षों से बिक्री में गिरावट आई है और चेरोकी Cherokee और जीप कंपास Jeep Compass जैसे मॉडल ग्राहकों को लुभाने में नाकाम रहे हैं। हालांकि स्टेलंटिस चीनी बाजार Chinese market में प्रवेश करने वाली सबसे पुरानी विदेशी कंपनियों में से एक है, लेकिन स्थानीय निर्माताओं से बढ़ती प्रतिस्पर्धा बाजार की गर्मी को बढ़ा रही है। अभी के लिए, स्टेलंटिस ने एक प्रेस बयान के जरिए सूचना देते हुए बताया है कि वह देश में मौजूदा जीप ग्राहकों को सर्विस प्रदान करना जारी रखेगी।
वहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक जीएसी ने संयुक्त उद्यम पर रौशनी डाला है, इसकी 7.3 अरब युआन यानी एक अरब डॉलर की संपत्ति का लगभग 111 प्रतिशत देनदारियां थीं। लेकिन स्टेलंटिस के दिवालिया का आवेदन दाखिल करने से उसके खुद के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन जीएसी का अपने परिचालन पर ज्यादा असर नहीं दिखता है, लेकिन विदेशी ब्रांडों को टक्कर देने के लिए आगे की राह आसान नहीं है।
चाइना पैसेंजर कार एसोसिएशन China Passenger Car Association के अनुसार, चीनी बाजार में विदेशी ऑटो निर्माताओं foreign auto manufacturers की हिस्सेदारी पिछले साल 5.5 फीसदी गिरकर 45.6 फीसदी पर आ गई है।